‘हिलरी क्लिंटन जीत गयीं, तो तृतीय विश्‍वयुद्ध शुरू होगा’ : डोनाल्ड ट्रम्प की चेतावनी

वॉशिंग्टन, दि. २६ (वृत्तसंस्था) – ‘हिलरी क्लिंटन यदि अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष पद का चुनाव जीत जाती हैं, तो तृतीय विश्‍वयुद्ध शुरू होगा’ ऐसा डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरिकी जनता को कहा है| अमरीका के ओरलँडो की प्रचारसभा में बोलते हुए ट्रम्प ने, सीरिया मामले में रहनेवाली हिलरी क्लिंटन की गैरज़िम्मेदाराना नीति का उदाहरण देकर यह चेतावनी दी| अमरीका ने सीरिया मामले में आक्रामक नीति अपनाकर, यहाँ ‘नो फ्लाय झोन’ घोषित करना चाहिए, ऐसा क्लिंटन ने कहा था| ‘वैसा करना यानी रशिया जैसे परमाणु बम से लैस देश को खुलेआम चुनौती देना होगा| इससे तृतीय विश्‍वयुद्ध शुरू होकर ही रहेगा’ ऐसा ट्रम्प ने कहा|

तृतीय विश्‍वयुद्धचुनाव को कुछ ही दिन बाकी है और डोनाल्ड ट्रम्प एवं हिलरी क्लिंटन इन दोनों ने एक-दूसरे पर संगीन आरोप लगाने में कोई भी क़सर बाक़ी नहीं छोड़ी है| ‘ट्रम्प एक बेताल और गैरज़िम्मेदार इन्सान हैं’ ऐसा इल्ज़ाम क्लिंटन लगा रही हैं| वहीं, ‘क्लिंटन एक अव्यवहार्य और ख़तरनाक महिला हैं’ ऐसा दावा ट्रम्प कर रहे हैं| ‘सीरिया में अमरीका ‘नो फ्लाय झोन’ लागू करें| यहाँ पर किसी भी विमान को उड़ने की इजाज़त नहीं मिली, तो सीरिया में चल रहा संघर्ष बहुत जल्द ख़त्म होगा’ ऐसा क्लिंटन ने कहा था| साथ ही, रशिया के खिलाफ़ क्लिंटन ने बहुत ही आक्रामक भूमिका अपनाते हुए, उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार ट्रम्प, ये रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के हाथ की कठपु़तली होने का संगीन आरोप क्लिंटन ने किया था|

मंगलवार को ओरलँडों की प्रचारसभा में बोलते हुए ट्रम्प ने हिलरी क्लिंटन की सीरिया से जुड़ी नीति की जमकर आलोचना की| ‘सीरिया में अस्साद सरकार का तख़्तापलट करना यह अमरीका का ध्येय रहना नहीं चाहिए| अस्साद की सत्ता से भी अधिक अमरीका के लिए ‘आयएस’ से ख़तरा है| इसलिए इस आतंकवादी संगठन को ख़त्म करने पर अमरीका अपना ध्यान केंद्रित करें’ ऐसा ट्रम्प ने कहा| इसके अलावा, ‘अमरीका सीरिया में केवल सीरियन सरकार से नहीं ल़ड़ रही, बल्कि रशिया और ईरान इन देशों के साथ अमरीका का मुकाबला होनेवाला है| इस वजह से, अमरीका ने अस्साद का तख्ता पलटने की कोशीश की, तो रशिया जैसे परमाणुबम से लैस देश के साथ अमरीका का संघर्ष भड़केगा और इससे तृतीय विश्‍वयुद्ध भड़क उठेगा’ ऐसी चिंता ट्रम्प ने ज़ाहिर की|

‘हिलरी क्लिंटन यदि अमरीका के राष्ट्राध्यक्षपद पर आ गयीं, तो उन्हें रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के साथ चर्चा या बातचीत करना मुमक़िन नहीं होगा| क्योंकि क्लिंटन ने राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की बेतहाशा आलोचना की है| इस वजह से क्लिंटन की पुतिन के साथ चर्चा होने की संभावना खत्म हुई है’ इस तरफ़ भी ट्रम्प ने अमरीकी मतदाताओं का ग़ौर फ़रमाया|

तृतीय विश्‍वयुद्धइसी दौरान, अमरीका के चुनावों में दोनो उमेदवारों का, ‘रशिया से जुड़ी नीति’ यह महत्त्वपूर्ण मुद्दा बन रहा है| क्लिंटन रशिया की सीरियाविषयक तथा युरोपसंबधित नीति की कड़ी आलोचना कर रही हैं| साथ ही, रशिया अमरीका पर सायबर हमले कर रहा है, तो रशिया को उसका जवाब देना ही होगा, ऐसा क्लिंटन का कहना है| वहीं, ‘मैं जीतकर आया, तो रशिया के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने के लिए अहमियत दूँगा’ ऐसा ट्रम्प घोषित कर रहे हैं| इसके अलावा ट्रम्प ने, चीन के व्यापारी और राजनयिक नीतियों को भी कड़ा विरोध किया है; वहीं, क्लिंटन ने चीन के मामले में नरमाई की नीति अपनायी है|

अमरीका में होनेवाले इस चुनाव पर रशिया का भी ध्यान लगा है| रशियन नेता, इस चुनाव के नतीजे पर बहुत कुछ निर्भर है, ऐसा कहते नजर आ रहे हैं| कुछ दिनो पहले रशियन संसद सदस्य व्लादिमिर झिरिनोव्हस्की ने, ‘हिलरी क्लिंटन अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बनीं, तो अमरीका और रशिया में परमाणुयुद्ध भड़क उठेगा’ ऐसी चेतावनी दी थी| ‘इस वजह से अमरिकी मतदाताओं ने जागतिक शांति के लिए ट्रम्प को वोट देना चाहिए’ ऐसा आवाहन झिरिनोव्हस्की’ ने किया था| वहीं, यदि ट्रम्प चुनाव जीतते हैं, तो चीन के साथ अमरीका के संबंध तनावपूर्ण बनेंगे, ऐसे संकेत चीन की ओर से दिये जा रहे हैं|

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