जंगलों में छिपे सैंकड़ों माओवादी कोरोना की चपेट में – १० से अधिक माओवादी मृत

– छत्तीसगड़, तेलंगना, आंध्र प्रदेश पुलिस ने प्रस्ताव रखकर माओवादियों को आत्मसमर्पण करके इलाज कराने को कहा

माओवादी, कोरोना संक्रमण, तेलंगना, जंगल, आत्मसमर्पण, हैदराबाद, छत्तीसगड़रायपूर/हैदराबाद – भारत के गांवों में भी अब भारी मात्रा में कोरोना संक्रमण फैलता जा रहा हैं। इसके साथ ही दुर्गम जंगलों में छुपे माओवादी भी कोरोना संक्रमण की चपेट में होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। छत्तीसगड के बस्तर और दांतेवाड़ा में सैंकड़ों माओवादी कोरोना संक्रमित हैं। इनमें से कुछ माओवादियों के सिर पर इनाम भी रखा गया है और इनमें से कुछ की स्थिति नाजुक होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। इस पृष्ठभूमि पर इन कोरोना संक्रमितों का इलाज़ कराने के लिए सरकार डॉक्टरों को जंगलों में भेज नहीं सकती। ऐसे में यदि कोरोना संक्रमित माओवादी आत्मसमर्पण करता है तो उसका इलाज़ कराना संभव होगा, यह प्रस्ताव छत्तीसगड़ पुलिस ने माओवादियों के सामने रखा है। यह स्थिति मात्र छत्तीसगड़ में ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश, तेलंगना से भी ऐसी खबरें प्राप्त हो रही हैं। साथ ही वहां के पुलिस ने भी माओवादियों को आत्मसमर्पण करने को कहा है।

एक खबर के अनुसार माओवादियों के सबसे अधिक प्रभाव वाले बस्तर के जंगल में स्थित माओवादियों के ठिकानों पर कई माओवादी कोरोना संक्रमित हैं। १०० से अधिक माओवादी संक्रमित हैं और इनमें माओवादी नेताओं का भी समावेश है। बस्तर में माओवादियों की प्रमुख नेताओं में से एक जानी जा रही सुजाता नामक महिला माओवादी बहुत बिमार होने की जानकारी छत्तीसगड़ पुलिस को प्राप्त हुई है। उसे साँस लेने में दिक्कत हो रही है। सुजाता के सिर पर २५ लाख रुपयों का इनाम घोषित किया गया है। माओवादियों के कई हमलों में उसका समावेश था। वर्ष २०१९ में बस्तर के माओवादी नेता रमण्णा की मौत के बाद वहां के माओवादियों का पूरा नियंत्रण सुजाता के हाथों में होने की बात कही जा रही है। इसके अलावा इसी क्षेत्र में १० लाख रुपयों का सिर पर इनाम वाले अन्य दो माओवादी नेता भी कोरोना संक्रमित होने की जानकारी छत्तीसगड़ पुलिस ने प्रदान की।

महाराष्ट्र, तेलंगना, आंध्र प्रदेश की सीमा पर स्थित दक्षिणी बस्तर के सुकमा, बजाबूर के जंगलों में छिपे माओवादियों में कोरोना संक्रमण तेज़ है। इस क्षेत्र से सटे दांतवाड़ा में भी कई माओवादी कोरोना संक्रमित होने की खबरें प्राप्त हुई हैं। दांतेवाड़ा के माओवादियों की ‘सेंट्रल रीजनल कमिटी’ के नेता सागर की स्थिति कोरोना संक्रमण की वजह से नाजुक बनी हुई होने की खबर है।

गुप्तचर यंत्रणाओं से भी आंध्र प्रदेश, तेलंगना पुलिस को ऐसी ही सूचनाएँ प्राप्त हुई हैं। माओवादी दवा एवं पीपीई कीट्स की ऑनलाईन खरीद करने की कोशिश में होने की बात कही जा रही है। छत्तीसगड़ में बीते महीने माओवादियों ने किए भीषण हमले के बाद सुरक्षा बलों ने माओवादियों को किसी भी सामान की सप्लाई ना होने देने के कदम उठाए हैं। इसी कारण माओवादियों को अनाज प्राप्त करना भी मुश्‍किल हुआ है और वे कुछ भी खाने के लिए मज़बूर हुए हैं। इस वजह से कई माओवादी फुड पॉइज़निंग से बिमार होने की सूचनाएं पुलिस को प्राप्त हुई हैं। ऐसे में सुरक्षा बलों ने माओवादियों को आत्मसमर्पण करने का प्रस्ताव रखा है। माओवादी बंदूक के जोर पर सरकार के खिलाफ लड़ रहे हैं और उन तक वैद्यकीय सहायता पहुँचाना मुमकिन नहीं है। लेकिन, माओवादी आत्मसमर्पण करते हैं तो उनका इलाज़ किया जाएगा, ऐसा निवेदन छत्तीसगड़, तेलंगना, आंध्र प्रदेश की पुलिस ने किया है।

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