अगले वर्ष सोने की कीमत प्रति औंस २,२०० डॉलर्स तक जा पहुंचेगी – स्विस बैंक ‘यूबीएस’ के विश्लेषकों का दावा

लंदन/बर्न – इससे पहले के सभी कीर्तिमान तोड़कर सोने की कीमत अगले साल प्रति औंस २,२०० डॉलर्स तक जा पहुंचेगी, ऐसा दावा स्विस बैंक ‘यूबीएस’ के विश्लेषकों ने किया। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में सोने की कीमत नए उछाल के साथ प्रति औंस २,००० डॉलर्स के पार हुई। पिछले चार वर्षों में सोने की कीमत दो हज़ार डॉलर्स से अधिक होने का यह तीसरा अवसर है। लेकिन, इस बार सोने की कीमत दो हज़ार डॉलर्स के स्तर पर कायम रहेगी, ऐसे संकेत विश्लेषक एवं विशेषज्ञ दे रहे हैं।

अमरीका और यूरोप के बैंकिंग क्षेत्र में उभरे संकटों की पृष्ठभूमि पर निवेशकों ने अपना रुख सोने की ओर करने की बात देखी गई है। पिछले कुछ दिनों में सोने की कीमत लगातार बढ़ रही है। पिछले महीने में ही सोने की कीमत प्रति औंस (२८.३३ ग्राम) १,९८८ डॉलर्स के चरम स्तर पर पहुंची थी। यह पिछले ११ महीनों का कीर्तिमान हैं। साथ ही सोने की कीमत दो हज़ार डॉलर्स का स्तर आसानी से पार करेगी, ऐसा अनुमान बाज़ार के कई विशेषज्ञों ने व्यक्त किया था।

मात्र २० दिनों में यह अनुमान वास्तव में उतरता दिखाई दे रहा हैं। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में हुए कारोबार में सोने की कीमत उछाल के साथ प्रति औंस २,०३० डॉलर्स तक पहुंची थी। इसी बीच अमरिकी बाज़ार में सोने की कीमत प्रति औंस २,०३८ डॉलर्स दर्ज़ हुई। गुरुवार के कारोबार में भी यह कीमत दो हज़ार डॉलर्स से अधिक रही और अमरीका में सोने का कारोबार २,०२१ प्रति औंस कीमत से हुआ।

पिछले महीने अमरीका में महज एक ही हफ्ते में तीन बैंक दिवालियां हुई और बैंकिंग क्षेत्र के शेअर्स की गिरावट बरकरार है। दूसरी ओर विश्व के दस सबसे बड़े बैंकों में से एक ‘क्रेडिट स्यूस’ के विलयन के बाद बैंकिंग क्षेत्र के साथ वित्तीय बाज़ार एवं निवेशकों में बड़ी बेचैनी निर्माण हुई हैं। इसका असर बाज़ार के अन्य घटकों पर होता दिख रहा है। बैंकिंग क्षेत्र का संकट सामने आने के साथ ही सोने की कीमत का उछाल शुरू हुआ है।

बैंकिंग क्षेत्र का संकट जारी रहने के संकेत प्राप्त होने से निवेशकों ने सुरक्षित आश्रय स्थान के तौर पर अपना रुख फिर से सोने की ओर किया दिख रहा है। इसी वजह से सोने की मांग और कीमत बढ़ती दिख रही है। इससे पहले अगस्त २०२० और मार्च २०२२ में सोने की कीमत प्रति औंस २,००० डॉसर्ल से अधिक हुई थी। लेकिन, इसके बाद यह कीमत कुछ मात्रा में कम हुई। लेकिन, इस बार बैंकिंग क्षेत्र का संकट और मंदी के प्राप्त संकेतों के कारण निवेशकों का सोने की ओर हुआ रुख कायम रहेगा और अगले कुछ समय तक कोने की कीमत दो हज़ार डॉलर्स के स्तर के उपर कायम रहेगी, ऐसा दावा विश्लेषक कर रहे हैं।

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