बांगलादेश से निकला पहला कार्गो जहाज़ नदी के मार्ग से त्रिपुरा पहुँचा

bangladesh-Indiaआगरतला – ५० मेट्रिक टन सीमेंट लेकर बांगलादेश से निकला ‘कार्गो’ जहाज़ नदी के मार्ग से त्रिपुरा के सोनामुरा पहुँचा। त्रिपुरा-बांगलादेश के बीच नदी के मार्ग से शुरू की गई यह पहली नौवहन है। अन्य नौवहन प्रकल्प शुरू करने का काम भी जारी है। विकसित किए गए इस पहले अंतरर्देशिय जलमार्ग की वजह से उत्तरपूर्व भारत से बांगलादेश के साथ जारी व्यापार में बढ़ोतरी होगी।

बांगलादेश के दौकांडी बंदरगाह से मेघना नदी के रास्ते और आगे त्रिपुरा में गोमती नदी के रास्ते सोनमुरा बंदरगाह के दौरान उत्तरपूर्व भारत के राज्यों के लिए नौवहन का मार्ग जल्द ही खुला किया जाएगा। ८९.५ किलोमीटर के इस जलमार्ग का परीक्षण किया गया है। गुरूवार के दिन ५० मेट्रिक टन सीमेंट लेकर दौकांडी बंदरगाह से निकला जहाज़ शनिवार के दिन त्रिपुरा के सोनामुरा में दाखिल हुआ। इस दौरान त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव मौजूद थे। साथ ही केंद्रीय नौकानयनमंत्री मनसुख मांडवीय वीडियो कान्फरन्सिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे।

bangladesh-Indiaभारत और बांगलादेश के बीच वर्ष १९७२ उत्तरपूर्व राज्यों के साथ संपर्क मज़बूत करने के लिए ‘प्रोटोकॉल फॉर इनलैण्ड वॉटर ट्रेड ऐण्ड ट्रान्ज़िट’ (पीआयडब्ल्यूटीटी) पर हस्ताक्षर हुए थे। अब तक आठ जलमार्ग शुरू किए गए हैं और बीते वर्ष इसी मार्ग से ३.५ मेगा मेट्रीक टन सामान की यातायात की गई थी। लेकिन, त्रिपुरा और बांगलादेश के बीच पहली बार नौवहन किया गया है।

bangladesh-Indiaबीते महीने में बांगलादेश ने सोनामुरा और दौकांडी के बीच जलवाहतुक शुरू करने के लिए मंजूरी दी थी। त्रिपुरा की सरकार ने जहाज़ यातायात मंत्रालय की सहायता से सोनमुरा में अल्पावधी के लिए बंदरगाह का निर्माण किया है और इसी बंदरगाह से कार्गो की यातायात होगी। इससे त्रिपुरा से बांगलादेश में होनेवाली निर्यात बढ़ेगी। भारत और बांगलादेश के बीच रास्ते और समुद्री जलमार्ग ४ से व्यापार हो रहा ह और अब नदी के मार्ग से भी व्यापारी यातायात शुरू होने से दोनों देशों के व्यापारी संबंध और भी मज़बूत होंगे, यह विश्‍वास व्यक्त किया जा रहा है।

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