इजिप्ट में मुस्लिम ब्रदरहूड के २४ सदस्यों को फाँसी की सज़ा

egypt-muslim-brotherhood-1कैरो – इजिप्ट के न्यायालय ने मुस्लिम ब्रदरहूड के २४ सदस्यों को फाँसी की सज़ा सुनाई। दो अलग-अलग घटनाओं में इजिप्शियन पुलिस अधिकारियों की हत्या का आरोप ब्रदरहूड के सदस्यों पर रखा गया था। चार महीने पहले इजिप्ट के न्यायालय ने इस संगठन के अन्य कुछ सदस्यों को भी फाँसी की सज़ा सुनाई थी। इजिप्ट की सरकार ने मुस्लिम ब्रदरहूड को ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित किया है।

राजधानी कैरो के दमनहूर न्यायालय ने, छः साल पहले रखे आरोपों पर अपना फैसला घोषित किया। सन २०१४ में अद दिलिंजात शहर में पुलिस अधिकारी का खून और सन २०१५ में राशिद शहर में पुलिस की बस में बम विस्फोट करवाने का आरोप इन २४ लोगों पर साबित हुआ था। इन दोनों हमलों में तीन पुलिस अधिकारियों की मौत हुई थी और ३९ लोग घायल हुए थे।

egypt-muslim-brotherhood-2इस मामले में इजिप्ट की सुरक्षा यंत्रणा ने २७ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से तीन लोगों की कुछ साल पहले मृत्यु हुई। वहीं, उर्वरित लोगों को दोषी साबित करके इजिप्ट के न्यायालय ने उन्हें सजा सुनाई। अप्रैल महीने में भी इजिप्ट के न्यायालय ने अन्य १० लोगों को अन्य गंभीर अपराधों के लिए फाँसी की सज़ा सुनाई थी। पिछले साल इजिप्ट के न्यायालय ने अलग-अलग घटनाओं में कुल १०७ लोगों को मौत की सज़ा सुनाई थी।

egypt-muslim-brotherhoodइजिप्ट समेत सऊदी अरब, युएई, बाहरिन, सिरिया इन खाड़ी क्षेत्र के देशों में एवं रशिया और ताजिकिस्तान और कझाकस्तान इन देशों में मुस्लिम ब्रदरहूड को ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित किया है। सन २०११ में इजिप्ट में होस्नी मुबारक की हुकूमत का तख्ता पलटकर मुस्लिम ब्रदरहूड ने इजिप्ट पर कब्ज़ा किया था। उसके बाद इजिप्ट के राष्ट्राध्यक्ष बने और ब्रदरहूड के नेता मोहम्मद मोर्सी ने इस संगठन पर लगाई पाबंदी हटाई। लेकिन डेढ़ साल में ही इजिप्ट के लष्कर ने बगावत करके ब्रदरहूड की सत्ता का तख्ता पलट दिया और इस संगठन के नेता और सदस्यों की गिरफ्तारी का सत्र शुरू किया।

इस संगठन के नेताओं के अल कायदा, हमास, इस्लामिक जिहाद इन आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध थे। इस कारण इस संगठन के नेता और सदस्यों पर होनेवाली कार्रवाई उचित ही है, ऐसा इजिप्ट की सरकार का कहना है। लेकिन स्थानीय मानवाधिकार संगठन और ऍम्नेस्टी इंटरनॅशनल जैसे संगठन मुस्लिम ब्रदरहूड के नेताओं पर तथा कार्यकर्ताओं पर की जानेवाली कार्रवाई की आलोचना कर रहे हैं।

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