डॉ. हर्षवर्धन ने ‘डब्ल्यूएचओ’ के कार्यकारी बोर्ड के अध्यक्षपद का कार्यभार सँभाला

नई दिल्ली – केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने शुक्रवार को जागतिक स्वास्थ्य संगठन के ३४-सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड के अध्यक्षपद का कार्यभार सँभाला। मुझपर दर्शाये गए विश्वास के लिए मुझे गर्व है और सभी देशवासियों के लिए यह गौरव की बात है, ऐसा इस समय स्वास्थ्यमंत्री ने कहा। चीन पर हो रहें आरोप के बाद ‘डब्ल्यूएचओ’ ने कोरोना की स्वतंत्र जाँच के लिए मान्यता दी है। इस सारी पृष्ठभूमि पर, केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री हर्ष वर्धन ‘डब्ल्यूएचओ’ के कार्यकारी बोर्ड के अध्यक्षपद पर विराजमान हुए हैं। 

डॉ. हर्ष वर्धन ने जापान के डॉ. हिरोकी नकतानी से कार्यभार सँभाला। ‘डब्ल्यूएचओ’ ने कार्यकारी बोर्ड के १४७ वें सेशन का व्हर्चुअल आयोजन किया था। इस समय डॉ. हर्ष वर्धन ने कार्यभार सँभाला। हर्षवर्धन ने दुनियाभर में कोरोना से जान गँवा चुके नागरिकों को श्रद्धांजली अर्पण की। ”स्वास्थ्य सेवा मज़बूत करने की ओर नज़रअन्दाज़ी करने के क्या परिणाम होते हैं, इसका एहसास मुझे इस संक्रमण की बीमारी से हुआ। जागतिक संकट के इस दौर में सुयोग्य व्यवस्थापन और संकट को क़ाबू में लाने के प्रयास करने की ज़रूरत है”, ऐसा इस समय स्वास्थ्यमंत्री हर्ष वर्धन ने कहा।

इसी बीच, कोरोना को क़ाबू में लाने के लिए भारत द्वारा किये जा रहे प्रयासों की तथा देश की परिस्थिति की जानकारी इस समय हर्ष वर्धन ने दी। भारत में मृत्युदर केवल ३ प्रतिशत है। १३५ करोड़ आबादी होनेवाले देश में मरीज़ों की संख्या केवल १ लाख  है, ऐसा उन्होंने कहा। देश में मरीजों के ठीक होने का दर ४० प्रतिशत से अधिक होकर, दोगुना होने का दर यह १३ दिन का है, यह जानकारी हर्ष वर्धन ने दी।

”जिनका उन्मूलन संभव है, ऐसीं बीमारियों से होनेवालीं मौतों पर रोक लगाने के लिए आक्रमक मार्ग खोजना ज़रूरी है। दवाइयों तथा टीकों की जागतिक अपर्याप्तता को मद्देनज़र रखते हुए, उसमें सुधारों की और नये मार्ग खोजने की ज़रूरत है। यदि सदस्य देश तथा अन्य साझियों ने लगातार इस दिशा में काम किया, तो सुधारों को मज़बूती प्राप्त होगी”, ऐसा विश्वास डॉ. हर्ष वर्धन ने व्यक्त किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.