कोरोना संकटकाल के बावजूद मौजूदा वर्ष की पहली तिमाही में देश की निर्यात में ९५ अरब डॉलर्स की रेकार्ड बडोतरी

– निर्यात क्षेत्र की बढ़ोतरी के मामले में भारत ने बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को भी पछाड़ा 

नई दिल्ली – कोरोना के संकटकाल में भी भारत की अर्थव्यवस्था उचित मार्ग पर बरकरार है और मौजूदा आर्थिक वर्ष की पहली तिमाही के दौरान निर्यात में हुई रेकार्ड बढ़ोतरी से यह बात रेखांकित हो रही है, ऐसा वाणिज्यमंत्री पियूष गोयल ने कहा है। मौजूदा आर्थिक वर्ष में अप्रैल से जून की पहली तिमाही में भारत का ‘मर्चेंडाईज्‌ एक्सपोर्ट’ ९५ अरब डॉलर्स दर्ज़ हुआ। अप्रैल का निर्यात बीते वर्ष की तुलना में २०० प्रतिशत अधिक रहा। साथ ही पूरी तिमाही का निर्यात बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष ८५.३६ प्रतिशत ज्यादा हुआ। निर्यात में हुई बढ़ोतरी के स्तर पर भारत ने अमरीका, ब्रिटेन, जापान, यूरोपिय महासंघ, दक्षिण कोरिया जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को भी पछाड़ दिया है। 

केंद्रीय वाणिज्यमंत्री गोयल और नगर विकासमंत्री हरदिम सिंह पूरी ने शुक्रवार के दिन वार्तापरिषद में भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति की जानकारी साझा की। इस दौरान उन्होंने जारी आर्थिक वर्ष की पहली तिमाही में हुए रेकार्ड निर्यात की ओर ध्यान आकर्षित किया। इस दौरान भारत ने कुल ९५.३६ अरब डॉलर्स का सामान निर्यात किया। मार्च में खत्म हुए आर्थिक वर्ष की आखिरी तिमाही में भारत ने ९० अरब डॉलर्स का सामान निर्यात किया था। इसकी तुलना में अगली तिमाही में भारत से ५ अरब डॉलर्स का अधिक सामान निर्यात हुआ है।

बीते आर्थिक वर्ष की पहली तिमाही में भारत का निर्यात ५१.४४ अरब डॉलर्स दर्ज़ हुआ था। उससे पहले अप्रैल-जून २०१९ के तीमाही में भारत का निर्यात ८०.९१ अरब डॉलर्स रहा।

ऐसे में अप्रैल २०२१ में भारतीय निर्यात में बीते वर्ष की तुलना में सबसे अधिक २०० प्रतिशत से ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। भारतीय निर्यात की वृद्धि का इतना रिकार्ड दर भारत ने अब तक कभी भी दर्ज़ नहीं किया था, इस ओर वाणिज्यमंत्री गोयल ने ध्यान आकर्षित किया। 

बीते वर्ष कोरोना संक्रमण का पहली बार विस्फोट हुआ था और देशभर में सख्त लॉकडाऊन लगाया गया था। इस वजह से निर्यात में गिरावट आई थी, इसलिए इतना बढ़ा फरक दिखाई दे रहा है। लेकिन, हाल की २०१९-२० के पहली तिमाही की तुलना में इस वर्ष भारतीय निर्यात १८ प्रतिशत अधिक दर्ज़ हुआ है। विश्व व्यापार संगठन ने जारी किए आँकड़ों के अनुसार अप्रैल में यूरोपिय महासंघ के निर्यात में ६८ प्रतिशत, जापान का ३६ प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का ३२ प्रतिशत और अमरीका के निर्यात में ५३ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई थी। इस तुलना में भारत की निर्यात में कहीं अधिक बढ़ोतरी होने का बयान गोयल ने किया।

जून में भारतीय निर्यात का नया रेकार्ड स्थापित हुआ। इस दौरान भारत ने ३२.३६ अरब डॉलर्स का सामान निर्यात किया। बीते वर्ष जून में निर्यात की तुलना में इस वर्ष २२.०३ अरब डॉलर्स अधिक निर्यात हुआ है।

इसी बीच अप्रैल में भारत में हो रहे विदेशी निवेश यानी ‘एफडीआय’ में बड़ी वृद्धि हुई है। इस दौरान भारत में कुल ६.२४ अरब डॉलर्स का निवेश हुआ। बीते वर्ष के अप्रैल की तुलना में इस वर्ष ३८ प्रतिशत ज्यादा ‘एफड़ीआय’ भारत को प्राप्त हुआ है। साथ ही बीते आर्थिक वर्ष यानी २०२०-२१ के दौरान भारत में कुल ८१.७२ अरब डॉलर्स का विदेशी निवेश होने की जानकारी भी वाणिज्यमंत्री गोयल ने प्रदान की।

भारत का निर्यात लगातार बढ़ रहा है, साथ ही विदेशी निवेश भी भारी मात्रा में हो रहा है, यह भारत सरकार उचित राह पर आगे बढ़ने की बात दर्शाता है, ऐसा गोयल ने कहा। सरकार ने अलग अलग सुधार कार्यक्रम शुरू किए। निवेश को गति प्रदान करने के लिए और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का यह परिणाम होने का बयान भी गोयल ने किया है।

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