‘लश्‍कर’ के दो आतंकी हैदराबाद में गिरफ्तार – चलती ट्रेन में विस्फोट करने की थी साज़िश

नई दिल्ली – राष्ट्रीय जाँच संस्था (एनआयए) ने हैदराबाद में दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। बारह दिन पहले बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर बम विस्फोट हुआ था। यह एक आतंकी हमला था और इस विस्फोट में आयईडी का इस्तेमाल होने की बात जाँच से स्पष्ट हुई थी। इसी मामले में एनआयए ने दो आतंकियों को हैद्राबाद में गिरफ्तार किया है। यह दोनों आतंकी ‘लश्‍कर ए तोयबा’ से जुड़े हैं। साथ ही इनमें से एक ने पाकिस्तान जाकर आतंकी गतिविधियों का प्रशिक्षण प्राप्त करने की बात भी स्पष्ट हुई है, तथा उसने पाकिस्तान में ‘लश्‍कर ए तोयबा’ के प्रमुख हाफिज सईद से भेंट होने की जानकारी पूछताछ में साझा की।

इस मामले में नासिर खान उर्फ नासिर मलिक और उसका भाई इम्रान मलिक उर्फ इम्रान खान को गिरफ्तार किया गया है। १७ जून के दिन दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लैटफॉर्म क्रमांक १ पर एक कपड़े की बोरी में विस्फोट हुआ था। कपड़ों की बोरी का यह पार्सल सिकंदराबाद से रेल पार्सल सेवा के माध्यम से दरभंगा भेजा गया था। ट्रेन से लाए गए अन्य सामान के साथ इस बोरी को भी प्लैटफॉर्म क्रमांक १ के एक छोर पर रखा गया था। इसी बीच यह विस्फोट हुआ। सौभाग्यवश इस विस्फोट में किसी की जान का नुकसान नहीं हुआ। 

इस विस्फोट की घटना से आशंका बढ़ने पर पुलिस ने जाँच शुरू की। फॉरेन्सिक परीक्षण करने पर यह धमाका ‘आयईडी’ का होने की बात और यह आयईडी कपड़ों की बोरी में लपेटकर रखा गया था, यह जानकारी स्पष्ट हुई। इसके बाद इस घटना की जाँच का ज़िम्मा ‘एनआयए’ पर सौंपा गय। १५ जून के दिन यह पार्सल सिकंदराबाद से बुक होने की बात स्पष्ट होने पर वहां के सीसीटीवी फुटेज की जाँच की गई। इसी फुटेज में यह बम रखनेवाले आतंकी देखे गए थे। इन दोनों आतंकियों ने पार्सल बुक करने के लिए जाली पैनकार्ड का इस्तेमाल किया था और मोहम्मद सुफियान नाम से यह पार्सल बुक किया गया था।

इसके बाद इन दोनों की तलाश शुरू हुई। आखिर में बुधवार के दिन इन दोनों को हैदराबाद के माल्लेपाल्ले इलाके में एक घर से गिरफ्तार किया गया। नासिर हैदराबाद में रेडीमेड कपड़ों का कारोबार कर रहा था और बीते वर्ष से उसका भाई भी इस कारोबार में उतरा था। दोनों की पूछताछ में कई चौंकानेवाले खुलासे हुए हैं। यह दोनों सोशल मीडिया के माध्यम से ‘लश्‍कर ए तोयबा’ के एक गुर्गे के संपर्क में थे। साथ ही नाइट्रिक ऐसिड, सलफ्युरिक ऐसिड और शक्कर का इस्तेमाल करके बम बनाने की तकनीक का उन्होंने ऑनलाईन प्रशिक्षण भी प्राप्त किया था।

इन दोनों ने बम बनाकर कपड़ों की बोरी में रखा। करीबन १६ घंटे बाद विस्फोट कराने के लिए उन्होंने टायमर भी लगाया था। चलती गाड़ी में बम विस्फोट करके बड़ा हमला करने की इन दोनों की साज़िश थी। यह विस्फोट यदि चलती गाड़ी में हुआ होता तो ट्रेन पटरी से उतर जाती या आग लगने से जान-माल का बड़ी मात्रा में नुकसान होने की संभावना थी। लेकिन, सौभाग्यवश यह विस्फोट दरभंगा में पार्सल उतरने के बाद हुआ।

जाँच के दौरान नासिर ने वर्ष २०१२ में पाकिस्तान जाकर ‘लश्‍कर’ के शिविर में आतंकी गतिविधियाँ और आयईडी लगाने का प्रशिक्षण प्राप्त करने की जानकारी साझा की। तब वह हाफिज सईद से मिला था, यह भी उसने पूछताछ के दौरान कहा। ‘एनआयए’ फिलहाल इन दोनों से कड़ी पूछताछ कर रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.