ईरान के नातांज़ परमाणु केंद्र में हुए विस्फोट के पीछे साज़िश ही थी – ईरान के परमाणु आयोग की जानकारी

तेहरान – डेढ़ महीना पहले ईरान के नातांज़ परमाणु केंद्र में हुआ संदिग्ध विस्फोट साज़िश ही थी, ऐसी जानकारी ईरान के परमाणु आयोग ने साझा की है। इसके लिए ईरान ने अब तक किसीको ज़िम्मेदार नहीं ठहराया है। लेकिन, ईरान के कुछ नेता इस विस्फोट के लिए इस्रायल या अमरीका होने का आरोप कर रहे हैं। नातांज़ परमाणु केंद्र में हुए इस विस्फोट की वजह से ईरान का परमाणु कार्यक्रम कम से कम चार वर्ष पिछड़ने का दावा किया जा रहा है।

ईरान के नातांज़ परमाणु केंद्र में हुए विस्फोट के पीछे साज़िश ही थी - ईरान के परमाणु आयोग की जानकारीईरान के परमाणु ऊर्जा आयोग के प्रवक्ता बेहरोज़ कमलवंदी ने ‘अल अलाम’ समाचार चैनल से की हुई बातचीत के दौरान नातांज़ परमाणु केंद्र में हुए इस विस्फोट के पीछे साज़िश होने की बात कही है। ईरान की सुरक्षा यंत्रणा जल्द ही इस विस्फोट का पुख्ता कारण सामने लाएगी, यह बयान कमलवंदी ने किया है। लेकिन, यह जानकारी कब घोषित करेंगे, इस पर बोलने से कमलवंदी ने टाल दिया। बीते डेढ़ महीने से ईरान में विस्फोट होने की और आग भड़कने की संदिग्ध घटनाएं हो रही हैं। २ जुलाई के दिन ईरान के नातांझ के परमाणु केंद्र में यकायक आग भड़कने से बड़ा विस्फोट हुआ था। इस विस्फोट से प्रगत सेंट्रीफ्यूजेस का निर्माण करनेवाली यंत्रणा और असेंबली युनिट का तगड़ा नुकसान हुआ था। इस विस्फोट से ईरान के पूरे परमाणु कार्यक्रम को बड़ा झटका लगने की जानकारी सामने आयी थी।

ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने इस मामले में इरशाद करिमी नामक ईरानी कान्ट्रैक्टर को जिम्मेदार पकड़ा था। इस परमाणु केंद्र के लिए आवश्‍यक सामान की आपूर्ति कर रहे करिमी ने ही यह विस्फोट करवाया और आग भड़काई है, यह आरोप रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने किया था। तभी इस्रायल या अमरीका ने सायबर हमला करके नातांझ में विस्फोट करवाया होने का आरोप अमरीका के शीर्ष समाचार पत्र ने किया था। इस परियोजना में बम लगाकर यह विस्फोट करवाने की बात भी वर्णित समाचार पत्र ने कही थी। इसी बीच, इस्रायल के ‘एफ-३५ स्टेल्थ’ लड़ाकू विमानों ने नातांझ परमाणु केंद्र पर मिसाइल या रॉकेट हमला किया होगा, इस पर भी चर्चा हो रही थी। लेकिन, माध्यमों में जारी इस जानकारी पर प्रतिक्रिया देना इस्रायल ने टाल दिया है।

ईरान के नातांज़ परमाणु केंद्र में हुए विस्फोट के पीछे साज़िश ही थी - ईरान के परमाणु आयोग की जानकारीराजधानी तेहरान से २५० किलोमीटर दूरी पर स्थित नातांझ परमाणु केंद्र में ही ईरान का युरेनियम संवर्धन करनेवाला सबसे बड़ा युनिट मौजूद है। इस विस्फोट से कुछ दिन पहले ही ईरान ने इस युनिट में युरेनियम संवर्धन बढ़ाने की योजना तैयार की थी। वर्ष २०१५ के परमाणु समझौते का उल्लंघन करके ईरान ने युरेनियम का संवर्धन शुरू किया है, यह दावा ‘ब्लूमबर्ग’ नामक अमरिकी वृत्तसंस्था ने किया था। लेकिन, उससे पहले ही इस परमाणु केंद्र में विस्फोट होने की यह संदिग्ध घटना होने की बात पर इस समाचार संस्था ने ध्यान आकर्षित किया था।

इसी बीच, ईरान के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम पर कार्रवाई करने के लिए अमरीका ने नए प्रतिबंध लगाने की तैयारी शुरू की है। अगले कुछ दिनों में अमरीका इन प्रतिबंधों का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्रसंघ के सामने रखने की तैयारी में है। तभी अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग के प्रमुख ने ईरान के परमाणु केंद्रों को भेंट देने का ऐलान किया है।

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