अमरीका-ऑस्ट्रेलिया के युद्धाभ्यास पर नज़र रखने के लिए चीन का जासूसी जहाज़ रवाना

अमरीका-ऑस्ट्रेलियासिड़नी – अमरीका और ऑस्ट्रेलिया के युद्धाभ्यास से बेचैन हुए चीन ने इस युद्धाभ्यास पर नज़र रखने के लिए अपना जासूसी जहाज़ रवाना किया है। इससे पहले चीन ने अमरीका-ऑस्ट्रेलिया के युद्धाभ्यास पर जासूसी करने की खबरें प्राप्त हुई थीं। लेकिन, पहले बार चीन ने अपने दो जासूसी जहाज़ रवाना करके इस युद्धाभ्यास को लेकर अपनी बेचैनी दर्शाई है। इसी बीच, अमरिकी सेना ने भी इस युद्धाभ्यास में पैट्रियॉट मिसाइल प्रणाली का सफल परीक्षण किया।

अमरीका और ऑस्ट्रेलिया द्वैवार्षिक ‘तालिस्मान सैबर’ नामक युद्धाभ्यास कर रहे हैं। लगभग एक महीना चलनेवाले इस युद्धाभ्यास में दोनों देशों के मरीन बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। वर्तमान युद्धाभ्यास में अमरीका की पैसिफिक कमांड की वायुसेना का दल एवं मिसाइल डिफेन्स युनिटस्‌ भी शामिल हुए हैं। बीते हफ्ते शुरू हुए इस युद्धाभ्यास पर नज़र रखने के लिए चीन ने अपना जासूसी जहाज़ रवाना करने की खबर पहले ही प्रसिद्ध हुई थी। लेकिन, चीन का अन्य एक जासूसी जहाज़ पापुआ न्यू गिनी देश के करीब पहुँचा है।

अमरीका-ऑस्ट्रेलियाऑस्ट्रेलियन माध्यमों ने चीनी जासूसी जहाज़ की यह खबर जारी की है। तालिस्मान सैबर युद्धाभ्यास पर नज़र रखने के लिए चीन ने अपने दो जहाज़ रवाना करना काफी विलक्षण होने की बात ऑस्ट्रेलियन समाचार चैनल ने कही है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने चीनी जहाज़ की इन गतिविधियों का संज्ञान लिया है। समुद्री यातायात की आज़ादी के नियमों के लिए ऑस्ट्रेलिया प्रतिबद्ध है और दूसरे देश भी इसका पालन करेंगे, यह उम्मीद ऑस्ट्रेलिया के व्यापारमंत्री डैन तेहान ने व्यक्त की है। तो, चीनी जहाज़ की वजह से ऑस्ट्रेलिया ड़र गया है, यह दावा चीन के माध्यम कर रहे है।

अमरीका-ऑस्ट्रेलियाइसी बीच, अमरीका और ऑस्ट्रेलिया के वर्तमान युद्धाभ्यास की वजह से चीन की बेचैनी का दावा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक कर रहे हैं। बीते कुछ महीनों से चीन के साथ निर्माण हुए तनाव में ऑस्ट्रेलिया की मॉरिसन सरकार ने आक्रामक भूमिका अपनाई है। साथ ही चीन को रोकनेवाली अमरीका की नेवल टास्क फोर्स में ऑस्ट्रेलिया के समावेश के संकेत भी दिए गए हैं। अमरीका और ऑस्ट्रेलिया चीन के विरोध में ‘स्ट्रैटेजिक प्लैनिंग’ कर रहे हैं, ऐसी खबरें प्राप्त हुईं थी। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी ओर के लष्करी अड्डों का आधुनिकीकरण करने का ऐलान मॉरिसन सरकार ने किया था। ऐसे में बेचैनी बढ़ने से चीन ने अपने दो जहाज़ रवाना किए हैं, ऐसा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषकों का कहना है।

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