साउथ और ईस्ट चायना सी में जारी चीन की गतिविधियों पर लगाम लगाएंगे – अमरीका और जापान का बयान

गुआम – कुछ देश साउथ और ईस्ट चायना सी में आक्रामक गतिविधियों के जोर पर मौजूदा स्थिति बदलने के लिए एक तरफा कोशिश कर रहे हैं। लष्करी ताकत के बल पर जारी इन गतिविधियों को अमरीका और जापान का विरोध है और इस पर लगाम लगाया जाएगा, यह वादा अमरीका और जापान ने बड़े जोरों से किया है। शनिवार के दिन पैसिफिक महासागर में स्थित गुआम नामक अमरीका के रक्षा अड्डे पर अमरीका और जापान के रक्षामंत्रियों की विशेष बैठक हुई। इस बैठक के दौरान अंतरिक्ष क्षेत्र और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेअर में सहयोग के मुद्दे पर चर्चा होने की जानकारी सूत्रों ने साझा की।

साउथ और ईस्ट चायना सी

कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत अपनी विस्तारवादी महत्वाकांक्षा पूरी करने के लिए जोरदार कोशिश कर रही हैं। इसके लिए अलग अलग इलाकों में लष्करी तैनाती बढ़ाने के साथ ही विवादित इलाकों में घुसपैठ करने की कोशिश चीन कर रहा है। जापान के करीबी ‘ईस्ट चायना सी’ क्षेत्र में चीन लगातार अपने युद्धपोत, लड़ाकू विमान, पनडुब्बियां और गश्‍तीपोतों की सहायता से घुसपैठ कर रहा है। जून महीने में जापान के ‘ओशिमा द्विप’ के करीब चीन की प्रगत पनडुब्बी बड़े खतरनाक तरीके से यात्रा करती हुई देखी गई थी। उसी समय साउथ चायना सी के क्षेत्र में भी चीन अपनी लष्करी ताकत के बल पर आक्रामक गतिविधियां कर रहा है और इस क्षेत्र के छोटे देशों पर दबाव डालने की कोशिश में लगा है।

साउथ और ईस्ट चायना सी

चीन की यह गतिविधियां रोकने के लिए अमरीका ने ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र के अपने सहयोगी देशों के साथ व्यापक मोर्चा गठित करने की कोशिश शुरू की है और इसमें जापान काफी अहम साझेदार है। दूसरे विश्‍वयुद्ध के बाद हुए समझौते के अनुसार अमरीका ने जापान की सुरक्षा का पूरा जिम्मा उठाया है। साथ ही जापान को बड़ी मात्रा में रक्षा सामान एवं हथियारों की आपूर्ति करके यह देश युद्ध के लिए तैयार रखने का पूरा ध्यान रखा गया है। इसी पृष्ठभूमि पर दोनों देशों ने एकसाथ कोशिश करके चीन को रोकने से संबंधित किया वादा अहमियत रखता है।

गुआम में अमरीका के रक्षामंत्री मार्क एस्पर और जापान के रक्षामंत्री तारो कोनो के बीच हुई बैठक में चीन की गतिविधियों का मुद्दा ही केंद्र स्थान पर रहा। दोनों देशों के रक्षामंत्रियों ने ‘इंडो-पैसिफिक’ में चीन का बढ़ता लष्करीकरण एवं आक्रामक गतिविधियों पर कड़ी आलोचना की। साथ ही अमरीका और जापान के बीच हुए रक्षा समझौते में दर्ज़ ‘आर्टिकल ५’ का प्रावधान ईस्ट चायना सी में स्थित सेनकाकु द्विप की सुरक्षा के लिए भी होगा, इस मुद्दे पर दोनों देशों की सहमति होने की जानकारी जापान के रक्षामंत्री ने साझा की। अमरीका और जापान नई डिफेन्स सिस्टिम के लिए भी सहयोग करेंगे, ऐसा जापान के रक्षामंत्री ने कहा है।

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