चीन की बढ़ती आक्रामकता की पृष्ठभूमि पर अमरीका ताइवान में सैन्य तैनाती बढ़ाएगी – अमरिकी अखबार का दावा

वॉशिंग्टन/ताइपे – चीन की बढ़ती आक्रामकता की पृष्ठभूमि पर अमरीका ने ताइवान में सैन्य तैनाती बढ़ाने के संकेत दिए हैं। अगले कुछ ही दिनों में ताइवान में अमरीका अपने १०० से २०० सैनिकों को रवाना करेगी, ऐसा वृत्त अमरीका के शीर्ष अखबार ने प्रदान किया है। अमरीका ने ताइवान में छोटे सैन्य दल की तैनाती करने की बात पिछले साल ही स्पष्ट हुई थी। ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई ईंग-वेन ने भी यह बात मानी दी थी।

सैन्य तैनातीपिछले साल से चीन के ताइवान पर संभावित हमले की संभावना लगातार बढ़ती जा रही है। अमरीका एवं ताइवान के सेना अधिकारी, विश्लेषक एवं नेता इस मुद्दे पर लगातार ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग चीनी जनता का विश्वास जीतने के लिए ताइवान पर हमला करने की हरकत कर सकते हैं, ऐसा ड़र ताइवान के नेताओं ने व्यक्त किया है।

पिछले साल अमरिकी संसद की पूर्व सभापति नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन की आक्रामकता बढ़ी है। पेलोसी की इस यात्रा के बाद अमरीका समेत फ्रान्स और जापान के लोकप्रतिनिधियों ने भी ताइवान का दौरा किया है। इस पर गुस्सा व्यक्त करके चीन ने ताइवान की हवाई और समुद्री सीमा के करीब गश्त बढ़ाई है। चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने अपनी सेना को ताइवान विरोधी कार्रवाई के लिए तैयार रहने के आदेश भी दिए हैं। चीन के लड़ाकू विमान और विध्वंसकों की ताइवान की सीमा में घुसपैठ की घटनाएं भी बढ़ी हैं और यह प्रत्यक्ष हमले के पहले की रिहर्सल हो सकती है, ऐसा दावा किया जा रहा है।

इस पृष्ठभूमि पर अमरीका समेत मित्र देश ताइवान के मुद्दे पर अधिक सक्रिया होते दिख रहे हैं। पिछले हफ्ते ताइवान में चीन की घुसपैठ रोकने के लिए अमरीका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया इन ‘ऑकस’ देशों ने युद्धाभ्यास किया था। ‘एफ-२२ रैप्टर्स’ ‘बी-२ बॉम्बर’, ‘यूरोफाइटर टाइफून्स’, ‘ईए-१८ जी ग्रॉलर्स’ जैसे प्रगत लड़ाकू और बॉम्बर विमान इस युद्धाभ्यास का हिस्सा थे। आनेवाले समय में चीन ने ताइवान पर कब्ज़ा किया तो ताइवान को मुक्त करने के लिए होने वाली कार्रवाई का अभ्यास इस युद्धाभ्यास में किया गया, ऐसा सैन्य विश्लेषकों ने कहा था।

इसके बाद अमरिकी शिष्टमंड़ल की ताइवान यात्रा में राष्ट्राध्यक्ष ईंग वेन ने अमरीका का रक्षा सहयोग अधिक मज़बूत बनाने की बात पर जोर देने का ज़िक्र किया था। अमरीका ने ताइवान में अपनी सैन्य तैनाती बढ़ाने का ऐलान करना यानी अमरीका का संदेश है, यह दावा ताइवानी अधिकारी कर रहे हैं। अमरिकी रक्षा विभाग द्वारा भेजा जा रहा सैन्य दल ताइवानी सेना को प्रगत हथियार और जंगी रणनीति का प्रशिक्षण देगा, ऐसा दावा किया जा रहा है।

अमरीका के ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ नामक अखबार के दावे के अनुसार ताइवानी सेना को अमरीका में भी प्रशिक्षण दिया गया है। ताइवान सेना का दल मिशिगन नैशनल गार्ड से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है, ऐसा दावा वर्णित अखबार ने अपने वृत्त में किया है। अमरीका और ताइवान के इस बढ़ते सहयोग पर चीन ने पहले ही अपनी तीव्र नाराज़गी व्यक्त की है। अमरीका ने अतिरिक्त सैनिक ताइवान में रवाना किए तो चीन की अधिक आक्रामक प्रतिक्रिया सामने आ सकती है।

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