उत्तर कोरिया ने किया चार क्रूज़ मिसाइलों का परीक्षण – सात दिनों में किया तीसरा मिसाइल परीक्षण

क्रूज़ मिसाइलों का परीक्षणप्योनगैन्ग/सेउल – उत्तर कोरिया ने गुरुवार को चार क्रूज़ मिसाइलों का परीक्षण किया। उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरे के विरोध में अमरीका और दक्षिण कोरिया ‘सिम्युलेशन एक्सरसाईज’ कर रहे हैं और इसी बीच यह परीक्षण किया गया। उत्तर कोरिया द्वारा पिछले सात दिनों में यह तीसरा मिसाइल परीक्षण है। इस नए परीक्षण की जापान और दक्षिण कोरिया ने तीव्र आलोचना की है। उत्तर कोरिया के यह परीक्षण उकसावे की गतिविधियां होने की चेतावनी इन देशों ने दी है।

गुरुवार को उत्तर कोरिया के ईशान कोण क्षेत्र में स्थित हैमग्याँग प्रांत के तट से क्रूज़ मिसाइलें दागी गईं। परमाणु हमला हुआ तो इसका प्रत्युत्तर देने के लिए मिसाइलों को कैसे कार्यरत करना होगा, इसका परीक्षण करने के लिए यह मिसाइल दागी गई, ऐसी जानकारी उत्तर कोरिया की वृत्त संस्था ने प्रदान की है। इन चारों मिसाइलों ने लगभग तीन घंटे उड़ान भरके दो हज़ार किलोमीटर दूरी पर निर्धारित लक्ष्य को निशाना करने का दावा भी किया गया है। उत्तर कोरिया ने इस परीक्षण में ‘हवसाल-२’ मिसाइल दागने की जानकारी साझा की।

गुरूवार को किए गए यह परीक्षण पिछले सात दिनों में तीसरा और नए साल में चौथा परीक्षण है। इससे पहले उत्तर कोरिया ने १ जनवरी को ही छोटी दूरी के तीन बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था। इसके बाद पिछले हफ्ते शनिवार को अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया गया। सोमवार २० फ़रवरी को उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वीय तट पर स्थित अड्डे से एक के बाद एक दो बैलेस्टिक मिसाइलें दागी थीं। दोनों मिसाइलों की मारक क्षमता लगभग ३३५ से ४०० किलोमीटर थी।

कुछ दिन पहले उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन ने अपनी सेना को युद्ध की तैयारी के आदेश दिए थे। इसके दो दिन बाद उत्तर कोरिया ने सेना की सबसे बड़ी परेड की थी। इसमें ११ अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक और एक द्रव-ईंधन पर आधारित लंबी दूरी के मिसाइल का पहली बार प्रदर्शन किया गया था। उत्तर कोरिया की तानाशाही हुकमत में अब तक का यह सबसे बड़ा सैन्यकी ताकत का प्रदर्शन था। इस प्रदर्शन के बाद दक्षिण कोरिया, जापान एवं अमरिकी माध्यमों ने उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरे पर ध्यान आकर्षित किया था।

इस पृष्ठभूमि पर पिछले सात दिनों में किए गए लगातार परीक्षणों के साथ ही उत्तर कोरिया की आक्रामकता का मुद्दा फिर से सामने आया है। पिछले कुछ दिनों से उत्तर कोरिया ने अमरीका और दक्षिण कोरिया द्वारा आयोजित युद्धाभ्यास के खिलाफ धमकाना शुरू किया था। हाल ही में उत्तर कोरिया ने अमरीका और दक्षिण कोरिया दोनों को गंभीर प्रभावों की चेतावनी दी थी। अमरीका और दक्षिण कोरिया का युद्धाभ्यास यानी हम पर हमला करने की तैयारी होने का आरोप उत्तर कोरिया ने लगाया था। इस युद्धाभ्यास का उत्तर कोरिया प्रत्युत्तर देगी, यह इशारा भी दिया था। नए परीक्षण इसी का हिस्सा दिख रहे हैं।

जापान और दक्षिण कोरिया ने मिसाइल परीक्षण का निषेध किया है। पिछले हफ्ते ही दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया को शत्रुदेश और सबसे बड़ा खतरा करार देने वाली ‘डिफेन्स रपट’ जारी की थी। इसमें उत्तर कोरिया के परमाणु अस्त्रों के साथ बैलेस्टिक मिसाइलों के खतरे पर ध्यान आकर्षित किया गया था। उत्तर कोरिया सीधे अमरीका तक हमला करने की क्षमता के मिसाइलों का परीक्षण करके इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहा है। उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण और तैयारी अमरिकी सुरक्षा यंत्रणाओं को चुनौती दे सकते हैं, ऐसी चिंता अमरिकी माध्यम और विश्लेषकों ने व्यक्त की है।

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