चीन की बढ़ रही आक्रामकता को रोकने के लिए अमरीका इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सैन्य एवं आर्थिक सहयोग बढ़ाएगी – अमरिकी विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन

जकार्ता/वॉशिंग्टन – चीन की बढ़ती आक्रामक गतिविधियों के खिलाफ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चिंता बढ़ रही है और इन गतिविधियों को रोकने के लिए अमरीका इस क्षेत्र में सैन्य एवं आर्थिक सहयोग मज़बूत करने पर जोर देगी, यह बयान अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने किया| विदेशमंत्री ब्लिंकन सात दिनों के लिए एशियाई दौरे पर हैं| ज्यो बायडेन ने राष्ट्राध्यक्ष पद स्वीकारने के बाद अमरिकी विदेशमंत्री ने आग्नेय एशिया का का यह पहला दौरा है| इस दौरे में ब्लिंकन इंडोनेशिया, मलेशिया और थायलैण्ड की यात्रा करेंगे|

सोमवार देर समय इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता पहुंचकर ब्लिंकन ने इंडोनेशिया के राष्ट्राध्यक्ष जोको विडोडो से मुलाकात की| इसके बाद उन्होंने मंगलवार को इंडोनेशिया के विदेशमंत्री समेत वरिष्ठ मंत्री एवं अफसरों से बैठक की| जकार्ता की युनिवर्सिटी में आयोजित एक समारोह में अमरिकी विदेशमंत्री ने अमरीका की ‘इंडो-पैसिफिक’ नीति को लेकर भूमिका स्पष्ट की|

‘इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में नियमों पर आधारित व्यवस्था सुरक्षित रखने के लिए अमरीका अपने सहयोगी एवं भागीदार देशों के साथ काम करेगी| हर देश को अपनी राह चुनने का अधिकार है| इसी वजह से ईशान कोण से आग्नेय एशिया तक और मेकॉंग नदी से पैसिफिक द्विपों तक सभी चीन की आक्रामक गतिविधियों पर तीव्र चिंता व्यक्त रहे हैं| खुले समुद्री क्षेत्र पर हक जताना, सरकारी कंपनियों को अनुदान प्रदान करके बाज़ार में उथल-पुथल करवाना, जिन देशों को यह नीति मंजूर नहीं है उनके निर्यात पर प्रतिबंध लगाना एवं समझौते से इन्कार करने जैसी हरकतों का इसमें समावेश है| इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के सभी देश इस बर्ताव से नाराज़ हैं| अमरीका को भी यह बात हज़म नहीं हुई है’, इन शब्दों में विदेशमंत्री ब्लिंकन ने चीन को लताड़ा|

साऊथ चायना सी में चीन की वर्चस्ववादी गतिविधियों की वजह से लगभग तीन ट्रिलियन डॉलर्स से अधिक राशि के व्यापार के लिए खतरा निर्माण हुआ है, इस ओर अमरिकी विदेशमंत्री ने ध्यान आकर्षित किया| ‘लेकिन, साऊथ चायना सी में आवाजाही मुक्त और खुले माहौल में होगी, इस बात पर अमरीका कायम है| इसी कारण अमरीका ने ताइवान क्षेत्र में शांति और स्थिरता बरकरार रखने के लिए पहल की है’, इस बात का अहसास भी ब्लिंकन ने इस दौरान कराया|

इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरों का स्वरुप बदल रहा है और इसी कारण सुरक्षा के मुद्दे की भूमिका में बदलाव करने की आवश्यकता होने की बात अमरिकी विदेशमंत्री ने स्पष्ट की| इसी कारण अमरीका इस क्षेत्र के अपने सहयोगी और भागीदार देशों का गठबंधन अधिक किया जाएगा और इसके लिए सैन्य एवं आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा, यह गवाही विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने इस दौरान दी| सैन्य सहयोग, रक्षा उद्योग, राजनीतिक सहयोग, सप्लाई चेन, गोपनीय जानकारी का आदान-प्रदान, प्रौद्योगिकी क्षेत्र के अनुसंधान जैसे मुद्दे एक-दूसरे से जोड़े जाएँगे, यह दावा ब्लिंकन ने इस दौरान किया|

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