उत्तर कोरिया के परमाणु खतरे के विरोध में अमरीका द्वारा दक्षिण कोरिया को नाटो की तर्ज पर सुरक्षा मुहैया कराने का वादा – नाटो प्रमुख ने किया जापान दौरा

वॉशिंग्टन/सेउल, टोकियो – उत्तर कोरिया लगातार परमाणु परीक्षण करके परमाणु हमले करने की धमकी दे रहा हैं, इस पृष्ठभूमि पर अमरीका ने दक्षिण कोरिया को नाटो की तर्ज पर सुरक्षा मुहैया कराने की गारंटी दी है। जरुरत महसूस होने पर अमरीका अपने परमाणु अस्त्र एवं परंपरागत रक्षा यंत्रणा पूरी क्षमता से दक्षिण कोरिया में तैनात करेगी, यह इशारा अमरिकी रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन ने दिया। रक्षा मंत्री ऑस्टिन दक्षिण कोरिया के दौरे पर हैं और इस दौरान उन्होंने परमाणु खतरों का मुकाबला करने के लिए युद्धाभ्यासों की संख्या बढ़ाने के भी संकेत दिए हैं। इसी बीच, नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग जापान के दौरे पर हैं और इस दौरान उन्होंने चीन और रशिया के खतरे के विरोध में एशिया-पैसिफिक के देशों के गठबंधन की जरुरत बयान की।

रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर चीन एवं उत्तर कोरिया की गतिविधियां अधिकाधिक आक्रामक हो रही हैं और अगले युद्ध इसी पैसिफिक क्षेत्र में होगा, ऐसी चेतावनी लगातार दी जा रही हैं। चीन भी ताइवान हमले की लगातार धमकी दे रहा है। इसी बीच उत्तर कोरिया परमाणु वाहक मिसाइलों के साथ नए बैलेस्टिक मिसाइलों के परीक्षण कर रहा है। इसकी वजह से एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में तनाव बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। जापान और दक्षिण कोरिया द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस क्षेत्र की सुरक्षा का मुद्दा बार-बार उठाया जा रहा है। पिछले महीने जापान के प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री ने भी अमरीका का दौरा किया था। इस दौरान बैठक में अमरीका ने जापान में की गई तैनाती में बड़े बदलाव करने का ऐलान करके सुरक्षा की गारंटी दी थी।

इसके बाद अब अमरीका के रक्षा मंत्री उच्चसस्तरीय शिष्टमंड़ल के साथ दक्षिण कोरिया के दौरे पर गए हुए हैं। इस दौरान उन्होंने दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष एवं रक्षा मंत्री से मुलाकात की। इस बीच, चीन और उत्तर कोरिया की हरकतों से उभरते खतरे और इसके विरोधी आवश्यक प्रावधानों के मुद्दे पर चर्चा होने की जानकारी दोनों देशों ने प्रदान की। दक्षिण कोरिया में अपनी रक्षा तैनाती पूरी क्षमता से होगी और इसमें परंपरागत एवं परमाणु क्षमता का भी समावेश होगा, ऐसी गवाही अमरिकी रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन ने दी। इसके अलावा उन्होंने दक्षिण कोरिया को नाटो सदस्य देशों की तर्ज पर सुरक्षा मुहैया कराने की गारंटी भी दी। इसके लिए दक्षिण कोरिया के साथ युद्धाभ्यासों की संख्या अमरीका अधिक बढ़ाएगी, यह बयान भी ऑस्टिन ने किया।

अमरिकी रक्षा मंत्री दक्षिण कोरिया में पहुंचते ही नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग जापान दौरे पर गए हुए हैं। इस दौरान उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा एवं रक्षा मंत्री के साथ वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात की। इसके अलावा स्टॉल्टनबर्ग ने रशिया और चीन की बढ़ती नज़दिकियों का मुद्दा उठाया। रशिया-यूक्रेन युद्ध और रशिया-चीन के बढ़ते सहयोग से नाटो और एशिया-पैसिफिक की सुरक्षा एक-दूसरे से जुड़ी होने की बात दर्शाई है, ऐसा दावा स्टॉल्टनबर्ग ने किया। जापान यात्रा से पहले नाटो के प्रमुख ने दक्षिण कोरिया का भी दौरा किया।

नाटो प्रमुख का दौरा और उनके बयान पर चीन से तीव्र प्रतिक्रिया आई है। नाटो अब शीतयुद्धकालिन मानसिकता से बाहर निकले और यूरोप समेत अन्य विश्व की सुरक्षा एवं स्थिरता के लिए कदम बढ़ाए, ऐसी फटकार चीन के विदेश विभाग की प्रवक्ता माओ निंग ने लगाई। 

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