बैंकिंग क्षेत्र के संकट की वजह से अमरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी के आसार – अमरिकी वित्तसंस्था गोल्डमन सैक्स की चेतावनी

वॉशिंग्टन – अमरिकी बैंकिंग क्षेत्र में पिछले सात दिनों में चोटी पर काफी अहम बैंक, वित्तसंस्थाओं के बुरे हालात का सीधा अमरिकी अर्थव्यवस्था पर असर हो सकता है। इन बैंकों के लिए कर्ज़ देने के निकष सख्त करने की वजह से अमरिकी अर्थव्यवस्था धीमी पड सकती है, ऐसी चेतावनी अमरीका की शीर्ष वित्तसंस्था गोल्डमन सैक्सन ने दी। ऐसे में अमरिकी शेअर बाज़ार में इसका असर दिखाई दिया है, ऐसा दावा अमरीका के विश्लेषक कर रहे हैं। इसी बीच, पिछले कुछ महीनों से अमरीका में बढ़ती हुई महंगाई की वजह से आम अमरिकी जनता अपने बिल्स का भुगतान करने में अक्षम होने की चौंकानेवाली जानकारी सामने आ रही है।

पिछले सात दिनों में अमरीका की सिल्वर गेट, सिलिकॉन वैली बैंक, सिग्नेचर बैंक एवं क्रेडिट स्यू जैसी अहम बैंकें, वित्तसंस्था दिवालिया हुई हैं। सिर्फ अमरीका में बैंकों को लगभग ९० अरब डॉलर्स और खाताधारक एवं निवेशकों का भारी २०० अरब डॉलर्स का नुकसान होने की बात कही जा रही है। इन दिवालिया बैंकों के बाद अमरीका की अन्य कम से कम ४० बैंकों को आर्थिक सहायता की ज़रूरत होने के दावे माध्यम और विश्लेषक कर रहे हैं। राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने देश का आर्थिक नुकसान न होने का बयान किया था।

लेकिन, अमरीका की शीर्ष वित्तसंस्था गोल्डमन सैक्स ने अपनी वेबसाईट पर जारी की हुई जानकारी के अनुसार पिछले सात दिनों में अमरिकी बैंक, शेअर बाज़ार में गिरावट का तीव्र असर अमरिकी अर्थव्यवस्था पर हुए बिना नहीं रहेगा, ऐसी चेतावनी दी है। अमरिकी अर्थव्यवस्था में छोटी और मध्यम आकार के बैंकों की भूमिका काफी अहम है। सिलिकॉन वैली बैंक पर आया हुआ संकट और इसके विरोध में तय किए गए मानकों के केरण अमरीका की छोटी बैंकों के कारोबार और इसके साथ ही अमरिकी अर्थव्यवस्था पर इसका सीधा असर पडेगा, ऐसा गोल्डमन सैक्स ने कहा है।

पिछले साल से अमरिकी अर्थव्यवस्था पर मंदी का संकट छाने का दावा विश्लेषक कर रहे हैं। बायडेन प्रशासन और अमरीका के प्रमुख विश्लेषकों ने यह दावे खारिज किए थे। लेकिन, बैंकिंग क्षेत्र पर टूटे संकट के बाद आनेवाले दौर में अमरिकी बैंकों को कर्ज देने के निकष अधिक सख्त किए जाएंगे, ऐसा दावा विश्लेषक कर रहे हैं, ऐसा गोल्डमन सैक्स ने कहा है। ऐसा हुआ तो अर्थव्यवस्था धीमी होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता, ऐसा दावा इस वित्त संस्था ने किया है।

इसी बीच, अमरीका के ‘सेन्सस ब्यूरो’ द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार अमरीका के ३६ प्रतिशत ग्राहकों को अगले सात दिनों में अपने बिल्स का भुगतान करना भी कठिन हो गया है। यह बड़ी चिंता की बात होने का बयान सेन्सस ब्यूरो ने किया है।

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