पाकिस्तान के परमाणु अस्त्रों पर समझौता नहीं करेंगे – प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री की गवाही

इस्लामाबाद –  जनता की भूखमरी के बावजूद परमाणु अस्त्रों पर पाकिस्तान समझौता नहीं करेगा, ऐसा ऐलान इस देश के नेता कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष पाकिस्तान को कर्ज़ मुहैया करने के लिए तैयार नहीं है, इसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय ताकतों को पाकिस्तान से परमाणु अस्त्र छीनने हैं, ऐसे दावे पाकिस्तान में किए जा रहे हैं। इसके लिए पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह से बिगाड़ा गया है, ऐसी सोच पाकिस्तान में बढ रही है। पर कुछ भी हो जाए पाकिस्तान परमाणु अस्त्रों के मामले में समझौता नहीं करेगा, ऐसी गवाही इस देश के प्रधानमंत्री एवं वित्तमंत्री ने दी।

अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष से अब तक २३ बार कर्ज़ उठानेवाले पाकिस्तान ने मुद्राकोष की सूचनाओं का पालन नहीं किया था। इस बार भी मुद्राकोष पहले की लापरवाही को अनदेखा करके हमें कर्ज़ मुहैया करेगा, पाकिस्तान को यह उम्मीद थी। लेकिन, मुद्राकोष ने अपनी शर्तें पुरी किए बिना कर्ज नहीं मिलेगा, ऐसा इशारा पाकिस्तान को दिया है। इसी बीच पाकिस्तान की राजनीतिक अस्थिरता की वजह से मुद्राकोष कर्ज़ देते समय सावधानी बरत रहा है। लेकिन, हमें कर्ज़ की सहायता मिलने में हो रही देरी यानी पाकिस्तान के खिलाफ रचि गई साज़िश होने की सोच इस देश में मज़बूत होने लगी है।

अंतरराष्ट्रीय ताकतों को पाकिस्तान के परमाणु अस्त्र छीनने हैं। इसके लिए उन्होंने पहले पाकिस्तान की स्थिति बिगाडी और अब सहायता मुहैया करने से इन्कार कर रहे हैं, ऐसे दावे पाकिस्तान के कुछ विश्लेषक और पत्रकार कर रहे हैं। इसके अलावा मौजूदा सरकार अंतरराष्ट्रीय ताकतों के दबाव में आकर देश के परमाणु अस्त्र उन्हें सौंप देंगे, ऐसे आरोप पाकिस्तान के समाचार चैनलों पर लगाए जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर देश की शासक पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के गुट में शामिल एक सांसद ने इस मुद्दे पर अपनी सरकार से सवाल किया।

इसके जवाब में पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक दार ने कुछ भी हो जाए पर हम परमाणु अस्त्रों को लेकर समझौता नहीं करेंगे, ऐसा आश्वासन दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने भी पाकिस्तान अपने परमाणु अस्त्रों की बड़ी सावधानी से रक्षा कर रहा है, ऐसा कहकर अस्त्र सुरक्षित होने की गवाही दी। इस तरह इन दोनों नेताओं ने आश्वासन देने के बाद पाकिस्तान के कुछ लोगों की आशंका अधिक बढ़ती जा रही है।

पाकिस्तान परमाणु अस्त्रों को लेकर समझौता नहीं करेगा, यह कहने का समय ही क्यों आता है, ऐसा सवाल इस पत्रकार ने किया है। पाकिस्तान के नेता बार-बार ड़टकर कह रहे हैं, इसी का मतलब अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष परमाणु अस्त्रों को लेकर पाकिस्तान पर दबाव डाल रहा है, यही होने की चिंता इस पत्रकार ने जताई। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय दबाव बर्दाश्त करने की क्षमता पाकिस्तान के नेता में नहीं है। वे दबाव में आकर परमाणु अस्त्रों को लेकर समझौता करेंगे, ऐसी चिंता भी इस पत्रकार ने व्यक्त की है। लेकिन, पाकिस्तान की सेना ऐसा होने नहीं देगी, ऐसा इस पत्रकार का कहना है।

परमाणु अस्त्रों के कारण ही पाकिस्तान आज तक भारत से सुरक्षित रहा हैं, वरना अपनी प्रचंड़ सैन्यकी ताकत के बलबूते पर भारत ने पाकिस्तान को निगल लिया होता, ऐसा विचार इस देश के कुछ बुद्धिमान और आम नागरिक भी रखते हैं। इसी की वजह से भारत अन्य प्रमुख देशों के साथ साज़िश रचके पाकिस्तान के परमाणु अस्त्र छीनने की तैयारी में होने का ड़र इस देश के माध्यमों को भी सता रहा है। इसी कारण से जनता की भूखमरी के बावजूद ड़र के मारे बेबस पाकिस्तान परमाणु अस्त्रों को लेकर समझौता नहीं करेगा, ऐसी चिल्लाहट कर रहा है। लेकिन जीने के लिए अनाज ना होने की स्थिति में भी परमाणु अस्त्र रखकर देश की सुरक्षा कैसे मुमकिन होगी, ऐसा बुनियादी सवाल इस देश में भूखमरी का सामना करने वाली आम जनता कर रही है।

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