अमरीका साऊथ चायना सी में गश्ती जारी रखेगा

बिजींग, दि. २० (वृत्तसंस्था) – आंतर्राष्ट्रीय समुद्री नियमों के अनुरूप अमरीका ‘साऊथ चायना सी’ में अपनी समुद्री तथा हवाई गश्ती शुरू रखेगा, ऐसी घोषणा अमरीका के वरिष्ठ नौसेना अधिकारी ने की| ‘इस समुद्री क्षेत्र की रतवाही अमरीका के लिए ख़तरा हो सकती है’ इस चीन द्वारा दी गयी धमकी पर अमरिकी अधिकारी ने क़रारा जवाब दिया, ऐसा प्रतीत होता है|

china-sea-us-china-admirasl- साऊथ चायना सी

अमरीका के ‘नेव्हल ऑपरेशन्स कमांड’ प्रमुख ऍडमिरल जॉन रिचर्डसन ने हाल ही में चीन का दौरा किया| ‘दोनो देशों की नौसेना के बीच बेहतर सहयोग बनाने के लिए रिचर्डसन के इस दौरे का प्रयोजन था’ ऐसी जानकारी पेंटॅगॉन ने दी| वहीं, पिछले कुछ दिनों से ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र में चल रहें विवाद की पृष्ठभूमि पर भी, अमरिकी और चीनी अधिकारियों की इस मुलाक़ात को देखा जा रहा था|

चीन में दाख़िल होने के बाद ऍडमिरल रिचर्डसन ने, चीनी नौसेना ‘थॉर्थ सी फ़्लीट’ कमांड प्रमुख ऍडमिरल युआन यूबाई से चर्चा की| इसी चर्चा में रिचर्डसन ने, ‘साऊथ चायना सी’ के विषय में अमरीका की भूमिका प्रस्तुत की| दुनिया के सभी समुद्री क्षेत्रों की तरह अमरीका ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र में भी आंतर्राष्ट्रीय समुद्री नियमों का पालन करेगा| समुद्री यातायात की स्वतंत्रता, साथ ही, समुद्री और हवाई क्षेत्र के शांतिपूर्वक उपयोग के लिए अमरीका ‘साऊथ चायना सी’ में अपनी कार्रवाईयों को कम नहीं करेगा, ऐसा भी रिचर्डसन ने कहा|

रिचर्डसन के इस चीन दौरे से पहले चिनी नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी ऍडमिरल ‘सून जियांगूओ’ ने अमरीका को धमकाया था| समुद्री यातायात की स्वतंत्रता का बहाना बनाकर ‘साऊथ चायना सी’ में गश्ती शुरू रखी, तो ख़तरा बढ़ सकता है, ऐसी चेतावनी जियांगूओ ने अमरीका को निशाना बनाते हुए दी थी| इसलिए चीन में दाखिल होते ही, ऍडमिरल रिचर्डसन ने चीन को जवाब दिया|

पिछले हफ़्ते ‘हेग’ के आंतर्राष्ट्रीय न्यायालय द्वारा सुनाये गए फैसले में, ‘साऊथ चायना सी’ पर चीन का अधिकार नहीं है, ऐसा स्पष्ट किया गया था| लेकिन चीन इस समूचे समुद्री क्षेत्र पर अपना सार्वभौम अधिकार जता रहा हैं, जिसे अन्य कोई देश चुनौती नहीं दे सकता, ऐसा चीन का दावा है| इसी दौरान, इस विवाद को निपटाने के लिए चीन ने कुछ शर्तों के साथ, फिलिपाईन्स को बातचीत का निमंत्रण दिया था|

लेकिन शर्तों के आधार पर चीन के साथ बातचीत नहीं हो सकती, ऐसा फिलिपाईन्स ने स्पष्ट किया है| आंतर्राष्ट्रीय न्यायालय द्वारा किये गए फ़ैसले को फिलिपाईन्स अनदेखा कर दें, साथ ही, किसी अन्य देश की मध्यस्थता के बिना बातचीत में शामिल हो जाए, ऐसी शर्ते चीन ने रखी थीं| लेकिन चीन के इन शर्तों पर बातचीत नहीं हो सकती, ऐसा फिलिपाईन्स ने स्पष्ट कर दिया है| वहीं विएतनाम ने भी ‘साऊथ चायना सी’ के विषय में चीन द्वारा किए गए सभी बयान साफ झूठे हैं, ऐसी आलोचना की है|

इसी दौरान, आंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने ‘साऊथ चायना सी’ पर सुनाये हुए फ़ैसले के बाद, चीन ने इस समुद्री क्षेत्र में परमाणुबमवाहक बॉम्बर विमान को रवाना किया था| अपनी रक्षा संदर्भ में प्रमुखता से गोपनीयता रखनेवाले चीन ने, इस बॉम्बर विमान की गश्ती के फोटोज् सोशल मीड़िया पर प्रकाशित करते हुए अपने विरोधकों को चेतावनी दी, ऐसा दिखाई देता है|

इन फोटो में, चीन का ‘एच-६के’ यह परमाणुबमवाहक बॉम्बर विमान ‘साऊथ चायना सी’ के ‘स्कारबोरो’ द्वीपसमूहों के उपर से गश्ती लगाता दिखाई दे रहा है| इसी समुद्री क्षेत्र के विवाद को लेकर फिलिपाईन्स ने चीन के खिलाफ़ आंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में आरोपपत्र दाख़िल किया था| इसलिए चीन ने इस समुद्री क्षेत्र में बॉम्बर रवाना करते हुए फिलिपाईन्स और उसका समर्थन करनेवाले अमरीका को चेतावनी दी, ऐसा दावा किया जाता है|

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