अमरीका-दक्षिण कोरिया का युद्धाभ्यास यानी उत्तर कोरिया विरोधी जंग का ऐलान – उत्तर कोरिया का नया बयान

सेउल – ‘अमरीका और दक्षिण कोरिया का नया युद्धाभ्यास उत्तर कोरिया की सीमा के करीब हुआ तो वह अमरीका का उत्तर कोरिया विरोधी युद्ध का सीधा ऐलान माना जाएगा’, ऐसा बयान उत्तर कोरिया ने किया। इससे कुछ ही घंटे पहले अमरीका की परमाणु पनडुब्बी दक्षिण कोरिया के बुसान बंदरगाह में दाखिल हुई। इसकी वजह से बेचैन हुआ उत्तर कोरिया अमरीका को धमका रहा है।

दो दिन पहले गुरूवार को उत्तर कोरिया ने क्रूज़ मिसाइलों का परीक्षण किया। उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरे के खिलाफ अमरीका और दक्षिण कोरिया ‘सिम्युलेशन एक्सरसाईज’ कर रहे हैं तभी उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल परीक्षण किए। आनेवाले समय में परमाणु हमला हुआ तो हम मिसाइलों का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं, इसे परखने के लिए यह मिसाइल परीक्षण करने की जानकारी उत्तर कोरिया की वृत्तसंस्था ने प्रदान की थी।

पिछले सात दिनों में उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल परीक्षण का यह तीसरा और नए साल में चौथा अवसर है। कुछ दिन पहले उत्तर कोरिया ने अपनी सेना के परेड़ में ११ अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक और एक द्रव-ईंधन पर आधारित लंबी दूरी की मिसाइल का पहली बार प्रदर्शन किया था। उत्तर कोरिया की तानाशाही हुकूमत का यह अब तक का सबसे बड़ा जंगी ताकत का प्रदर्शन रहा। इससे पहले उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन ने अपनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने के आदेश दिए थे।

उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर अमरीका और दक्षिण कोरिया ने विशेष सैन्य सहयोग स्थापित करने का ऐलान किया। उत्तर कोरिया के खिलाफ दक्षिण कोरिया को संरक्षित करने के लिए इस देश में परमाणु अस्त्र तैनात करने के संकेत भी अमरीका ने दिए थे। साथ ही अमरीका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया विरोधी नए युद्धाभ्यास की शुरूआत की। लेकिन, दो देशों का यह युद्धाभ्यास यानी हमारे विरोधी युद्ध का ऐलान होगा, ऐसा उत्तर कोरिया ने कहा।

ऐसे में अमरीका की ६,००० टन भार की लॉस एंजेलस वर्ग की ‘यूएसएस स्प्रिंगफील्ड’ नामक गतिमान परमाणु पनडुब्बी दक्षिण कोरिया के बुसान बंदरगाह में दाखिल हुई है। अपने निर्धारित समय के अनुसार यह पनडुब्बी बुसान बंदरगाह में दाखिल होने का दावा किया जा रहा है। उत्तर कोरिया के साथ बढ़ते तनाव का इस पनडुब्बी से संबंध नहीं है, ऐसा अमरीका और दक्षिण कोरिया के अधिकारियों का कहना है। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के ‘गुआम’ द्वीप पर तैनात अमरीका की सेवन्थ फ्लीट में इस पनडुब्बी को समुद्री गश्त के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसकी वजह से वर्णित पनडुब्बी का दक्षिण कोरिया पहुंचना ध्यान आकर्षित कर रहा है।

इसी बीच, ज्यो बायडेन ने अमरीका की बागड़ोर संभालने के साथ ही उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों की संख्या काफी बढ़ने के मुद्दे पर अमरिकी वृत्तसंस्था ध्यान आकर्षित कर रही है। साल २०२२ में उत्तर कोरिया ने पिछले दस सालों में सबसे अधिक मिसाइलों का परीक्षण किया है, ऐसा अमरिकी वृत्तसंस्था का कहना है।

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