२६/११ के मृतकों को पूरे देश ने श्रद्धांजलि दी

नई दिल्ली/जेरूसलम – २६/११ के हमले को १४ वर्ष पूरे हुए हैं। इस अवसर पर इस हमले में मारे गए और आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हुए सभी को देशभर से श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर देश में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। भारत में इस्रायली राजदूत ने बयान किया कि, भारत समेत हमारा देश भी २६/११ का हमला कभी नहीं भुलेगा। इस हमले को भूल पाना संभव नहीं और इसके मास्टरमाइंड को कभी भी माफ नहीं किया जा सकता, यह संदेश भी इस्रायली राजदूत ने दिया।

२६/११राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले के मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पण की। इसी बीच विदेश मंत्री जयशंकर ने मांग की है कि, यह आतंकी हमला करवाने वाले और उनकी सहायता करने वालों पर कार्यवाही होनी चाहिए। आतंकवाद मानवता के खिलाओफ गंभीर अपराध है, इसका अहसास दिलाकर विदेश मंत्री ने २६/११ के हमले की गंभीरता पर विश्व का ध्यान आकर्षित किया। एक दिन पहले सुरक्षा परिषद की काउंटर टेररिज़म कमेटी (सीटीसी) में बोलते समय भारत की राजदूत रुचिरा कंबोज ने २६/११ के मास्टरमाइंड पर कार्रवाई करने की कोशिश राजनीतिक उद्देश्य से रोकी गई, ऐसी आलोचना की थी।

आतंकियों को हर तरह की सहायता प्रदान करके भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने वाला पाकिस्तान और यह आतंकी संगठन एवं उनके सरगनों पर सुरक्षा परिषद की कार्रवाई को रोकने वाले चीन को भारतीय राजदूत ने अपने भाषण में लक्ष्य किया था। २६/११ के हमले में आतंकियों ने यहूदियों के छाबड़ हाऊस को भी लक्ष्य किया था। इसकी याद ताज़ा करके भारत में नियुक्त इस्रायली राजदूत नाओर गिलॉन ने हमारा देश इस आतंकी हमले को कभी नहीं भूलेगा और इसे अंजाम देनेवालों को कभी माफ नहीं किया जाएगा, ऐसा सख्त संदेश दिया।

२६/११ के हमले के १४ वर्ष पूरे हो रहे हैं और ऐसे में आतंकवाद विरोधी जंग में इस्रायल पूरी तरह से भारत के पक्ष में है, ऐसा राजदूत गिलॉन ने ड़टकर कहा। साथ ही भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सुरू किए प्रयासों को इस्रायल का समर्थन होने का बयान भी राजदूत गिलॉन ने किया। इस्रायली राजदूत ने भारत के साथ इस्रायल भी आतंकवाद का शिकार है, ऐसा कहा। आतंकवाद को पराजित करना हो तो सबको एकजुट होने की जरुरत है, यह दावा राजदूत गिलॉन ने किया।

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