‘साउथ चाइना सी’ में धमकियां और ताकत का इस्तेमाल बर्दाश्त नहीं होगा – अमरीका और वियतनाम की चीन को चेतावनी

हनोई/वॉशिंग्टन – अमरीका और वियतनाम की हुई बैठक में चीन की साउथ चाइना सी में शुरू विस्तारवादी और आक्रामक हरकतों के विरोध में कड़ी चेतावनी दी गई। साउथ चाइना सी क्षेत्र में धमकियां और ताकत का इस्तेमाल करना बर्दाश्त नहीं होगा, ऐसा इशारा दोनों देशों ने जारी किए संयुक्त निवेदन में दिया गया है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के वियतनमाम दौरे के बीच में यह निवेदन जारी किया गया। इस दौरान बायडेन और वियतनाम के नेता ने साउथ चाइना सी को लेकर किए जा रहे दावों का हल अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत निकालने का मुद्दा भी रेखांकित किया।

साउथ चाइना सी में चीन के तटरक्षक बल और ‘नेवल मिलिशिया’ की गतिविधियां बढ़ने की बात पिछले कुछ दिनों से सामने आ रही है। चीनी जहाज़ आग्नेय एशियाई देशों के पोत और नौकाओं को रोकने की हरकतें करते दिखाई दिए हैं। चीन ने पश्चिमी युद्धपोतों को भी ‘वॉर्निंग’ देने का वृत्त प्रसिद्ध हुआ है। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन का वियतनामक दौरा करना ध्यान आकर्षित करता है।

चीन ने कुछ दिन पहले ही विवादित नक्शा जारी किया था। इसमें पूरा साउथ चाइना सी चीन का हिस्सा दिखाया गया था। चीन के इस नक्शे पर आग्नेय एशियाई देशों की तीव्र प्रतिक्रिया सामने आयी थी। वियतनाम और फिलीपीन्स ने चीन के इस नए नक्शे की तीव्र शब्दों में निषेध किया था। इस मामले में अमरीका आग्नेय एशियाई देशों के पक्ष में खड़ी हुई हैं। वियतनाम और चीन के बीच ‘पैरासेल आयलैण्डस’ के अधिकारों को लेकर विवाद है और चीन ने इसका कुछ क्षेत्र हथियाने की कोशिश की है।

साउथ चाइना सी क्षेत्र में ईंधन के भंड़ार एवं व्यापारी यातायात के मुद्दे पर चीन और वियतनाम का लगातार विवाद हो रहा है। दोनों देशों के जहाज़ आमने सामने आने से विवाद होने की घटनाएं भी हुई हैं। चीन ने इस मामले में वियतनाम पर दबाव बनाने की कोशिश की लेकिन, फिर भी वियतनाम ने इसे ज्यादा अहमियत नहीं दी। उल्टा ‘आसियान’ सदस्य देश एवं अन्य मित्र देशों की सहायता से चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया है। अमरीका के साथ बढ़ता सहयोग भी उसीका हिस्सा समझा जाता है।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के इस दौरे में दोनों देशों ने जारी किया संयुक्त निवेदन चीन को संदेश देने की नीति का हिस्सा बनता है। अमरीका ने आग्नेय एशियाई देशों के साथ जापान, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया के साथ चीन विरोधी गठबंधन खड़ा करने पर जोर दिया है। इसके लिए संबंधित देशों को आर्थिक एवं रक्षा सहायता प्रदान करके सैन्य तैनाती बढ़ाने का वादा भी किया है। वियतनाम में जारी किया संयुक्त निवेदन एवं किए गए विभिन्न समझौते अमरीका की चीन विरोधी नीति का हिस्सा बताए जा रहे हैं।

वियतनाम दौरे में अमरीका ने १० अरब डॉलर से भी अधिक मूल्य के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसमें हवाई क्षेत्र की ‘बोईंग’ और ‘वियतानम एअर’ ने किए ७.५ अरब डॉलर का सबसे बड़ा समझौता भी है। इसके अलावा सेमीकंडक्टर, एआई, सूचना एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र से संबंधित समझौते होने की जानकारी भी दोनों देशों के सुत्रों ने साझा की है।

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