उड़न तश्तरियों के पीछे परग्रह निवासी होने की संभावना से इन्कार करना मुमकिन नहीं – ‘पेंटॅगॉन’ की रपट का दावा

वॉशिंग्टन – अमरीका में वर्ष २००४ से देखे जा रहे उड़न तश्तरियों की घटनाओं के पीछे परग्रह निवासी होने की संभावना से पूरी तरह से इन्कार नहीं किया जा सकता, यह दावा ‘पेंटॅगॉन’ की रपट में किया गया है। अमरिकी संसद में शुक्रवार के दिन पेश की गई ‘अनक्लासिफाईड रिपोर्ट’ से यह बात सामने आयी है। अमरिकी रक्षा बल एवं प्रशासन ने अब तक देश की संसद के सामने उड़न तश्‍तरियों की घटनाओं के मुद्दे पर खुलेआम कबूली नहीं दी थी। इस वजह से यह रपट अमरिकी प्रशासन की नीति के एक निर्णायक मोड़ के तौर पर पहचान प्राप्त कर रही है। 

अमरिकी रक्षा विभाग ने बीते वर्ष उड़न तश्तरियों की घटनाओं की जड़ें खंगालने के लिए ‘अनआयडेंटिफाईड एरियल फेनॉमनॉ टास्क फोर्स’ का गठन किया था। इस टास्क फोर्स ने साझा की हुई जानकारी के आधार पर ‘ऑफिस ऑफ द डायरेक्टर ऑफ नैशनल इंटेलिजन्स’ नामक गुप्तचर यंत्रणा ने अंतरिम रपट तैयार की है। रिपब्लिकन पार्टी के सिनेटर रुबिओ ने सिनेट की ‘इंटेलिजन्स कमिटी’ के ज़रिये इस रपट की माँग की थी। अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे मंजूरी प्रदान करनेवाले विधेयक पर हस्ताक्षर किए थे।

‘प्रिलिमिनरी अससेमेंट: अनआयडेंटिफाईड एरिअल फेनॉमेनॉ’ नामक रपट संसद में पेश की गई है। इसमें वर्ष २००४ से २०२१ तक की १४४ घटनाएँ दर्ज़ हैं। इनमें से सिर्फ एक घटना ‘डिफ्लेटेड बलून’ की थी, यह पुख्ता अनुमान है। शेष १४३ घटनाओं पर किसी भी तरह का पुख्ता खुलासा करना मुमकिन ना होने की बात इस रपट में कही गई है। साथ ही उड़न तश्तरियों की घटनाओं के पीछे परग्रह निवासी होने की संभावना से ‘पेंटॅगॉन’ की इस टास्क फोर्स ने इन्कार नहीं किया है।

यह उड़न तश्तरियाँ हवाई उड़ानों के लिए खतरा हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती होने का इशारा भी इस रपट में दिया गया है। बीते कुछ वर्षों के दौरान अमरीका के कुछ अधिकारी एवं सांसद लगातार परग्रह निवासी एवं उड़न तश्तरियों का मुद्दा उठा रहे हैं। संसद में पेश की गई रपट की वजह से अब यह मुद्दा अधिक खुले तौर पर और आक्रामकता से रखा जाएगा, यह दावा अभ्यासक और विश्‍लेषक कर रहे हैं। बीते कुछ महीनों में अमरिकी प्रसारमाध्यमों में प्रदर्शित हुए साक्षात्कार इसकी पुष्टी करनेवाले साबित हो रही है। इनमें पूर्व राष्ट्राध्यक्ष, सांसद, अमरिकी रक्षाबल के पूर्व विमान चालक एवं वरिष्ठ अफसरों का समावेश था।

वर्ष २०१७ में अमरिकी रक्षा विभाग ने पहली बार उड़न तश्तरियों के विषय पर शोधकार्य जारी होने की अधिकृत कबूली दी थी। वर्ष २००७ से २०१२ के दौरान अमरिकी रक्षा विभाग ने इस मुद्दे के लिए एक विशेष गुट का गठन करके जानकारी इकठ्ठा की थी। इसके बाद वर्ष २०१७ और २०१८ में अमरिकी प्रसार माध्यम एवं कुछ गुटों ने उड़न तश्तरियों के वीडियो जारी किए थे। सितंबर २०१९ में अमरिकी नौसेना ने इन वीडियोज्‌ में सच्चाई होने की बात भी मानी थी।

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