कोरोना के फैलाव का मूल चीन के वुहान लैब की दुर्घटना में ही – अमरिकी जांच यंत्रणा ‘एफबीआई’ प्रमुख की जानकारी

वॉशिंग्टन – ‘फेडरल ब्युरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन’ जैवं खतरों पर बारीकी से नज़र रखनेवाले विशेषज्ञों का स्वतंत्र गुट रखता है। यह गुट जैविक घटक गलत हाथों में तो नहीं पड रहे हैं ना, इसका ध्यान रखता है और इनमें प्रतिद्वंद्वी देशों का भी समावेश होता है। यहां हम चीन सरकार के नियंत्रित लैब में हुए संदिग्ध ‘लीक’ की बात कर रहे हैं। इस घटना से लाखों अमरिकी नागरिकों की मौत हुई। संबंधित लैब का निर्माण इसी इरादे से किया गया था। एफबीआई की रपट में कोरोना महामारी का मूल चीन के वुहान लैब में हुई दुर्घटना में होने का अनुमान जताया गया है’, ऐसा आरोप अमरिकी जांच यंत्रणा ‘एफबीआई’ के प्रमुख क्रिस्टोफर रे ने लगाया।

अमरीका ने कोरोना के फैलाव के लिए चीन को ज़िम्मेदार ठहराने वाला पिछले तीन दिनों में यह दूसरा अवसर है। अमरिकी ऊर्जा विभाग ने भी अपनी रपट में कोरोना विषाणु का निर्माण और फैलाव वुहान लैब से ही होने का अनुमान जताया था। इस पर चीन की तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त होने के बावजूद अमरीका की प्रमुख जांच यंत्रणा ‘एफबीआई’ के प्रमुख ने फिर से चीन को लक्ष्य किया। इसकी वजह से यह घटना ध्यान आकर्षित कर रही है और कोरोना विषाणु और महामारी का मुद्दा फिर से चर्चा का विषय बन रहा है।

साल 2019 के अन्त में चीन के वुहान शहर सै फैली कोरोना की महामारी ने पूरी दुनिया में कोहराम मचाया था। इस महामारी से लगभग 70 लाख लोग मारे गए हैं और अभी भी कुछ देशों में कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं। चमघादड़ और अन्य वन्य पशुओं से कोरोना विषाणु का फैलाव होने का दावा चीन ने किया था। चीन के इस दावे का पश्चिमी देशों के कुछ वैज्ञानिक और यंत्रणाओं ने भी समर्थन किया था। अमरीका के पूर्व विज्ञान सलाहकार डॉ.एंथनी फौसी भी चीन के समर्थन में खड़े दिखाई दिए थे। इसपर अमरिकी सांसदों ने फौसी से सख्त बर्ताव भी किया था।

अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने खुलेआम कोरोना का ज़िक्र ‘वुहान वायरस’ और ‘चाय़ना वायरस’ कहकर किया था। यह विषाणु और महामारी चीन से फैलने के मुद्दे पर ट्रम्प ने लगातार ध्यान आकर्षित किया था। डेमोक्रैट पार्टी, शीर्ष प्रसार माध्यम, वैज्ञानिक और सोशल मीडिया ने ट्रम्प के दावे ठुकराए थे। लेकिन, पिछले दो सालों में अमरिकी यंत्रणाओं के साथ दुनियाभर के माध्यम और गुट लगातार कोरोना फैलाव के पीछे चीन का हाथ होने का बात कर रहे हैं। पिछले तीन दिनों में अमरीका की प्रमुख यंत्रणाओं ने दो बार चीन की ओर निर्देश करना इसी का हिस्सा माना जाता है।

चीन के वुहान लैब की पूर्व वैज्ञानिक ली मेंग यान ने भी कोरोना का विषाणु लैब में ही तैयार होने का दावा दोहराया। अमरिकी समाचार चैनल को दिए गए साक्षात्कार में उन्होंने चीन की हुकूमत ने जानबूझकर कोरोना का विषाणु लैब के बाहर फैलने के लिए छोडा, ऐसा आरोप लगाया। वुहान जैसी सर्वोच्च सुरक्षा की लैब से विषाणु दुर्घटना से बाहर जा ही नहीं सकते, ऐसा दावा भी उन्होंने किया।

इसी बीच, अमरीका के शीर्ष उद्यमी एलॉन मस्क ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके वुहान लैब में कोरोना विषाणु विकसित करने के पीछे डॉक्टर फौसी का हाथ होने का बयान किया। इस पोस्ट से चीन में तीव्र प्रतिक्रियाएं सामने आयी हैं और चीन के सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने मस्क को धमकाया है। मस्क के उद्योग के लिए चीन एक प्रमुख बाज़ार है, वे इस बात को ध्यान में रखे, ऐसी कड़ी चेतावनी चीनी अखबार ने दी थी।

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