बायडेन प्रशासन इस्रायल को हथियार प्रदान करने बंद करे – अमरीका के पूर्व राजनीतिक अधिकारी की मांग

वॉशिंग्टन – बेंजामिन नेत्यान्याहू के नेतृत्व में इस्रायल में अत्यंत प्रखर विचारधारारी दलों की सरकार गठित हो रही हैं। ऐसा हुआ तो बायडेन प्रशासन नेत्यान्याहू की भावी सरकार को हथियारों की आपूर्ति करना बंद करे। साथ ही अंतरराष्ट्रीय व्यासपीठ पर इस्रायल का बचाव करना छोड़ दे, ऐसी मांग अमरीका के पूर्व राजनीतिक अधिकारी ने की। नेत्यान्याहू की यह सरकार अमरीका के हथियारों का इस्तेमाल पैलेस्टिन की ज़मीन पर कब्ज़ा पाने के लिए कर सकती हैं, यह आरोप इस अमरिकी अधिकारी ने लगाया।

इस्रायल में सरकार स्थापीत करने की प्रक्रिया पुरी हो रही है, ऐसे संकेत घोषित प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने किए है। अगले कुछ दिनों में नेत्यान्याहू सरकार गठन का ऐलान कर सकते हैं। लेकिन, अपनी गठबंधन की सरकार के लिए नेत्यान्याहू ने काफी प्रखार विचारधारा के नेताओं को साथ लिया है। एक साल पहले इस्रायल की सरकार बनाने वाले नेत्यान्याहू के साथ बायडेन प्रशासन के विचारों की सहमति नहीं हुई ती। ऐसी स्थिति में नेत्यान्याहू  की भावी सरकार में प्रखर विचारधारा के नेताओं का समावेश होने से बायडेन प्रशासन की बेचैनी होने की खबरें अमरिकी माध्यम साझा कर रहे हैं।

नेत्यान्याहू की यह सरकार पैलेस्टिन की शांति वार्ता बंद कर देगी, पैलेस्टिन की ज़मीन पर कब्ज़ा करेगी। इससे वेस्ट बैंक में संघर्ष छिड़ेगा, ऐसीं चेतावननियां अमरीका के पूर्व राजनीतिक अधिकारी दे रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर बायडेन प्रशासन इस्रायल को बिनशर्त हथियारों की आपूर्ति करना बंद करे, यह मांग पूर्व राष्ट्राध्यक्ष जॉर्ज बुश के कार्यकाल में इस्रायल में राजदूत रहे डैनियल कर्टझर ने की है।

इसके अलावा संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद, अंतरराष्ट्रीय अदालत जैसे अंतरराष्ट्रीय व्यासपीठ पर इस्रायल का बचाव करना, इस्रायल के समर्थन में मत दर्ज़ करने से भी अमरीका पीछे हटे, यह मांग अमरीका ने खाड़ी की शांति के लिए नियुक्त किए मध्यस्थ ऐरॉन डेविड मिलर ने दी। जनतांत्रिक पद्धती से चुनी हुई इस्रायल की सरकार पर ऐसा दबाव बनाना विवादित हो सकता है। लेकिन, इस्रायल की राजनीति में इससे पहले कभी भी ऐसी खतरनाक स्थिति नहीं बनी थी, यह दावा कर्टझर और मिलर ने किया।

इसी बीच, इस्रायल के चुनावी नतीज़ों से बायडेन प्रशासन खूश ना होने के संकेत पहले भी प्राप्त हुए थे। आने वाले समय में वेस्ट बैंक में बड़ा संघर्ष छिडेगा, ऐसी चेतावनियां बायडेन प्रशासन ने इस्रायल के चुनावी नतीजे सामने आने के बाद दी थी। साथ ही पूरे विश्व में नेत्यान्याहू का अभिनंदन किया जा रहा था तब राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने देरी की थी। इससे आनेवाले दौर में इस्रायल और बायडेन प्रशासन के ताल्लुकात तनाव से भरे रहेंगे, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

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