शेख मोहम्मद बिन ज़ायद ‘यूएई’ के राष्ट्राध्यक्ष बने

दुबई – शेख खलिफा बिन ज़ायद अल नह्यान की मृत्यु के बाद शेख मोहम्मद बिन ज़ायद अल नह्यान संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्राध्यक्ष बने हैं। साल २०१४ में शेख खलिफा बिन ज़ायद को दिल का दौरा पड़ा था। इसके बाद शेख मोहम्मद बिन ज़ायद सच्चे मायने में यूएई का कारोबार संभाल रहे थे। इस वजह से यूएई में यह सत्ता परिवर्तन काफी आसानी से पूरा हुआ। इससे यूएई की नीति कायम रहेगी।

Sheikh-Mohammed-bin-Zayed‘एमबीज़ेड’ के तौर पर नामांकित शेख मोहम्मद बिन ज़ायद सुधारतावादी और प्रगतिशील नेता माने जाते हैं। उन्होंने यूएई को आधुनिकता की दिशा में बढ़ानेवाले निर्णय किए हैं। ईंधन से भरे यूएई को आनेवाले दिनों में सिर्फ ईंधन के निर्यात पर निर्भर रहना उचित नहीं होगा, इसे ध्यान में रखते हुए शेख मोहम्मद बिन ज़ायद ने देश की नीति में ज़रूरी बदलाव किए हैं। इस वजह से अंतरिक्ष से आयटी क्षेत्र में यूएई अन्य देशों से सहयोग बढ़ाता जा रहा है।

साथ ही सौदी और खाड़ी के अन्य देशों से यूएई का सहयोग अधिकाधिक मज़बूत करने का निर्णय शेख मोहम्मद बिन ज़ायद ने किया। भारत जैसे देश से सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाकर यूएई ने भारत में बडे पैमाने पर निवेश करने का निर्णय किया है। इसके पीछे शेख मोहम्मद बिन ज़ायद का नज़रिया होने की बात मानी जाती है। अब्राहम समझौते का हिस्सा होकर इस्रायल को मंजूरी प्रदान करने का क्रांतीकारी निर्णय भी मोहम्मद बिन ज़ायद के नेतृत्व में ही यूएई ने लिया है।

भारत, अमरीका और इस्रायल के साथ पश्चिमी एशियाई ‘क्वाड’ में यूएई शामिल हुआ है और इस वजह से मोहम्मद बिन ज़ायद का नेतृत्व अधिक स्पष्टता से विश्व के सामने आया है। ऐसी स्थिति में ‘एमबीज़ेड’ के हाथों में यूएई की बागड़ोर जाने से यूएई की नीति कायम रहेगी। इससे खाड़ी क्षेत्र को काफी बड़ा लाभ होगा और इस वजह से आनेवाले दिनों में यूएई के आर्थिक, राजनीतिक और सामरिक अहमियत अधिक बढ़ेगी। 

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