नाकाम कोरोना विरोधि नीति की पृष्ठभूमि पर चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग इस्तिफा देंगे – कनाड़ा के ब्लॉगर का दावा

बीजिंग – कोरोना की महामारी को रोकने के लिए अपनायी ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ नाकाम होने की पृष्ठभूमि पर चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग इस्तिफा देंगे, यह दावा कनाड़ा के एक ब्लॉगर ने किया है। दो हफ्ते पहले शासक कम्युनिस्ट पार्टी के ‘पॉलिटब्युरो’ की बैठक में इस मुद्दे पर निर्णय होने की बात ‘लाओ डेंग’ नामक ब्लॉगर ने कही है। इस मुद्दे पर चीनी भाषा का एक वीडियो ‘यू ट्यूब’ पर पोस्ट किया गया है। जिनपिंग का स्थान मौजूदा प्रधानमंत्री ली केकिआंग लेंगे, ऐसा इस वीडियो में कहा गया है। इसके कुछ दिन बाद राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग को ‘ब्रेन ऐन्युरिज़म’ नामक मस्तिष्क से संबंधित बिमारी होने का समाचार भी प्रसिद्ध हुआ था।

Jinping-Covid-Resignसाल २०१८ में जिनपिंग ने राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए तय उम्र और अवधि की तय सीमा रद की थी। इसके बाद कम्युनिस्ट पार्टी की विचारधारा में ‘शी जिनपिंग थॉट’ के नाम से अपनी नीति और सोच को शामिल करना पड़ा था। जिनपिंग ने ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ पर नियंत्रण रखनेवाले ‘सेंट्रल मिलिटरी कमिशन’ के प्रमुख पद भी अपने हाथ में लिया था। इसके बाद पिछले साल नवबंर  में चीन की शासक कम्युनिस्ट पार्टी ने जिनपिंग को ‘माओ’ और ‘डेंग’ जैसे नेताओं की तरह अहम स्थान प्रदान करनेवाला प्रस्ताव भी पारित किया था। इस वजह से राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग की देश पर पकड़ अधिक मज़बूत होने की बात कही जा रही थी।

लेकिन, पिछले कुछ महीनों में चीन में लगातार हो रहा कोरोना का विस्फोट और इसके खिलाफ सख्ती से लागू की जा रही ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ की पृष्ठभूमि पर चीन में असंतोष बढ़ता जा रहा है। विशेषकर राजधानी बीजिंग और शांघाई जैसे बड़े शहरों में यह नीति असफल होने की बात सामने आने से कम्युनिस्ट पार्टी की छबी को बड़ा नुकसान पहुँचा है, सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ तीव्रता से नाराज़गी व्यक्त करनेवाले बयान दर्ज़ हो रहे हैं। कोरोना के लिए किए जा रहे प्रावधानों में जनता और सरकारी यंत्रणा का विवाद होने की घटनाएँ भी सामने आयी हैं।

इस पृष्ठभूमि पर जिनपिंग ने ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ का आक्रामकता से समर्थन करके इसके खिलाफ बोलनेवालों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए। यह बात जनता का गुस्सा अधिक बढ़ानेवाली साबित हुई है। जिनपिंग की कार्यपद्धती पर और एकाधिकार पर कम्युनिस्ट पार्टी का एक गुट नाराज़ होने के वृत्त पहले भी प्रसिद्ध हुए थे। कोरोना की पृष्ठभूमि पर यह नाराज़गी अधिक तीव्र हुई है और शासक दल के एक गुट ने जिनपिंग को चुनौती देने का दावा कनाड़ा के ब्लॉगर के वीडियो में किया गया है।

‘पॉलिटब्युरो’ की बैठक में ही यह घटना घटी और जिनपिंग को इस्तीफा देने के आदेश दिए गए हैं, ऐसा ‘लाओ डेंग’ नामक ब्लॉगर ने कहा है। जिनपिंग के बाद मौजूदा प्रधानमंत्री ली केकिआंग बागड़ोर संभालेंगे, यह दावा भी इस ब्लॉगर ने किया। इस साल के अन्त में होनेवाली पार्टी बैठक तक जिनपिंग के हाथों में ही ज़िम्मेदारी रहेगी और उसके बाद केकिआंग सत्ता की बागड़ोर संभालेंगे, ऐसा कहा जा रहा है। कुछ विश्लेषकों ने यह वृत्त जिनपिंग ने शुरू किए अभियान का हिस्सा हो सकता है, यह दावा भी किया है।

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