इस्रायल में प्रार्थनास्थल पर हुए हमले में सात की मौत – वेस्ट बैंक, गाज़ा में चरमपंथियों ने मनाई खुशियां

जेरूसलम – इस्रायल के जेरूसलम में प्रार्थनास्थल पर आतंकी हमले में सात यहूदियों की मौत हो गई। इसके बाद पिछले कुछ घंटों में जेरूसलम में इस्रायली नागरिकों पर दो जगहों पर गोलीबारी में दो लोग घायल हुए। गाज़ापट्टी के आतंकी संगठन हमास और इस्लामिक जिहाद ने इन हमलों का स्वागत किया है। साथ ही इस्रायली पुलिस ने जेनिन शहर में की हुई कार्रवाई का यह जवाब होने का बयान इन आतंकी संगठनों ने किया है। इसके बाद वेस्ट बैंक और गाज़ापट्टी में चरमपंथियों ने सड़क पर उतरकर खुशियां मनाते हुए पटाखे फोड़े और मिठाईयां भी बांटी गईं। इसी बीच इस कायराना हमले का जल्द ही प्रत्युत्तर दिया जाएगा, ऐसी चेतावनी इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने दी है।

वेस्ट बैंक के जेनिन शहर में गुरूवार को शरणार्थियों के लिए बनाए हुए शिविर में आतंकियों और इस्रायली सुरक्षा सैनिकों में संघर्ष छिडा था। शुरू में इस्रायली सुरक्षा यंत्रणाओं ने बेगुनाह पैलेस्टिनी शरणार्थियों पर गोलीबारी करने की खबरें सामने आयी थीं। लेकिन, पिछले चौबीस घंटों में जेनिन शहर के संघर्ष के वीडियो सामने आए हैं। चेहरे पर मास्क लगाए हुए और प्रगत राइफल्स इस्तेमाल कर रहे आतंकवादी इस्रायली सैनिकों पर गोलीबारी करते हुए इस वीडियो में दिखाई दिए हैं। इस्रायली सेना के स्नाइपर राइफल्स की कार्रवाई में आतंकवादी के मारे जाने की बात भी इसमें स्पष्ट हुई है। हमास ने गाज़ा से किए गए रॉकेट हमलों के जवाब में की गई हवाई कार्रवाई के वीडियो भी इस्रायली सेना ने जारी किए हैं।

इसके कुछ घंटों बाद शुक्रवार की रात को तकरीबन साड़ेआठ बजे पूर्व जेरूसलम के नेवे याकोव क्षेत्र में यहूदियों के प्रार्थनास्थल पर आतंकी ने अंधाधुंध गोलीबारी की। २१ वर्षिय आतंकवादी के इस हमले में मारे गए लोगों में १४ वर्ष के बच्चे के अलावा ७० साल के बुज़ुर्ग का भी समावेश है। इस्रायली सुरक्षा यंत्रणाओं ने सही समय पर कार्रवाई करके इस आतंकी को मार गिराया। इस्रायली प्रार्थनास्थल पर हुए हमले की एवं इस दौरान मारे गए लोगों की जानकारी माध्यमों से सामने आते ही वेस्ट बैंक के रामल्ला, नेब्लस, जेनिन, हेब्रॉन और पूर्व जेरूसलम के कुछ हिस्से में आतिशबाजी करके खुशियां मनाई गईं। वेस्ट बैंक एवं गाज़ा के कुछ ठिकानों पर मिठाई बांटने के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं।

प्रार्थनास्थल पर हुए हमले में मारे गए लोगों में यूक्रेनी नागरिक का भी समावेश होने का दावा किया जा रहा है। इस्रायली सुरक्षा यंत्रणाओं ने प्रार्थनास्थल पर हमले के मामले में ४२ लोगों को हिरासत में लिया है। इस हमले से इस्रायल अभी संभला भी नहीं था कि, कुछ ही घंटों में जेरूसलम के और दो जगहों पर गोलीबारी हुई। इस्रायल के ऐतिहासिक सिटी ऑफ डेविड शहर में १३ साल के बच्चे ने गोलीबारी की। इस हमले में दो इस्रायली नागरिक गंभीररूप से घायल हुए। इससे पहले जेरूसलम में आर्मेनियन रेस्टराँ पर कुछ सिरफिरे पैलेस्टिनियों ने हमला करने की खबरें भी प्राप्त हुई थीं।

जेरूसलम के प्रार्थनास्थल और यहूदियों को लक्ष्य करनेवाले इस हमले का पूरे विश्व में निषेध किया गया है। भारत, रशिया, यूएई जैसे देशों ने इन कायराना हमलों की सख्त शब्दों में आलोचना की। इसी बीच, इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू और पुलिस मंत्री बेन ग्वीर ने घटनास्थल का जायजा लिया। साथ ही इस हमले में शामिल किसी पर भी शीघ्र ही कार्रवाई की जाएगी, ऐसा ऐलान प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने किया है। जेनिन शहर का संघर्ष और गाज़ा से हुए रॉकेट हमले यानी नेत्यान्याहू के सामने खड़ी चुनौती होने की चेतावनी अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों ने दी थी। इसी बीच अमरीका और यूरोपिय देश नेत्यान्याहू की सरकार पैलेस्टिनियों के खिलाफ आक्रामक नीति न अपनाए, इसके लिए दबाव डाल रहे हैं। इस आक्रामक नीति की वजह से ही इस्रायल और पेलैस्टिन में खूनखराबा होगा, ऐसी चेतावनी अमरीका दे रही है। लेकिन, अन्य देशों के दबाव का शिकार बनकर इस्रायल अपनी नीति नहीं बदलेगा, यह प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने पहले ही स्पष्ट किया था। इसकी वजह से जेरूसलम में हुए हमले पर इस्रायल की प्रतिक्रिया पर विश्लेषकों की नज़रें लगी हैं।

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