शांति के अभाव के कारण विश्व यातनाएं भोग रहा है – ईसाईयों के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रान्सिस

शांति के अभाव के कारण विश्व यातनाएं भोग रहा है – ईसाईयों के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रान्सिस

वैटिकन सिटी – युक्रेन के संवेदनाहीन संघर्ष में अनाज का इस्तेमाल हत्या जैसा किया जा रहा है विश्व फिलहाल शांति के अभाव के कारण यातनाएं भुगत रहा है, ऐसा ईसाईयों के सर्वोच्च धर्मगुरु आदरणीय पोप फ्रान्सिस ने कहा है। क्रिस्मस के मौके पर वैटिकन सिटी स्थित सेंट पीटर्स बैसिलिका से दिए गए संदेश में उन्होंने […]

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इस्रायल और अरब देशों के संबंधों पर गाज़ा के संघर्ष का असर नहीं होगा – इस्रायल के पूर्व लष्करी अधिकारी और विश्लेषक का दावा

इस्रायल और अरब देशों के संबंधों पर गाज़ा के संघर्ष का असर नहीं होगा – इस्रायल के पूर्व लष्करी अधिकारी और विश्लेषक का दावा

जेरूसलेम – इस्रायल और गाज़ा के आतंकवादी संगठनों के बीच भड़के संघर्ष का असर, इस्रायल ने अरब देशों के साथ किए ‘अब्राहम समझौते’ पर होगा। इस्रायल और अरब देशों का सहयोग इससे खत्म होगा, ऐसा दावा अमरीका और खाड़ी क्षेत्र के माध्यमों ने किया था। लेकिन ‘इस्रायल-हमास संघर्ष के कारण ‘अब्राहम समझौता’ खत्म होगा, ये […]

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इस्रायल के साथ सहयोग के मुद्दे पर सौदी के राजघराने में मतभेद

इस्रायल के साथ सहयोग के मुद्दे पर सौदी के राजघराने में मतभेद

लंदन – सौदी अरब के अरब मित्रदेश – संयुक्त अरब अमिरात (युएई), बाहरिन, सुदान और मोरोक्को इन देशों ने इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित किया है। सौदी के क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान भी इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित करने के लिए तैयार हैं। लेकिन सौदी के राजघराने के वरिष्ठ सदस्य और क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद […]

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११६. आंतर्राष्ट्रीय संबंध

११६. आंतर्राष्ट्रीय संबंध

व्याप्ति से केवल लगभग २०-२१ हज़ार वर्ग किमी. होनेवाले इस्रायल ने आज विज्ञान-तंत्रज्ञान, कृषि, जलव्यवस्थापन ऐसे कई क्षेत्रों में जो नेत्रदीपक प्रगति हासिल की है, वह लक्षणीय है ही; लेकिन आज इस्रायल का डंका जागतिक पटल में बज रहा है, उसका कारण यह नहीं है! आज अमरीका जैसी ताकतवर जागतिक महासत्ता को भी, उसके सामने […]

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११५. इस्रायल की महाप्रभावी गुप्तचरसंस्था- मोस्साद

११५. इस्रायल की महाप्रभावी गुप्तचरसंस्था- मोस्साद

    ‘रफी ऐतान’, ‘एली कोहेन’, …. इन नामों से शायद इस्रायली जनता परिचित हो सकती है, लेकिन दुनिया के अन्य लोग इन नामों से परिचित होंगे ही, ऐसा नहीं है| लेकिन ये हैं, इस्रायल में मानो दंतकथा (‘लिजेंड्स’) ही बन चुके हीरोज् के नाम – इस्रायल की विश्‍वविख्यात गुप्तचरसंस्था ‘मोस्साद’ के सिक्रेट एजंट्स के […]

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११४. दुनिया को स्तिमित करनेवाली इस्रायल की गुप्तचरयंत्रणा

११४. दुनिया को स्तिमित करनेवाली इस्रायल की गुप्तचरयंत्रणा

    सन १९७८ में इजिप्त तथा इस्रायल के बीच हुए ‘कँप डेव्हिड अकॉर्डस्’ पर आधारित शांतिसमझौता अगले वर्ष हुआ| लेकिन इस्रायल के भाग में चल रहा संघर्ष तो नहीं रुका| वह जारी ही रहा; लेकिन अब उसका स्वरूप – ‘संपूर्ण युद्ध’ कम और ‘आतंकवादी तथा देशद्रोही प्रकट तथा छिपे कारनामों से मुक़ाबला’ अधिक, ऐसा […]

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११२. सदा संघर्षग्रस्त इस्रायल-१

११२. सदा संघर्षग्रस्त इस्रायल-१

    अथक संघर्ष के बाद ‘एक देश’ के रूप में इस्रायल का जन्म हुआ| उससे पहले के लगभग तीन हज़ार वर्ष ज्यूधर्मीय निरंतर संघर्ष करते आये थे और उस उस समय की विभिन्न ताकतवर सत्ताओं की ग़ुलामी में फँस रहे थे| सन १९४८ में इस्रायल ने आज़ादी प्राप्त की| लेकिन उसके बाद भी, एक […]

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१०१. ‘मेल्टिंग पॉट कल्चर’

१०१. ‘मेल्टिंग पॉट कल्चर’

किसी भी देश की कला-संस्कृति ये बातें उस देश के समाज का मानो प्रतिबिंब ही होते हैं और जनमानस से अंतरंग के दर्शन कराते हैं| विभिन्न कालखंडों में तैयार हुईं किसी देश की कलाकृतियों के आधार पर, उस उस कालखंड में होनेवाला वहॉं के जनमानस का रूझान समझने में सहायता हो सकती है| इस्रायल यह […]

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१००. इस्रायली शिक्षापद्धति

१००. इस्रायली शिक्षापद्धति

स्वतंत्र होते समय अविकसित माना जानेवाला अपने अथक परिश्रमों से विकसित कैसे बना, यह देखते हुए हमने अब तक, इस्रायल ने – डेव्हलपमेंट टाऊन्स, रेगिस्तान में ख़ेती, जलव्यवस्थापन, पानी के वैकल्पिक स्रोत, मत्स्यख़ेती आदि क्षेत्रों में की हुई प्रगति देखी| लेकिन ये सारीं इस्रायल के लिए, अपना अस्तित्व बनाये रखने के लिए आवश्यक ऐसीं मूलभूत […]

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९३. ज़मीन और ख़ेती

९३. ज़मीन और ख़ेती

डेव्हिड बेन-गुरियन के बारे में एक क़िस्सा बताया जाता है। एरिएह शेरॉन की टीम ने बनाये मास्टर प्लॅन के अनुसार पूरे इस्रायल भर में डेव्हलपमेंट टाऊन्स का निर्माण होने जा रहा था, वैसा वह नेगेव्ह के रेगिस्तान में भी करने की योजना बनायी जा रही थी। इस्रायल के कुल क्षेत्रङ्गल के आधे से भी अधिक […]

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