युद्धाभ्यास में सौदी का ’एफ-१५’ लडाकू विमान गिरा – ईरान की साज़िश है, अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों का दावा

रियाध – सौदी अरेबिया के किंग अब्दुलाज़ीज़ हवाई अड्डे पर युद्धाभ्यास के दौरान ’एफ-१५’ लडाकू विमान दुर्घटनग्रस्त हुआ। दोनो पायलट सतर्कता से इस दुर्घटना से बच निकले, ऐसा सौदी के संरक्षण मंत्रालय ने घोषित किया। मगर अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक दावा कर रहे हैं कि, यह दुर्घटना नहीं बल्कि, साज़िश है। कुछ ही दिन पहले ईरान ने लंबी दूरी के इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम कार्यान्वित की थी। इसलिए ईरान ने सौदी का विमान गिराया होगा, ऐसा संदेह विश्लेषक व्यक्त कर रहे हैं। ईरान सौदी के ठिकानों पर हमले की तैयारी में होने की खबरें कुछ दिन पहले छपी थीं, इस ओर भी उक्त विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

दो दिन पहले, रविवार रात को सौदी अरेबिया के हवाई दल का युधाभ्यास हो रहा था। वहां के तैफ इलाके में सौदी के लडाकू विमानों के युद्धाभ्यास के दौरान ’एफ-१५’ प्रकार का लडाकू विमान अचानक किंग अब्दुलाज़ीज़ हवाई अड्डे के इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। सौदी की यंत्रणाओं ने २४ घटों तक इस घटना की जानकारी नहीं दी थी। पर सोशल मीडिया पर सौदी का विमान दुर्घटनाग्रस्त होने के विडीयो वायरल होने के बाद सोमवार रात को सौदी के संरक्षण मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी।

विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के पहले दोनों पायलट कुशलतापूर्वक बाहर कूदे, यह जानकारी संरक्षण मंत्रालय ने दी। तथा दुर्घटना का कारण ढूंढने का कार्य जारी है और तांत्रिक खराबी की वजह से यह दुर्घटना घटने की संभावना भी घोषित की। पर अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक सौदी के विमान के बारे में घटी घटना के बारे में अलग संभावना व्यक्त कर रहे हैं। यह आम दुर्घटना नहीं है बल्कि, साज़िश होगी, ऐसा दावा लश्करी विश्लेषक कर रहे हैं। सौदी के विमान की दुर्घटना के लिए ईरान के जिम्मेदार होने की संभावना इस संघटना ने कही है।

सौदी के इस युद्धाभ्यास से कुछ ही दिन पहले ईरान ने लंबी दूरी के इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम दाखल करने की घोषणा की थी। रशियन बनावट के ’क्रासुखस’ की नक्ल करके ईरान ने उक्त यंत्रणा बनाई है ऐसा दावा किया जाता है। तथा सौदी के विमान की दुर्घटना रविवार को नहीं बल्कि, २५ अक्तूबर के दिन हुई होगी, ऐसी जानकारी सामने आ रही है क्योंकि, सौदी के विमान की दुर्घटना का वायरल हुआ वीडियो २५ अक्तूबर के दिन सोशल मीडिया पर डाला गया था। तो ईरान ने २३ अक्तूबर के दिन इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम बिठाया गया था, इस ओर विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

ईरान के उपसंरक्षणमंत्री अफशीन नादेरी शरीफ ने २३ अक्तूबर को हवाई सुरक्षा यंत्रणा बिठाने की बात घोषित की थी। इस यंत्रणा की वजह से ४०० किलोमीटर की दूरी पर शत्रु के विमानों का नेटवर्क बाधित किया जा सकता है, ऐसी घोषणा शरीफ ने की थी। इसलिए सौदी का एफ-१५ विमान के तैफ पहुंचने से पहले ही उक्त विमान का नेटवर्क जैम किया गया होगा, ऐसा दावा अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों ने किया। इसलिए सौदी के विमान की संदेहजनक दुर्घटना में ईरान का हाथ होने की बात विश्लेषक कर रहे हैं।

तो, सौदी की ईंधन कंपनियां, तल और अन्य महत्वपूर्ण ठिकानों पर ईरान हमले कर सकता है, ऐसा दावा अमेरिका की अखबारों ने किया था। सौदी के गुप्तचर विभाग ने ही अमेरिका को यह जानकारी दी ऐसा अखबार में कहा गया था। सौदी ने इस पर अधिकृत स्तर पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। तो ईरान ने अमेरिका के इस आरोप को खारिज करके आरोप लगाया था कि, अमेरिका ईरान और सौदी के बीच विवाद निर्माण कर रही है। तत्पश्चात अमेरिकान ईरानविरोधि कार्यवाई के लिए अपने विमान भेजे हैं, ऐसी खबरें प्राप्त हुई थीं।

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