रशियन रक्षा उद्योग को अपनी क्षमता और गति बढ़ाने की ज़रुरत – राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन

मास्को/किव – रशियन रक्षाबलों के अधिकारियों के साथ बुधवार को हुई बैठक के दौरान राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन संघर्ष के लिए रशियन सरकार रक्षाबलों को निधि की कमी महसूस होने नहीं देगी, ऐसी गवाही दी थी। इसके बाद शुक्रवार को पुतिन ने रशियन रक्षा उत्पाद क्षेत्र के केंद्र ‘तुला’ का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने रशियन रक्षा उद्योग की कंपनियों को हथियार निर्माण करने की गति और क्षमता बढ़ाने की गुहार लगाई। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन का यह आवाहन रशिया अब यूक्रेन में नए हमले करने की तैयारी जुटाने की कोशिश में होने के दावों की पुष्टि करता है।

पिछले कुछ दिनों में रशियन राष्ट्राध्यक्ष लगातार बैठकें और मुलाकातें कर रहे हैं। कुछ दिन पहले उनहोंने बेलारूस की यात्रा करके रशियन सेना के दलों का निरीक्षण किया था, तथा रशिया और बेलारूस के सैन्य अभ्यास के लिए भी उपस्थित थे। इस दौरान रशिया ने बेलारूस में अतिरिक्त फौज तैनात करने के संकेत भी दिए थे। इसके बाद पुतिन ने रशियन गुप्तचर यंत्रणाओं से बैठक करके उन्हें ‘इंटेलिजेन्स गैदरिंग’ संबंधी सूचना करने का वृत्त प्रसिद्ध हुआ था। इसके साथ ही बुधवार को रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने रक्षाबलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की थी।

शुक्रवार को पुतिन ने रशियन उद्योग केंद्र ‘तुला’ के विभिन्न कारखानों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कारखानों में हथियार निर्माण का जायज़ा लिया। इसके बाद रशियन रक्षा कंपनियों को संबोधित तरते हुए उन्होंने यह आवाहन भी किया कि, यूक्रेन में लड़ रहे रशियन बलों को जलद और अच्छे दर्जे के हथियारों की आपूर्ति होनी चाहिये। इसके लिए रशियन कंपनियों को अपनी क्षमता बढ़ानी पडेगी, साथ ही रशियन सेना को प्राप्त हो रहे हथियार तकनीकी नज़रिये से बेहतर ही होने चाहियें, यह निर्देश भी उन्होंने दिए। रशियन रक्षा उद्योग ने यूक्रेन में लड़ रहे दलों को आवश्यक सभी सामान की आपूर्ति करनी होगी, इन शब्दों में उन्होंने यूक्रेन में युद्ध अधिक तीव्र होगा, ऐसे संकेत भी दिए हैं।

बुधवार की बैठक में राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने रशियन, सरकार और जनता रक्षाबलों के लिए किसी भी तरह की कमी महसूस नहीं होने देंगे, यह गवाही दी थी। साथ ही यूक्रेन संघर्ष के लिए उपलब्ध कराई जा रही निधी पर कोई भी मर्यादा नहीं है और रक्षाबलों को आवश्यक सभी सामान प्राप्त होगा, यह भी पुतिन ने कहा था। रशिया के सैनिकों की क्षमता पांच लाख से बढ़ाकर १५ लाख की जाएगी, यह भी बैठक में कहा गया था। ‘सरमाट’ परमाणु अस्त्र और ‘झिरकॉन’ हायपरसोनिक मिसाइल की तैनाती संबंधित अहम ऐलान भी किया गया था। इस पृष्ठभूमि पर उनका रशियन रक्षा कंपनियों का दौरा करना ध्यान आकर्षित करता है।

पिछले हफ्ते यूक्रेन, ब्रिटेन एवं पश्चिमी माध्यमों ने दावे किए थे कि, रशिया नए हमलों की तैयारी कर रही है। रशियन राष्ट्राध्यक्ष की अहम बैठक और इससे सामने आए बयानों से इसकी पुष्टि होती है।

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