पाकिस्तान की अवस्था ‘नाज़ुक’ बन चुकी है – पाकिस्तान के सेनाप्रमुख जनरल असिम मुनीर की क़बुली

इस्लामाबाद – पाकिस्तान फिलहाल नाज़ुक अवस्था से गुज़र रहा है, ऐसी क़बुली लष्करप्रमुख जनरल असिम मुनीर ने दी। आतंकवाद और अर्थव्यवस्था की गिरावट इन दो प्रमुख समस्याओं के कारण देश की अवस्था नाज़ुक बनी, ऐसा पाकिस्तान के सेनाप्रमुख ने कहा है। लेकिन पाकिस्तान नाज़ुक स्थिति में नहीं, बल्कि इस देश का अस्तित्व ही ख़तरे में पड़ा है, यह बात ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ इस आतंकवादी संगठन ने किये ऐलान से सामने आयी है। तेहरिक ने पाकिस्तान में अपनी सरकार का ऐलान करके मंत्रिमंडल का आवंटन भी कर दिया है। इस प्रकार तेहरिक द्वारा पाकिस्तान की सार्वभूमता को ही चुनौती दी जा रही होने की ख़बरें आ रहीं हैं कि तभी पाकिस्तानी सेना के लगभग पाँच हज़ार जवान तथा अधिकारियों ने इस्तीफ़े देने के दावों ने खलबली मचाई है।

‘तेहरिक’ ने पाकिस्तानी सेना के साथ बनी संघर्षबंदी को ठुकराकर इस देश में एक के बाद एक आतंकवादी हमलें करना शुरू किया है। तेहरिक के हमले में मारे जानेवाले पाकिस्तानी सेना के अधिकारी तथा जवानों की संख्या दिनबदिन बढ़ती ही चली जा रही है। उसी समय, बलोचिस्तान के बाग़ी संगठनों ने भी पाकिस्तानी सेना पर के हमलों की तीव्रता बढ़ाई है। इससे हैरान हुए पाकिस्तान को आतंकियों के विरोध में सख़्त कार्रवाई का ऐलान करना पड़ा। पिछले शुक्रवार को हुई ‘नॅशनल सिक्युरिटी कमिटी-एनएससी’ की बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री तथा मंत्रिमंडल के सदस्यों ने, आतंकवाद को मिटाया जायेगा, ऐसा घोषित किया था। पाकिस्तान के विदेशमंत्री बिलावल भुत्तो ने, अपना देश आतंकवाद को जड़ से निपटायेगा, ऐसीं डींगें हाँकी थीं। लेकिन उनके दाँवों पर भरोसा करने के लिए पाकिस्तान में ही कोई तैयार नहीं है।

कुछ दिन पहले पाकिस्तान के सोशल मीडिया पर एक विडिओ वाइरल हुआ था। उसमें यह बात उजागर कर दी गई थी कि पाकिस्तानी सेना के लगभग पाँच हज़ार जवान तथा अधिकारियों ने इस्तीफ़ें दिये हैं। फिलहाल पाकिस्तान के खैबर-पख्तुन तथा अन्य प्रांतों में भी एक के बाद एक आतंकी हमलें ‘तेहरिक’ कर रहा है। उसके ख़ौफ़ से पाकिस्तानी सेना से इस्तीफ़ा देकर ये सारे अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहे होने के दावे किये जाते हैं। इस विडिओ से पाकिस्तान में खलबली मची थी। उसके बाद पाकिस्तानी सेना ने तथा एनएससी की बैठक में विदेशमंत्री ने आतंकवाद के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की घोषणा की थी। पाकिस्तान के नेता आतंकवाद के विरोध में आक्रामक कार्रवाई की चेतावनियाँ देते समय ही, तेहरिक ने पाकिस्तान में सरकार स्थापन करने का ऐलान किया है।

इसके अनुसार तेहरिक ने अपना कैबिनेट स्थापन किया होकर, उसमें रक्षा, विधि, सूचना, राजनीतिक व्यवहार और आर्थिक व्यवहार-विषयक मंत्रालय स्थापन करने का ऐलान किया। इसके द्वारा तेहरिक ने पाकिस्तान की सार्वभूमता को खुलेआम चुनौती दी दिख रही है। इस पृष्ठभूमि पर, पाकिस्तान के सेनाप्रमुख ने यह मान लेना कि उनका देश नाज़ुक स्थिति में है, यह ग़ौरतलब बात है। उसी समय, सेनाप्रमुख जनरल असिम मुनीर ने यह आवाहन भी किया कि सभी घटक आतंकवाद और आर्थिक समस्याओं के विरोध में एकजुट करें। लेकिन वास्तव में जनरल मुनीर ने ही, पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं के विरोध में मोरचा खोला होने के आरोप हो रहे हैं। ख़ासकर पूर्व प्रधानमंत्री इम्रान खान तथा उनकी पार्टी के नेताओं के विरोध में जनरल मुनीर ने अपप्रचार की मुहिम छेड़ने की आलोचना शुरू हुई है। इम्रान खान ने पूर्व सेनाप्रमुख बाजवा पर गंभीर आरोप किये हैं। बाजवा हालाँकि लष्करप्रमुख पद से निवृत्त हो चुके हैं, फिर भी वे अभी भी उन्हें लक्ष्य कर रहे होने की आलोचना इम्रान खान ने दी।

इतना ही नहीं, बल्कि पूर्व लष्करप्रमुख बाजवा ने, इम्रान खान को बदनाम करने के लिए अमरीका में नियुक्त पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसेन हक्कानी को काँट्रैक्ट दिया होने का दावा इम्रान खान ने किया है। इसलिए फिलहाल तो पाकिस्तान की सत्ताधारी और विरोधी पार्टियाँ एक-दूसरे पर घटिया स्तर पर से आरोप करने में ही खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं. ऐसा खेद इस देश के पत्रकार व्यक्त कर रहे हैं। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था रसातल में गई होकर, कोई भी देश महज़ छह अरब डॉलर्स फ़ॉरेन रिज़र्व्ज़ में होनेवाले पाकिस्तान को कर्ज देने के लिए तैयार नहीं है। मुद्राकोश ने पाकिस्तान के सामने रखीं हुईं शर्तों को मानने के बिना पाकिस्तान के पास और कोई चारा ही नहीं है, ऐसी कबुली प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने हाल ही में दी थी। मुद्राकोश की शर्तें मानने के बाद पाकिस्तान में पहले से ही भड़की हुई महँगाई और भी भड़केगी। इसका फ़ायदा उठाने के लिए विरोधी पार्टी ताक लगाकर बैठी है। इस कारण, आर्थिक तथा आतंकवाद के संकट का सामना करने के लिए आवश्यक एकवाक्यता पाकिस्तान में होगी, ऐसी संभावना नहीं है।

ऐसी स्थिति में पाकिस्तान की हालत नाज़ुक बनने की बात मान्य करके लष्करप्रमुख जनरल असिम मुनीर ने कुछ हद तक वास्तव का स्वीकार किया हुआ दिख रहा है। लेकिन दरअसल वे बता रहे हैं उससे भी कई गुना अधिक पाकिस्तान की हालत बिगड़ी हुई है। तेहरिक के आतंकियों ने पाकिस्तान में सरकार स्थापन करने का ऐलान करके इस देश की सार्वभौमिकता को ही चुनौती दी है; ऐसे में पाकिस्तान नाज़ुक स्थिति में नहीं, बल्कि पहाड़ी से खाई में गिरने की कगार पर आया होने का दावा इस देश का बुद्धिमान् वर्ग कर रहा है। इसीलिए, जिस किसी को भी संभव है, वह मौक़ा पाते ही पाकिस्तान छोड़कर दूसरे देश में भागने की तैयारी में है, ऐसे दावे विश्लेषक कर रहे है।

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