माओवादियों के हाथ में पाकिस्तान के हथियार

नई दिल्ली – छत्तीसगड में हुए एक मुठभेड में मारे गए माओवादियों से पाकिस्तानी सेना के इस्तेमाल में होनेवाली जर्मनी में बनी कई रायफल बरामद हुई है| छत्तीसगड में माओवादियों से पाकिस्तानी सेना के इस्तेमाल हो रहे रायफल बरामद होने की यह दुसरी घटना है| माओवादी और पाकिस्तान के संबंध होंगे, पाकिस्तान से माओवादियों को हथियार और अन्य सामान की आपुर्ति होती होगी, यह आशंका व्यक्त की जा रही है| इस वजह से सुरक्षा यंत्रणा सतर्क हुई है और इस मामले में जांच शुरू की गई है|

छत्तीसगड के कांकेर जिले में माओवादी और सुरक्षा दलों के बीच गुरूवार रात में मुठभेड शुरू हुई थी| इस दौरान चार माओवादी मारे गए| शुक्रवार के दिन दो माओवादियों के शव जंगल में पाए गए| इस मुठभेड की जगह पर बरामद किए गए हथियारों में हैकलर ऍण्ड कौच इस जर्मन कंपनी की ‘जी३ बैटल रायफल’ पायी गई| इस रायफल का इस्तेमाल अमरिका और नाटो सेना के साथ पाकिस्तानी सेना करती है| यह रायफल सीर्फ सेना के लिए तैयार की जाती है| इस वजह से माओवादियों के हाथ में यह रायफल देखा जाना खतरें की घंटी होने की बात मानी जा रही है|

माओवादियों से ‘जी-बैटल रायफल’ बरामद होने की यह पहली घटना नही है| कुछ महीने पहले मारे गए माओवादियों के पास भी ‘जी३ बैटल रायफल’ बरामद की गई थी| इससे यह रायफल बडी संख्या में माओवादियों तक पहुंची होने की बात स्पष्ट हो रही है| माओवादियों के हाथ में यह रायफल थमाने के पिछे पाकिस्तान होने की आंशका इसी कारण बढी है| पाकिस्तान से या पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकी संगठनों से माओवादियों को यह हथियार दिए जा रहे होंगे, यह आशंका है| इस वजह से सुरक्षा यंत्रणा भी सतर्क हुई है| पाकिस्तानी सेना के इस्तेमाल में होनेवाली यह रायफल माओवादियों के हाथ में कैसी पहुंची, इसकी जांच शुरू की गई है|

माओवादियों का प्रमुख नेता नामबाला केशवा राव उर्फ बसवराज हाल ही में कुछ दिन पहले झारखंड, ओडिशा और पश्‍चिम बंगाल के ट्राय जंक्शन पर एक बैठक करने के लिए पहुंचा था| प्रितम उर्फ अनल, महाराज और अमित इन माओवादि नेताओं से उसने इसी क्षेत्र में माओवादियों का प्रभाव बढाने की जिम्मेदारी दी है| मई २८ के रोज माओवादियों ने कांकेर में ही भूसुरंग का विस्फोट करके ११ कोब्रा सैनिकों की हत्या की थी| वही, १ मई के रोज महाराष्ट्र के गडचिरोली में माओवादियों ने किए हमले में ४० सैनिक मारे गए थए| उसके बाद माओवादियों के विरोध में?शुरू मुहीम तेज की गई है| हाल ही में महाराष्ट्र पुलिस ने हैदराबाद से किरण कुमार और नरमदक्का इन दो माओवादि नेताओं को तेलंगणा पुलिस की सहायता से गिरफ्तार किया| यह दोनों कई हमलों में शामिल थे, यह दावा है|

इस दौरान शुक्रवार के दिन झारखंड में सेरिकेला जिले में माओवादियों ने एक पुलिस दल पर यकायक गोलीबारी की| इस हमलें में पांच सैनिक मारे गए| माओवादियों ने इन सैनिकों के हथियारों की भी लूट की है| झारखंड में माओवादियों का पुरी तरह से सफाया होने की स्थिति है और इससे प्राप्त निराशता में ही माओवादियों ने यह हमला किया| लेकिन, इस हमलें में शामिल माओवादियों को छोडेंगे नही, ऐसा झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा है|

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