आतंकी हमलों से दहला पाकिस्तान ३९ ठार, ६० से अधिक जख्मी

इस्लामाबाद – कराची में चीन के दूतावा और ‘खैबर पख्तुनवाला’ में हुए भीषण आतंकी हमलों से पाकिस्तान दहल उठा है| कराची में हुए हमले में ७ लोग मारे गए है| वही, खैपर पख्तुनवाला में हुए विस्फोट में ३२ लोग जान से गए है| कराची में हुए हमले की जिम्मेदारी ‘बलुच लिबरेशन आर्मी’ इस बागी संगठन ने स्वीकारी है| और खैबर पख्तुनवाला के हमले के पिछे तालिबान होने की आशंका जताई जा रही है|

तीन आतंकियों ने शुक्रवार के दिन सुबह लगभग साढे नौ बजे कराची के ‘क्लिफ्टन’ इलाके में गोलीबारी शुरू की थी| इस दौरान चीन की वाणिज्य दूतावास के प्रमुख प्रवेशद्वार पर तैनात चीन के सैनिकों पर हमला करके इन आतंकियों ने दूतावास में घुंसने की योजना बनाई थी| लेकिन, दूतावास के सुरक्षा के लिये तैनात पाकिस्तान और चीन के सैनिकों ने इन आतंकियों पर उल्टा हमला किया| लगभग एक घंटे तक चली इस कार्यवाही में दो पाकिस्तान के दो सैनिक और दोन नागरिक मारे गए| इस दौरान चीन का एक सैनिक गंभीर जख्मी हुआ है| साथ ही इस हमले में शामिल तीन आतंकियों को मार गिराया है, यह दावा पाकिस्तान कर रहा है|

पाकिस्तान के संसाधन और संपत्ति की चीन लूट और शोषण कर रहा है| इसी लिये चीन के दूतावास पर हमला किया है, यह दावा ‘बलुच लिबरेशन आर्मी’ (बीएलए) ने किया है| इसके पहले भी ‘बीएलए’ ने चीन पर यह आरोप करके चीन के कर्मचारियों पर हमले किये थे| लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान इन्होंने इस हमले के पिछे षडयंत्र है, यह आरोप किया है| पाकिस्तान और चीन के ‘सीपीईसी’ परियोजना को झटके देने के लिये यह हमले हो रहे है, यह दावा इम्रान खान कर रहे है|

कराची में हुए इस हमले के एक घंटे बाद ही खैबर पख्तुनवाला क्षेत्र में ‘ओराकझाई’ के बाजार में विस्फोट हुआ| इस विस्फोट में ३२ लोगों की जान गई है और ५५ से अधिक जख्मी हुए है| पाकिस्तान में अल्पसंख्योकों को लक्ष्य करने के लिये यह हमला किया है, यह दावा स्थानिय और माध्यमों से हो रहा है| इस हमले की जिम्मेदारी लेने के लिये अब तक कोई भी संगठन आगे नही आयी है| फिर भी इस विस्फोट में तालिबान का हाथ होने की कडी आशंका जताई जा रही है| इशके पहले भी पाकिस्तान में अल्पसंख्य समुदाय पह हुए हमलों के पिछे तालिबान होने की बात स्पष्ट हुई थी| पाकिस्तान में हुए इन दोनों हमलों को लेकर भारत, अमरिका और चीन ने चिंता जताई है|

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