अमरीका की वजह से विश्व का कोई भी देश सुरक्षित नहीं – अमरीका में रशियन राजदूत का आरोप

वॉशिंग्टन – ‘इराक में सद्दाम हुसेन की हुकूमत हटाने की अपनी कार्रवाई का अमरीका २० साल बाद भी समर्थन कर रही हैं। इसपर अमरीका को किसी भी तरह का पछतावा नहीं हैं। उल्टा अमरीका को जो सही लगता हैं, वह करने का अधिकार हमें हैं, यही संदेश अमरीका विश्व में पहुंचा रही हैं। इस वजह से अमरीका को नाराज़ करनेवाला विश्व का कोई भी देश सुरक्षित नहीं रह सकता, यही संदेश अमरीका दे रही हैं’, ऐसा गंभीर आरोप अमरीका में रशियन राजदूत एंतोली एंतोनोव ने लगाया।

२० मार्च, २००३ को अमरीका ने इराक में सेना उतारी थी। इराक के तानाशाह सद्दाम हुसेन सर्वसंहारक हथियारों के निर्माण में होने का आरोप लगाकर अमरीका ने इराक पर हमला किया था। इस घटना के २० वर्ष पूरे हुए हैं। इस अवसर पर बोलते हुए यह इराक युद्ध अमरीका के इतिहास का सबसे अधिक अंधेरे से भरा पन्ना होगा, ऐसी आलोचना रशियन राजदूत एंतोनोव ने लगाया। संयुक्त राष्ट्रसंघ और अंतरराष्ट्रीय नियमों को लेकर अमरीका को बिल्कुल भी सम्मान नहीं। साथ ही अपनी हरकतों को सही साबित करने के लिए खुलेआम चालाखी करके इराक की संप्रभुता का उल्लंघन करना मुमकिन होता हैं, यही अमरीका ने इस इराक युद्ध से दिखाया है, इसपर एन्तोनोव ने ध्यान आकर्षित किया।

इराक के विरोध में युद्ध छिड़ने के लिए अमरीका ने कानून का उल्लंघन किया, ऐसा आरोप रशियन राजदूत ने लगाया। इस युद्ध में लाखों लोगों की मौत हुई, लाखों विस्थापित हुए, ब्लैक वॉटर जैसी अमरिकी ठेकेदार कंपनीने नरसंहार करवाया और अमरिकी सैनिकों ने अबू घरेब जेल में बंदियों पर अत्याचार किए, इसकी याद रशियन राजदूत ने ताज़ा की।

इराक में अमरिकी ढ़ंग के जनतंत्र स्थापित करने का यह नमूना कभी भी भूल नहीं सकते। क्यों कि, अमरीका की इसी कार्रवाई ने इराक में ‘आयएस’ जैसी आतंकी संगठन का निर्माण हुआ, ऐसा आरोप एन्तोनोव्ह ने लगाया। लेकिन, २० साल बाद भी अमरीका इराक में की गई अपनी कार्रवाई का समर्थन ही कर रही हैं। इस वजह से अमरीका को नाराज़ करनेवाला कोई भी देश सुरक्षित नहीं रह सकता, ऐसी चेतावनी ही अमरीका दे रही हैं, ऐसा आरोप रशियन राजदूत ने लगाया।

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