अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष द्वारा आई लव इंडिया का संदेश

संयुक्त राष्ट्रसंघ – संयुक्त राष्ट्रसंघ की आम सभा के पृष्ठभूमि पर भारत के विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इनकी अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात हुई है। इस भेंट में अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने आई लव इंडिया का संदेश देकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए शुभेच्छा दिए हैं। अमरिका ने जारी किए प्रतिबंधों का पालन करने के लिये भारत, रशिया और ईरान के साथ शुरु सहयोग रोके, ऐसी मांग अमरिका से की जा रही है। यह मांग नामंजूर करने पर भारत को भी अमरिका के प्रतिबंधों का सामना करना होगा, ऐसा अमरिका के अधिकारी सूचित कर रहे हैं। अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष की वजह से दोनों देशों के संबंध पर गंभीर परिणाम नहीं होगा, ऐसे स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं

संयुक्त राष्ट्रसंघ की आम सभा की पृष्ठभूमि पर नशीले पदार्थ के व्यापार के विरोध में कार्रवाई के संदर्भ में एक परिषद का आयोजन किया गया था। अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इस परिषद में संबोधित किया है। भारत के विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी इस परिषद में शामिल हुई। इस परिषद में संयुक्त राष्ट्रसंघ के अमरिका के राजदूत निकी हेले इनकी एवं भारत के विदेश मंत्री स्वराज की भेंट हुई है। निकी हैलेने विदेश मंत्री स्वराज इनकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प से भेंट कराई है। इस भेंट में डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत के बारे में अपनी भावना मुक्त शब्दों में व्यक्त की है।

आई लव इंडिया ऐसा कहकर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्पने भारत के प्रति आत्मीयता व्यक्त की है। तथा मेरे मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन तक मेरी शुभेच्छा पहुंचाएं, ऐसा संदेश अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को दिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा के निमित्त से प्रमुख देशों के नेताओं की भेंट एवं शुभेच्छा पर संदेश का आदान-प्रदान यह अलग ही खबर नहीं है, पर वर्तमान स्थिति में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने भारत के बारे में किए इस विधान को राजनीतिक महत्व प्राप्त हुआ है। पिछले कुछ हफ्तों से भारत और अमरिका के संबंध अधिक से अधिक दृढ़ होते जा रहे हैं। इसके लिए दोनों देशों के राजनैतिक नेतृत्व विशेष प्रयत्न कर रहे है और चीन जैसे देशों की गतिविधियां खतरनाक स्तर पर पहुँचते समय, भारत और अमरिका में धारणा एवं सामरिक सहयोग का महत्व नए रूप से रेखांकित हो रहा है।

पर भारत एवं अमरिका में इस सहयोग पर कई चुनौतियां होने का एहसास दोनों देशों के विश्लेषकों से दिलाया जा रहा है। ईरान पर ट्रम्प प्रशासन ने कड़े प्रतिबंध जारी किए हैं और भारत भी नवंबर महीने तक ईरान से ईंधन की खरीदारी रोके, ऐसी अपेक्षा ट्रम्प प्रशासन से व्यक्त की जा रही है। इतना ही नहीं तो भारत रशिया से एस-४०० यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा की खरीदारी ना करें, ऐसी अमरिका की मांग है। इन दोनों को इंकार करने पर भारत को अमरिका के प्रतिबंधो का सामना करना होगा ऐसा अमरिका के अधिकारियों का कहना है।

हाल ही में भारत एवं अमरिका के विदेश मंत्री तथा रक्षा मंत्रियों की चर्चा संपन्न हुई थी। इस चर्चा में विवाद्द मुद्दों का समावेश था। पर दोनों देशों के सहयोग के आडे यह मुद्दे नहीं आएंगे, ऐसा कहा जा रहा है। दोनों देशों में हुए ‘कम्युनिकेशन एंड इनफार्मेशन ऑन सिक्योरिटी मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट’ (सीआईएसएमए) करार इसका बयान दे रहा है। उसके बाद राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने भारत को दिया संदेश दोनों देशों में सहयोग अधिक दृढ़ बनने के संकेत दे रहा है। दौरान अमरिका के रक्षामंत्री जेम्स मैटिस ने भी भारत-अमरिका सहयोग में अधिक वृद्धि होने की बात कहकर समाधान व्यक्त किया है।

भारत एवं अमरिका में टू प्लस टू चर्चा से बहुत बड़ा सकारात्मक परिणाम सामने आ रहा है। इस चर्चा के दौरान हुए सीआईएसएमएसए करार भारत और अमरिका में बढ़ते हुए विश्वास एवं दृढ़ हो रहे साझेदारी को रेखांकित कर रहा है, ऐसा दावा रक्षा मंत्री मैटिस ने किया है।

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