ईरान में गुप्त हमले करने हेतु इस्रायल-अमरीका सहमत – इस्रायल ने ईरान में ३,००० टार्गेटस्‌‍ निर्धारित किए

तेल अवीव – ईरान विरोधी युद्ध शुरू करने की भूमिका का समर्थन अमरीका नहीं करती। लेकिन, ईरान में गुप्त हमले करने के लिए अमरीका इस्रायल के लिए अनुकूल है। यदि, ईरान परमाणु बम बनाने के करीब पहुँचता है तो अमरीका अगली कार्रवाई का निर्णय लेगी, ऐसी जानकारी इस्रायल के शीर्ष अखबार ने साझा की है। इस्रायल ने भी ईरान में हमले करने के लिए बड़े अहम ३,००० सैन्य ठिकानों की सूचि बनाकर टार्गेटस्‌‍ निर्धारित करने की जानकारी सामने आ रही है। कुछ दिन पहले इस्रायल के वरिष्ठ नेताओं ने इशारा दिया था कि, ईरान पर हमला करने की तैयारी पूरी हो चुकी है।

इस्रायल की बागड़ोर संभाल रहे बेंजामिन नेत्यान्याहू की सरकार ईरान को लेकर काफी आक्रामक नीति अपनाएगी, ऐसे संकेत विश्लेषक दे रहे थे। इस पृष्ठभूमि पर पिछले कुछ दिनों में अमरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन और उनसे पहले ‘सीआईए’ प्रमुख विल्यम बर्न्स और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने इस्रायल का दौरा किया था। इस्रायल को ईरान विरोधी युद्ध करने से रोकने के लिए अमरिकी नेताओं ने महीनाभर इस्रायल के दौरे किए हैं, ऐसे दावे किए जा रहे थे। ब्लिंकन और नेत्यान्याहू की मुलाकात में पैलेस्टिन, ईरान और सौदी अरब का मुद्दा आगे था, ऐसी जानकारी सामने आयी है।

सौदी के साथ राजनीतिक सहयोग स्थापित करने के लिए इस्रायल की भूमिका को अमरीका का पूरा समर्थन है, ऐसा ब्लिंकन ने इस दौरे में स्पष्ट किया।

इसी बीच ईरान संबंधित इस्रायल की भूमिका का अमरीका समर्थन नहीं करती, इस मुद्दे पर ब्लिंकन ने नेत्यान्याहू से चर्चा की। ईरान पर सीधा हमला करके इस्रायल युद्ध शुरू न करे, ऐसा आवाहन अमरिकी विदेश मंत्री ने किया। इसके बजाय इस्रायल ईरान में गुप्त हमले करे, ऐसा सुझाव अमरीका ने दिया है, ऐसी खबर ‘येदिओथ अरोनोथ’ नामक इस्रायली अखबार ने प्रसिद्ध की। साथ ही ईरान परमाणु बम बनाने के करीब पहुँचता है तो आगे की कार्रवाई का निर्णय अमरीका लेगी, ऐसी फटकार भी ब्लिंकन ने लगाई।

ईरान के मुद्दे पर यदि अमरीका का सहयोग चाहते हो तो जेरुसलम स्थित पैलेस्टिनियों के प्रार्थनास्थल से जुड़ी अपनी गतिविधियां इस्रायल रोक दे, ऐसी शर्त भी अमरिकी विदेश मंत्री ने इस्रायल के सामने रखने का दावा किया जा रहा है। अमरीका के इस प्रस्ताव पर इस्रायल की क्या प्रतिक्रिया है, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। लेकिन, फ्रान्स के रेडियो चैनल ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार इस्रायल ने पश्चिमी देशों की सहायता से ईरान पर हमला करने की योजना बनाई है। ईरान की सेना से संबंधित ३,००० ठिकानों पर हमले करने की योजना इस्रायल ने बनाई है। लेकिन, ईरान के साथ युद्ध न छिडे, इसका ध्यान रखते हुए इस कार्रवाई को अंजाम देने की तैयारी इस्रायल ने की है। इन गतिविधियों की जानकारी रखने वाले राजनीतिक अधिकारी के दाखिले से फ्रेंच रेडियो चैनल ने यह जानकारी साझा की।

इसी बीच, इस्रायल की सरकार ने इस मुद्दे पर अभी कोई खुलासा नहीं किया है। लेकिन, ईरान के इस्फाहन स्थित मिसाइल बनाने के कारखाने पर हमले के लिए इस्रायल को ज़िम्मेदार करार दिया जा रहा है। ईरान में स्थित कुर्दों की सहायता से इस्रायल ने मिसाइल बनाने के इस कारखाने को लक्ष्य किया, ऐसा आरोप ईरान लगा रहा है। साथ ही इस्फाहन पर हुए हमले का प्रत्युत्तर सही समय पर दिया जाएगा, ऐसी धमकी ईरान के नेता दे रहे हैं।

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