आसियान की बैठक में साउथ चाइना सी के ‘कोड ऑफ कंडक्ट’ का मुद्दा उठा – ‘साउथ चाइना सी’ में अमरिकी विमान वाहक युद्धपोत की गश्त

जकार्ता/वॉशिंग्टन – ‘साउथ चाइना सी’ क्षेत्र में विवाद खत्म करने के लिए ‘कोड ऑफ कंडक्ट’ अहम मुद्दा है और आसियान देशों की बैठक में भी इसी मुद्दे को प्राथमिकता देने की जानकारी इंडोनेशिया के विदेश मंत्री रेत्नो मर्सुदी ने साझा की। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आग्नेय एशियाई देशों की संगठन ‘आसियान’ की बैठक शुक्रवार से शुरू हुई है। इस बैठक में ‘कोड ऑफ कंडक्ट’ के मुद्दे पर आसियान के सदस्य देशों की सहमति की कोशिश करने के संकेत दिए गए हैं।

चीन ने पूरे ‘साउथ चाइना सी’ पर अपना अधिकार जताया है और आग्नेय एशियाई देशों से द्विपक्षीय चर्चा करके दबाव भी डाल रहा है। लेकिन, आसियान देशों ने इसके खिलाफ तीव्र भूमिका अपनाते हुए चीन की योजना विफल करने की गतिवधियां शुरू की हैं। आसियान की बैठक के दौरान अमरिकी विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस निमित्ज़’ गश्त लगाने ‘साउथ चायना सी’ पहूंची है।

रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर चीन के इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की गतिविधियां काफी बढ़ी हैं। ताइवान पर लगातार हमले करने की धमकियां दी जा रही हैं और फिलिपाईन्स, वियतनाम जैसे देशों की सीमाओं में भी लगातार घुसपैठ कर रहा है। अपने वायु और नौसेना के सामर्थ्य के बलबूते पर चीन ‘साउथ चाइना सी’ के छोटे एशियाई देशों पर दबाव डाल रहा है और यहां का अधिकाधिक क्षेत्र हथियाने की कोशिश कर रहा है।

एशियाई देशों ने इसके खिलाफ आवाज़ उठाना शुरू किया है और रक्षा सामर्थ्य बढ़ाने की कोशिश में भी लगे हैं। साथ ही चीन की हरकतों पर ‘कोड ऑफ कंडक्ट’ जैसे राजनीतिक मार्ग से प्रत्युत्तर देने के लिए कुछ एशियाई देशों ने पहल की है। इंडोनेशिया, वियतनाम और मलेशिया इसमें सबसे आगे हैं। इस पृष्ठभूमि पर इंडोनेशिया में आयोजित आसियान की बैठक और इसका एजेंडा बड़ी अहमियत रखता है।

आसियान की बैठक के दौरान ही अमरीका की विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस निमित्झ’ गश्त अभियान के लिए साउथ चाइना सी क्षेत्र में दाखिल हुई है। इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखना ही हमारा उद्देश्य है, ऐसा ‘यूएसएस निमित्झ’ के अमरिकी अधिकारी ने स्पष्ट किया। अमरिकी युद्धपोतों की साउथ चायना सी में यह मौजूदगी चीन को रोकने में अहम योगदान देती है, ऐसा दावा बायडेन प्रशासन के अधिकारी ने किया। अमरिकी युद्धपोत गश्त लगाते समय चीन के तटरक्षक बल ने भी अपने बेड़े के जहाज़ों की एवं अभियानों की संख्या बढ़ाई है। जापानी माध्यमों ने साझा की गई जानकारी के अनुसार चीन ने पिछले कुछ महीनों में अपने तटरक्षक बल में २२ नए जहाज़ दाखिल किए हैं। इससे चीन के तटरक्षक बल के बेड़े में जहाज़ों की संख्या डेढ़सौ तक है, ऐसा कहा जा रहा है।

इसी बीच अमरीका के सेवा निवृत्त वायुसेना अधिकारी जनरल जैक किन ने इशारा दिया है कि, अमरिकी रक्षा बल चीन विरोधी युद्ध के लिए तैयार नहीं हैं। ताइवान ने अमरीका से समझौता करके खरीदे हुए लगभग २० अरब डॉलर्स के हथियार और रक्षा यंत्रणा अब तक ताइवान को प्राप्त नहीं हुए हैं। इस ‘बैकलॉग’ के मद्देनज़र अमरीका की इस क्षेत्र में तैयारी समझ में आती है, ऐसी फटकार किन ने लगाई।

अमरिकी वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारी जनरल माईक मिनीहान ने कुछ दिन पहले कहा था कि, साल २०२५ तक चीन के साथ युद्ध करने के लिए अमरिकी वायु सेना तैयार रहे।

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