ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हमला करना इस्रायल की नैतिक जिम्मेदारी है

जेरूसलेम – ईरान के पास परमाणु बम का निर्माण करने की क्षमता की घोषणा ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी के सलाहकार ने कुछ ही दिन पहले की थी। अमेरिका के बायडेन प्रशासन परमाणु करार के बारे में सौदेबाज़ी पर दृढ़ रहने की घोषणा इस्रायल के लिए इशारा होने की बात विश्लेषकों ने की थी। इस पर इस्रायल की प्रतिक्रिया दर्ज हुई है और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर लश्करी हमला करना इस्रायल की नैतिक जिम्मेदारी और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अत्यंत जरुरी है, ऐसा इस्रायल के संरक्षकदल प्रमुख अविव कोशावी ने कहा है। 

पिछले सप्ताह इस्रायल के दौरे पर गए हुए अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने ईरान के परमाणु समझौते का मुद्दा सौदेबाजी से हल करने बात पर अटल होने की घोषणा की थी। सौदेबाज़ी असफल होने पर ईरान के खिलाफ अंतिम विकल्प के तौर पर लश्करी कार्यवाई करने की बात बायडेन ने कही थी। बायडेन प्रशासन की इस भूमिका की इस्रायल ने मूक संमती प्रदान किए जाने के दावे विशलेषकों ने किए थे। 

पर इसके बाद ईरान के सर्वोच्च नेताओं के सलाहकारों ने पराणु बम के निर्माण की क्षमता होने की बात जाहिर करके खाडी का तनाव बढाया। इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल के संरक्षणदल प्रमुख अवीव कोशावी ने लश्कर को युद्ध के लिए तैयार रहने की सूचना दी। ‘ईरान परमाणु सज्जता से रोकने के लिए सौदेबाज़ी को अहमियत दी जा रही है। पर सौदेबाज़ी अल्प समय के लिए सफल होती है और फिर उल्लंघन अथवा विश्वासघात की वजह से असफल हो जाती है, यह हमने इतिहास में अनुभव किया है’, इन शब्दों में कोशावी ने सौदेबाजी पर अविश्वास व्यक्त किया। तथा, ईरान को परमाणु बम निर्माण करने से रोकना ही इस्रायल के लश्कर की नैतिक जिम्मेदारी है, ऐसा कोशावी ने स्पष्ट किया।

इससे पहले इस्रायल को विश्व के नक्शे से गायब करने की धमकियां दी जा रही थीं। इसका दाखला देते हुए इस्रायल के नेता ईरान के हेतु पर हमेशा सवाल उठाते आए हैं। इसी लिए ईरान को परमाणु बम का निर्माण करने से रोका नहीं गया, तो इस्रायल का अस्तित्व धोखे में पड़ जाएगा, इस्रायल ऐसी ताकीद दे रहा है। कोशावी के इशारे से यह बात सामने आ रही है। 

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