परमाणु हमलों के साथ सायबर हमलों को रोकने के लिए भी इस्रायल तैयार – इस्रायली प्रधानमंत्री की चेतावनी

तेल अवीव – परमाणु हमला ना होने देने के लिए जैसी प्रतिबंधात्मक तैयारी की होती है, बिल्कुल उसी तरह हम सायबर हमलों को रोकने के लिए तैयार हैं। यदि किसीने इस्रायल पर सायबर हमले किए तो हम भी इस पर वैसा ही प्रत्युत्तर देंगे, ऐसे सख्त शब्दों में इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने ईरान को चेतावनी दी। कुछ ही घंटे पहले ईरान केसबसे अहम स्टील उत्पादक कंपनी पर सायबर हमलें हुए थे। इससे कंपनी को भारी नुकसान पहुँचा। इसके बाद कुछ ही घंटों में इस्रायली प्रधानमंत्री ने दिया यह इशारा सूचक होने के दावे किए जा रहे हैं।

ईरान की ‘खुझेस्तान स्टील कंपनी’ ने कारखाने पर सायबर हमला होने की जानकारी सार्वजनिक की है। सोमवार को हुए इस सबसे बड़े सायबर हमले की वजह से ईरान की स्टील उत्पादक कंपनी के कारखाने में बड़ी आग लगी। इससे कंपनी के अहवाज़ स्थित कारखाने का काम ठप पड़ा है। साथ ही कंपनी की वेबसाईट पर भी सायबर हमला हुआ है। अगली सूचना प्राप्त होने तक कारखाने का काम बंद रहेगा।

देश में इससे पहले हुए सायबर हमलों के लिए ईरान ने अमरीका और इस्रायल को ज़िम्मेदार बताया था। यह सायबर हमले यानी ईरान और इस्रायल के शुरू छुपे युद्ध का हिस्सा होने का दावा अमरीका के प्रमुख अखबार ने किया था। लेकिन, इस बार खुझेस्तान स्टील कंपनी पर हुए सायबर हमले को लेकर ईरान ने किसी के खिलाफ आरोप लगाए नहीं हैं। लेकिन, ‘गोनेश्के दरांदे’ नामक गुट ने ईरान की कंपनी पर हुए इस सायबर हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकारी। साथ ही ईरान के कारखाने में लगी आग के सीसीटीवी फुटेज भी इस गुट ने जारी किए हैं।

ऐसे में इस्रायल में आयोजित हो रहे ‘सायबर वीक’ परिषद में बोलते हुए इस्रायल के प्रधानमंत्री ने ईरान का सीधे ज़िक्र करके सायबर हमलों पर इशारा दिया। ‘ईरान, की राजधानी तेहरान में कोहराम मचा रहें इस्रायल की नीति नहीं। लेकिन, ईरान ने इस्रायल के साथ बैर किया तो फिर इसकी बड़ी कीमत ईरान को चुकानी पड़ेगी’, ऐसी सख्त चेतावनी इस्रायली प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने दी। ईरान के सायबर हमलों को उसी की तरह जवाब दिया जाएगा

इसी बीच, ईरान और इस्रायल के बीच पिछले कुछ सालों से गुप्त सायबर युद्ध शुरू हैं। साल २०१० में ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर स्टक्सनेट वायरस का हमला हुआ था। इस वजह से ईरान के परमाणु प्रकल्पों में सैकड़ों सेंट्रीफ्यूजेस नाकाम हुए थे। इस सायबर हमलों के पीठ अमरीका और इस्रायल का हाथ होने का आरोप ईरान ने लगाया था। ऐसें में ही ईरान ने अपने देश की बुनियादी सुविधाओं पर सायबर हमलें बढ़ाएँ, ऐसा आरोप इस्रायल ने लगाया।

साल २०२० में ईरान ने इस्रायल की पानी की पाइपलाइन की यंत्रणा पर भी सायबर हमला किया था। इसके अलावा पिछले साल इस्रायल ने तकरीबन १५०० सायबर हमलों को नाकाम करने का दावा किया है।

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