रक्षामंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के बाद इस्रायल की मोसाद के प्रमुख जल्द ही अमरीका की यात्रा करेंगे

जेरूसलम – इस्रायल के रक्षामंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की अमरीका यात्रा के बाद अब इस्रायली गुप्तचर संस्था मोसाद के प्रमुख डेविड बर्निया भी अमरीका का दौरा कर रहे हैं। अमरीका और पश्चिमी देश ईरान के साथ परमाणु समझौता काफी खराब होने की खुलेआम आलोचना कर रहे मोसाद के प्रमुख का यह अमरीका दौरा ध्यान आकर्षित कर रहा है। इस परमाणु समझौते में इस्रायल की उम्मीद के अनुसार आवश्यक सुधार स्पष्ट तौर पर रखने के लिए डेविड बर्निया अमरीका जा रहे हैं, ऐसे दावे इस्रायली माध्यम कर रहे हैं।

ईरान के साथ परमाणु समझौता करने की प्रक्रिया अब आखरी चरण में होने के दावे किए जा रहे हैं। अमरीका और यूरोपिय देशों के साथ ईरान ने भी इसकी पुष्टि की है। लेकिन, यह परमाणु समझौता ईरान का परमाणु कार्यक्रम नहीं रोकेगा, बल्कि आगे बढ़ाएगा, इस वजह से जल्द ही ईरान परमाणु हथियारों से सज्जित होगा, ऐसी चेतावनी इस्रायल दे रहा है। इस्रायल के प्रधानमंत्री येर लैपिड ने सटीक शब्दों में अमरीका और यूरोपिय देशों को इसका अहसास कराया है। इसके अलावा पश्चिमी देश ईरान के साथ कर रहे परमाणु समझौते से इस्रायल प्रतिबद्धित नहीं रहेगा। अपने देश की रक्षा के लिए इस्रायल ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमलें कर सकता है, यह इशारा प्रधानमंत्री लैपिड ने दिया था। इस्रायली रक्षाबलों के साथ मोसाद को इसके लिए पूरी तरह से तैयार रहने के आदेश दिए गए हैं, यह भी प्रधानमंत्री लैपिड ने कहा था।

इसके आगे जाकर मोसाद के प्रमुख डेविड बर्निया ने ईरान के परमाणु प्रकल्प पर कार्रवाई करने की पूरी तैयारी होने का ऐलान कर दिया था। इस वजह से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमरीका और यूरोपिय देशों के साथ इस्रायल के मतभेद चरम स्तर पर जाते स्पष्ट दिख रहे हैं। लेकिन, इसको लेकर इस्रायल के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू की तरह खुलेआम आक्रामक भूमिका अपनाने के लिए इस्रायल की मौजूदा सरकार अब भी तैयार नहीं है। अब तक इस्रायल के प्रधानमंत्री लैपिड की सरकार अमरीका और यूरोपिय देशों पर तीखे शब्दों में आलोचना करने से बचकर राजनीतिक बातचीत से इस मसले का हल निकालने की कोशिश कर रही है।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन जैसा इस्रायल का अन्य कोई मित्र नहीं है, ऐसा बयान इस्रायली प्रधानमंत्री ने हाल ही में किया था। लेकिन, ईरान के साथ अमरीका का परमाणु समझौता राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने ही बनाई ‘रेड लाईन’ अर्थात मर्यादा का उल्लंघन है क्योंकि, इस परमाणु समझौते की वजह से ईरान जल्द ही परमाणु हथियारों से लैस होगा, इस बात पर इस्रायली प्रधानमंत्री लैपिड ने ध्यान आकर्षित किया था। इसी कारण ईरान के साथ ऐसा खराब परमाणु समझौता किए बिना राष्ट्राध्यक्ष बायडेन इससे पीछे हटें, यह आवाहन लैपिड ने किया था।

इस्रायल के प्रधानमंत्री अमरीका को यह संदेश दे रहे हैं, तभी इस्रायली रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार इयाल हुलाता ने अमरीका का दौरा करके इस परमाणु समझौते के खिलाफ पुख्ता भूमिका रखी थी। इसके बाद अब मोसाद के बहुचर्चित प्रमुख डेविड बर्निया अमरीका के दौरे पर जा रहे हैं और उनका यह दौरा काफी ज्यादा ध्यान आकर्षित कर रहा है क्योंकि, बर्निया ने ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर सैन्य कार्रवाई करने की हमास की तैयारी का ऐलान किया था। तथा ईरान और अमरीका के इस परमाणु समझौते के खिलाफ बर्निया ने काफी आक्रामक भूमिका अपनाई है। इस वजह से उनके अमरीका दौरे में पुख्ता क्या होगा, इस ओर इस्रायली विश्लेषक और माध्यमों का ध्यान लगा हुआ है। वहीं, दूसरी ओर ईरान भी अमरीका और इस्रायल की इस चर्चा की ओर बड़ी सावधानी से देख रहा है।

अमरीका और पश्चिमी देशों ने ईरान के साथ परमाणु समझौता किया तो हम इससे प्रतिबद्ध नहीं रहेंगे, यह दावे इस्रायल कर रहा है। ऐसे में ईरान भी परमाणु समझौते की वजह से इस्रायल संबंधित अपनी भूमिका में बदलाव ना करने के इशारे दे रहा है।

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