ईरान यानी खाड़ी में अस्थिरता फैलानेवाला देश – सेंट्रल कमांड के प्रमुख का इशारा

रियाध – बायडेन प्रशासन ईरान के साथ परमाणु समझौता करने की कड़ी कोशिश कर रहा है और इसी दौरान अमरीका की सुरक्षा यंत्रणा ईरान को लेकर नए-नए इशारें दे रही है। ‘ईरान खाड़ी में अस्थिरता निर्माण करनेवाला प्रमुख देश है। इस वजह से अमरीका किसी भी स्थिति में ईरान को परमाणु हथियारों से सज्जित होने नहीं देगी’, यह चेतावनी अमरिकी सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल एरिक कुरीला ने दी। साथ ही सौदी अरब, इजिप्ट जैसे अमरीका के मित्रदेशों की भूमिका को समझने के लिए हम इन देशों का दौरा कर रहे है, यह भी जनरल कुरीला ने स्पष्ट किया।

पिछले महीने अमरीका की ‘सेंट्रल कमांड-सेंटकॉम’ की बागड़ोर संभालने के बाद जनरल एरिक कुरीला ने खाड़ी के मित्रदेशों का दौरा शुरू किया है। सौदी अरब से अपने दौरे की शुरूआत करने के बाद जनरल कुरीला ने यूएई और इजिप्ट का दौरा करके वहां के राष्ट्रप्रमुख से बातचीत की। परमाणु समझौते पर जोर दे रहे बायडेन प्रशासन ने ईरान से बातचीत शुरू करने की वजह से अरब मित्रदेश अमरीका पर नाराज़ हैं।

साथ ही बायडेन प्रशासन ने सौदी के साथ खाड़ी में अपनी तैनात सेना घटाई और सौदी-यूएई की राजधानी पर हमले कर रही येमन के हौथी विद्रोहियों को भी आतंकियों की सूचि से हटाया है। बायडेन प्रशासन की यह भूमिका अरब मित्रदेशों में अमरीका को लेकर अविश्वास निर्माण करनेवाली साबित हुई है।

सौदी अरब और यूएई के नेताओं ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के फोन को अनदेखा करने की बात भी सामने आयी थी। साथ ही रशिया-यूक्रैन युद्ध की वजह से ईंधन संकट से घिरे यूरोपिय देशों के लिए ईंधन उत्पादन बढ़ाने के लिए राष्ट्राध्यक्ष बायडेन का आवाहन भी सौदी-यूएई ने खारिज किया था। इस वजह से अमरीका और अरब देशों में तीव्र मतभेद होने के दावे माध्यमों ने किए थे। यूक्रैन का यूद्ध लंबा चला है और रशिया ने भी यूरोपिय देशों की ईंधन सप्लाई रोकने का कदम उठाया है।

ऐसी स्थिति में अरब मित्रदेशों को रिझाने की कोशिश बायडेन प्रशासन ने शुरू की है। सेंटकॉम के प्रमुख जनरल कुरीला का सौदी, यूएई और इजिप्ट दौरा भी इसी का एक हिस्सा दिखाई दे रहा है। खाड़ी के समाचार चैनल से बातचीत करते हुए जनरल कुरीला ने ईरान को लक्ष्य किया। ईरान खाड़ी में अस्थिरता फैलानेवाला देश है और अमरीका ईरान को परमाणु हथियारों से सज्जित होने नहीं देगी, ऐसा सेंटकॉम का प्रमुख ने कहा।

लेकिन अगले ही विधान में ईरान संबंधित अमरीका को सता रही चिंता इस देश के परमाणु सामर्थ्य से भी आगे की है, यह दावा जनरल कुरीला ने किया। ईरान के बैलेस्टिक मिसाइलों का कार्यक्रम और खाड़ी की ईरान से जुडे आतंकी संगठनों की हरकतें अमरीका की चिंता का कारण हैं, ऐसा जनरल कुरीला ने कहा। ईरान के इस खतरे का सामना करने के लिए अमरीका और खाड़ी के मित्रदेशों की सहयोग की आवश्यकता होने का आवाहन जनरल कुरीला ने किया।

लेकिन, अमरीका और खाड़ी देशों के संबंधों में दूरी निर्माण होने की कबुली सेंटकॉम के प्रमुख ने अरब समाचार चैनल से बोलते समय दी। खाड़ी में अमरीका की वचनबद्धता को लेकर अरब मित्रदेश चिंतित होने का बयान जनरल कुरीला ने आगे किया। इस वजह से ईरान का खतरा रेखांकित करके सेंटकॉम के प्रमुख ने अपने खाड़ी दौरे की शुरूआत की है, फिर भी इसे अरब मित्रदेशों से आवश्यक रिस्पान्स प्राप्त होता नहीं दिख रहा है।

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