वर्तमान वित्तीय साल में भारत के सेवा क्षेत्र से ३०० अरब डॉलर्स की निर्यात होगी – व्यापार मंत्री पियूष गोयल

गांधीनगर – वर्तमान वित्तीय साल में भारत के सेवा क्षेत्र की निर्यात बढ़कर ३०० अरब डॉलर्स होगी, ऐसा विश्वास व्यापार और उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने व्यक्त की। वैश्विक स्तर पर जारी आर्थिक उथल-पुथल के बीच में भी भारत के सेवा क्षेत्र ने किया यह प्रदर्शन ध्यान आकर्षित कर रहा हैं, इसपर व्यापार मंत्री ने ध्यान आकर्षित किया। तथा, २०२२-२३ के वित्तीय साल की व्यापारी निर्यात की बढ़ोतरी होने की भी उम्मीद हैं, कहकर इस क्षेत्र का यह प्रदर्शन संतोष देता है, ऐसा दावा पियूष गोयल ने किया है।

साल २०२२-२३ के वित्तीय साल में सेवा क्षेत्र ने अबतक किए प्रदर्शन पर गौर करे तो इस वित्तीय साल में भारत का सेवा क्षेत्र करीबन ३०० अरब डॉलर्स से भी आगे जाएगा, ऐसा व्यापार मंत्री पियूष गोयल ने स्पष्ट किया। गुजरूत के गांधीनगर में आयोजित समारोह में पत्रकारों से बोलते हुए व्यापार मंत्री ने यह विश्वास व्यक्त किया। केंद्र सरकार ने अपनाए रचनात्मक सुधार, मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे उपक्रमों का असर अब दिखने लगा है। इस वजह से सेवा क्षेत्र की प्रगति हो रही है और मौजूदा प्रदर्शन जारी रहा तो वर्तमान के आर्थिक साल के अन्त तक देश के सेवा क्षेत्र की कुल निर्यात बढ़कर ३३२.७६ अरब डॉलर्स होगी, ऐसा गोयल ने कहा।

साथ ही भारत की आयात भी  बढ़ रही हैं ऐसा कहकर इसमें २४.९६ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई हैं। यह आयात ५५१.७ अरब डॉलर्स तक पहुँचने की बात पर गोयल ने ध्यान आकर्षित किया। मौजूदा वित्तीय साल के पहले ९ महीनों में आयात-निर्यात का घाटा २१८.९४ अरब डॉलर्स हुआ हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में यह आँकड़ा १३६.४५ अरब डॉलर्स था। लेकिन, पिछले साल देश की निर्यात ४२२ अरब डॉलर्स के विक्रमी स्तर पर थी, इसकी याद भी पियुष गोयल ने ताज़ा की।

एक ही समय पर देश की आयात और निर्यात बढ़ रही हैं, लेकिन अभी भी इसका फरक कम करने की कामयाबी देश को हासिल नहीं हुई हैं, यह व्यापार मंत्री ने साझा किए आँकड़ों से स्पष्ट हो रहा है। दिसंबर महीने में भारत की निर्यात १२.२ प्रतिशत कम हुई थी। इसके लिए वैश्विक स्तर पर जारी उथल-पुथल ज़िम्मेदार होने की बात कही जा रही है। इस वजह से निर्यात और आयात का घाटा २३.७६ प्रतिशत बढ़ा, ऐसा व्यापार मंत्री ने कहा। इस तरह से विभिन्न महीनों में निर्यात में उतार-चढ़ाव देखा गया है। लेकिन, कुल मिलाकर भारत से हो रही निर्यात, अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनिश्चितता के दौर में भी अच्छा प्रदर्शन कर रही है, यह दावा व्यापार मंत्री ने किया है।

आनेवाले दिनों में निर्यात अधिक मात्रा में बढ़ाने की ज़रूरी  हैं और केंद्र सरकार इसके लिए ज़रूरी कोशिश करने में जुटी होने की बात पियुष गोयल ने स्पष्ट की। अमरीका, यूरोपिय देश और चीन की अर्थव्यवस्था में थोड़ा-बहुत सुधार हुआ हैं और इससे भारत को लाभ प्राप्त होगा एवं भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन अधिक बेहतर होगा, यह दावा गोयल ने इस दौरान किया। इसके ज़रिये भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन वैश्विक स्थिति एवं अन्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर निर्भर होने का अहसास व्यापार मंत्री ने कराया। हाल ही में आयोजित इकॉनॉमिक फोरम की बैठक में वैश्विक अर्थव्यवस्था को मंदी का खतरा होने के दावे किए गए थे। लेकिन, भारतीय अर्थव्यवस्था को इससे बड़ा नुकसान नहीं पहुँचेगा, यह दावा वर्ल्ड इकॉनॉमिक फोरम की रपट में किया गया है। इसके बावजूद अन्य देशों की आर्थिक स्थिति पर भारत की निर्यात निर्भर होगी, इस पर ध्यान आकर्षित करके भारतीय आर्थिक विशेषज्ञ वैश्विक अर्थव्यवस्था की उथल-पुथल का असर कुछ हद तक भारत को भी बर्दाश्त करना होगा, इसका अहसास करा रहे हैं।

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