पाकिस्तानी सेना पर इम्रान खान की कड़ी आलोचना

इस्लामाबाद – पाकिस्तान की जनता यानी कहीं पर भी धकेले जाने जैसीं भेड़-बकरियाँ नहीं, ऐसा कहकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इम्रान खान ने अपने की देश की सेना की कड़ी आलोचना की। लाहोर से शुरू हुआ इम्रान खान का लौन्ग मार्च राजधानी इस्लामाबाद की ओर निकला हैं। इसके दूसरें दिन भी इम्रान खान ने पाकिस्तान की सेना पर गंभीर आरोप लगाए। इम्रान खान ने लगाए इन आरोपों को पाकिस्तान से ज्यादा भारतीय माध्यमों में ही अधिक प्रसिद्धी मिल रही हैं, वह इस प्रसिद्धी का आनंद उठाएँ, ऐसी फटकार पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा असिफ ने लगाई। इस वजह से पाकिस्तान की अंदरुनि राजनीति में भारत का फिर से इस्तेमाल होता दिख रहा हैं।

पाकिस्तान की सेना ही किसी समय नवाज़ शरीफ को चोर कह रही थी। इसी बीच असिफ अली झरदारी का ज़िक्र मिस्टर टेन पर्सेंट किया जा रहा था। आज यह दोनों भ्रष्ट नेता स्वच्छ हुए है क्या? यह सवाल करके इम्रान खान ने पाकिस्तान की सेना को मुश्किलों में फंसाया। इस तरह से घुमजाव करके पाकिस्तान की सेना देश की जनता को भेड़-बकरियों की तरह एक ओर से दूसरीं ओर धकेल रही हैं। लेकिन, पाकिस्तान की जनता यानी भेड़-बकरी नहीं हैं, बल्कि वह आज़ाद हैं, यही साबित करने के लिए हम लौन्ग मार्च आयोजित कर रहे हैं, ऐसा इम्रान खान ने कहा।

साथ ही अपने पार्टी के नेता और अपने समर्थन में खड़े पत्रकारों को पाकिस्तान की सेना ने हिरासत में लिया और उनसे मारपीट की, ऐसा आरोप इम्रान खान ने लगाया। साथ ही हमें पाकिस्तानी सेना और ‘आईएसआई’ का काफी कुछ पता हैं, लेकिन, यह जानकारी सार्वजनिक करके हमें देश का नुकसान नहीं करना है, ऐसा भी इम्रान खान ने कहा। इसी बीच इम्रान खान गैर ज़िम्मेदाराना तरिके से पाकिस्तान की सेना पर आलोचना कर रहे हैं और उन्हें देश में बड़ा प्रतिसाद प्राप्त नहीं हो रहा हैं, यह दावा रक्षामंत्री ख्वाजा असिफ ने किया। फिलहाल भारतीय माध्यम इम्रान खान को प्रसिद्ध कर रहे हैं, इसका वह आनंद उठाएँ, ऐसी फटकार भी रक्षामंत्री असिफ ने लगाई।

इसी बीच पाकिस्तान के अन्य मंत्री मरियम औरंगजेब ने भी भारतीय माध्यम इम्रान खान फिजूल प्रसिद्धी दे रहे हैं, ऐसी आलोचना की। लेकिन, पाकिस्तान के मंत्री इस तरह से इम्रान खान पर आलोचना कर रहे है, फिर भी उनके लौन्ग मार्च की वजह से पाकिस्तान में सुरक्षा का गंभीर मसला निर्माण हुआ है। लौंग मार्च में शामिल युवक इस्लामाबाद पहुँचने के बाद या उससे पहले भी हिंसक हरकतें कर सकते हैं। साथ ही पुलिस बल और सेना ने लौन्ग मार्च पर कार्रवाई करने से भी स्थिति बिगड़ सकती हैं। इस वजह से पाकिस्तान की सरकार और सेना के सामने नया मसला खड़ा हुआ हैं। राजधानी इस्लामाबाद में अराजकता फैलाने का अवसर इम्रान खान को नहीं मिलेगा। उनके लौंग मार्च पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, ऐसी चेतावनी पाकिस्तान के अंदरुनि सुरक्षा मंत्री राणा सनाउल्लाह ने पहले ही दी थी।

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