हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंग का निधन

नई दिल्ली – पिछले हफ्ते कर्नाटक के कुन्नूर में हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटना से बचे हुए वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंग की मृत्यु के साथ जारी जंग आख़िरकार खत्म हुई। बुधवार को उनका दुर्भाग्यपूर्ण निधन हुआ। इस हेलिकॉप्टर दुर्घटना में रक्षाबलप्रमुख बिपीन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत तथा रक्षा बलों के ११ अधिकारियों की मृत्यु हुई थी। वहीं, गंभीर रूप से घायल अवस्था में होनेवाले वरुण सिंग पर इलाज जारी थे। कैप्टन वरुण सिंग की मृत्यु के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने शोक ज़ाहिर किया है।

८ दिसंबर को कर्नाटक के कुन्नूर में रक्षा दल प्रमुख जनरल रावत को ले जाने वाले हेलीकॉप्टर का अपघात हुआ था। इस हेलीकॉप्टर में होनेवाले १४ में से १३ लोगों की मृत्यु हुई थी। इनमें जनरल रावत, उनकी पत्नी तथा सेना और वायु सेना के अधिकारी थे। वहीं, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंग को गंभीर स्थिति में अस्पताल में दाखिल किया गया था। वे पिछले हफ्ते से लाइफ सपोर्ट पर थे। उनकी तबीयत चिंताजनक थी। देशभर में उनके लिए प्रार्थनाएँ जारी थीं। साथ ही, उन्हें बचाने के लिए देश के माहिर डॉक्टर और विशेषज्ञ प्रयास कर रहे थे। लेकिन आखिरकार बुधवार को ग्रुप कैप्टन वरुण सिंग की भी मृत्यु हुई।

रक्षा दल प्रमुख जनरल बिपीन रावत वेलिंग्टन के डिफेन्स सर्व्हिसेस स्टाफ कॉलेज में लेक्चर देने जा रहे थे कि तभी यह हेलीकॉप्टर दुर्घटना हुई थी। यहाँ के सुलुर स्थित हवाई अड्डे पर ही ग्रुप कैप्टन वरुण सिंग तैनात थे। हाल ही में उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।

पिछले साल वे चला रहे तेजस विमान में ख़राबी आने के बाद, अपना कॉकपिट न छोड़ते हुए बड़ी कुशलता के साथ उन्होंने यह विमान लैंड किया था। इसके लिए उन्हें यह शौर्य पदक दिया गया था।

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