भूकंप प्रभावित तुर्की को सहायता प्रदान कर रहे भारत के ‘ऑपरेशन दोस्त’ का विदेश मंत्री ने किया समर्थन

नई दिल्ली – तुर्की और सीरिया में हुए भूकंप से हुई तबाही में मरने वालों की संख्या अब ११,२०० से अधिक हुई हैं और ऐसे में भारत ने इन देशों को सहायता मुहैया करने के लिए अबतक छह ‘सी-१७’ विमानों से राहत सहायता भेजी है। भारत युद्ध स्तर पर तुर्की को सहायता प्रदान कर रहा हैं और ऐसे में कुछ लोगों ने तुर्की ने भारत के विरोध में पहले अपनाई भूमिका का दाखिला दिया है। ऐसे देश को सहायता करना कितना उचित होगा, ऐसा सवाल सोशल मीडिया पर कुछ भारतीयों ने किया है। भारत के विदेश मंत्री से भी माध्यमों ने इसी मुद्दे पर सवाल किए थे। इसके जवाब में विदेश मंत्री जयशंकर ने यह अहसास कराया कि, भारत हमेशा से मावनता के पक्ष में खड़ा रहनेवाला देश हैं।

हम रोजाना भू-राजनीतिक स्तर पर उतार-चढ़ाव का अनुभव करते रहते हैं। लेकिन, संकट समय में भारत के अन्य देशों से स्थिर संबंध रहे हैं। भारत ‘वसुधैव कुटुंबकम’ यानी पूरा विश्व एक परिवाह ही हैं, इस सिद्धांत पर भरोसा करता है। इसी वजह से भारत हमेशा से मानवता के पक्ष में खड़ा रहता हैं, ऐसा कहकर विदेश मंत्री जयशंकर ने तुर्की को सहायता मुहैया कराने के निर्णय का समर्थन किया। ‘ऑपरेशन दोस्त’ अभियान के तहत भारत ने भयंकर संकट से घिरे तुर्की को अबतक बड़ी सहायता प्रदान की है। यह सहायता सीर्फ जरूरी सामान और वैद्यकीय सहायता तक सीमित नहीं हैं। इसके साथ भारत के ‘एनडीआरएफ’ के दल तुर्की में राहत कार्य कर रहे हैं। साथ ही भारतीय सेना के वैद्यकीय दल तुर्की में भूकंप प्रभावित लोगों पर इलाज और दवाईयां दे रहा है।

तुर्की के भूकंप प्रभावित इलाकों में भारत ने ‘फिल्ड अस्पताल’ बनाए हैं और इससे ज़रूरतमंदों को बड़ा लाभ हो रहा है। तुर्की की भाषा का ज्ञान रखनेवाले दो अधिकारी और विदेश मंत्रालय के चार अधिकारियों को भी इन दलों में शामिल किया गया है। तुर्की के अदानाया शहर में भारत ने कंट्रोल रूम स्थापित की हैं। तुर्की में दस भारतीय फंसे हैं और वह सभी सुरक्षित है, ऐसी जानकारी विदेश मंत्रालय ने साझा की। लेकिन, एक भारतीय नागरिक लापता हैं और भारत में स्थित उसके परिवार से विदेश मंत्रालय संपर्क बनाए हैं, यह जानकारी दी गई है।

भारत ने भूकंप प्रभावित लोगों के लिए रवाना किए भारी सामान का परिवहन करने की क्षमता के छह सी-१७ विमान भरकर तुर्की-सीरिया के रवाना किए हैं। इनमें से पांच विमान तुर्की पहुंचे हैं और एक विमान सीरिया में उतरा हैं। इस सहायता के लिए सीरिया ने भारत के प्रति आभार जताया है। दक्षिण दिशा से सुनाई पड़ी आवाज़ हम आगे भी सुनने की उम्मीद रखते हैं, ऐसा बयान भारत में नियुक्त सीरिया के राजदूत ने किया है।

सीरिया और तुर्की को यह सहायता मुहैया कर रहे देशों में भारत सबसे आगे होने की बात कही जा रही है। तुर्की के साथ अच्छे संबंध ना होने के बावजूद भारत ने प्रदान की हुई इस सहायता का संज्ञान पाकिस्तान के माध्यमों ने भी लिया हैं। तुर्की के राजदूत ने भी इस सहायता पर भारत का आभार व्यक्त किया है। मित्र की सहायता के लिए मित्र दौड़ा आता ही हैं, ऐसा बयान भारत में नियुक्त तुर्की के राजदूत ने बड़ी कृतज्ञता से किया हैं।

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