अफ़गानिस्तान में हुई बड़ी गलतियों का समर्थन कर रहे बायडेन के खिलाफ अमरीका में असंतोष

वॉशिंग्टन – अफ़गानिस्तान में अल कायदा का अस्तित्व नहीं रहा, इस वजह से इस देश में अमरीका की सेना तैनाती ज़रूरी ना होने का बयान करके राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने सेना वापसी का समर्थन किया। साथ ही अफ़गानिस्तान में फंसे हुए अमरिकी नागरिकों की सुरक्षा की गारंटी देने से भी बायडेन दूर रहे हैं। इस वजह से अमरीका में राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के खिलाफ गुस्सा व्यक्त किया जा रहा है। इसके आगे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमरीका पर भरोसा नहीं किया जाएगा, यही संदेश राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने अपने बयान से दिया, ऐसी फटकार अमरीका के पूर्व विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने लगाई है। तभी अमरिकी नागरिकों की सुरक्षित रिहाई नहीं हुई तो बायडेन के खिलाफ महाभियोग चलाने के अलावा विकल्प कोई नहीं रहेगा, ऐसी गंभीर चेतावनी अमरीका के वरिष्ठ सिनेटर लिंडसे ग्रैहम ने दी।

तालिबान ने अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा करके एक हफ्ता बीता है। राजधानी काबुल की हर सड़क पर तालिबानी आतंकी गश्‍त लगा रहे हैं और हवाई अड्डे की ओर जानेवाले हरएक की तलाशी ले रहे हैं। अमरीका के १० हज़ार से अधिक नागरिक अभी भी अफ़गानिस्तान में फंसे होने की जानकारी पेंटॅगॉन ने दो दिन पहले ही साझा की थी। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका का नेतृत्व विश्‍व को संदेश और तालिबान को इशारा देगा, यह उम्मीद आम अमरिकी नागरिक कर रहा था।

लेकिन, इन बीते सात दिनों में बायडेन सिर्फ चार दिन ही व्हाईट हाऊस में मौजूद थे, यह खबर सामने आने के बाद अमरिकी जनता का गुस्सा चरम स्तर पर पहुँचा। इसी बीच शुक्रवार के दिन राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने निर्धारित समय के बाद देरी से संबोधन शुरू किया और माध्यमों के सवालों से बचकर भाग निकले। इस वजह से अमरिकी जनता का गुस्सा और बढ़ गया है। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने शुक्रवार के भाषण में किए दो दावों का पेंटॅगॉन ने खंड़न करने के बाद बायडेन देश का नेतृत्व करने के लिए सक्षम ना होने की आलोचना सोशल मीडिया पर हो रही है।

अमरीका पर ९/११ का आतंकी हमला करनेवाली अल कायदा को खत्म करना ही अमरीका का उद्देश्‍य था और इसे प्राप्त करने की सफलता हासिल हुई है। इस वजह से अफ़गानिस्तान से सेना हटाना उचित होने का बयान बायडेन ने किया था। लेकिन, अफ़गानिस्तान में अल कायदा की मौजूदगी अभी भी होने की बात पेंटॅगॉन ने स्पष्ट की। साथ ही अफ़गानिस्तान में फंसे पड़े अमरिकी नागरिकों को बाहर निकालने के लिए तालिबान से समझौता होने का दावा भी बायडेन ने अपने भाषण में किया था। लेकिन, तालिबान के आतंकी अमरिकी नागरिकों को काबुल हवाई अड्डे पर प्रवेश करने नहीं दे रहे हैं, यह आरोप सिनेटर मार्शा ब्लैकबर्न ने लगाया।

अफ़गानिस्तान में फंसे अमरिकी नागरिकों की सुरक्षा के मुद्दे पर भी अमरिकी नेता और जनता जोरों से सवाल उठाने लगी है। अमरिकी नागरिक और अफ़गान शरणार्थियों की सुरक्षित रिहाई करने में यह प्रशासन नाकाम हुआ या अमरिकी नागरिकों की जान के लिए खतरा निर्माण हुआ तो बायडेन के खिलाफ महाभियोग चलाया जाएगा, उन्हें राष्ट्राध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ेगा, यह इशारा सिनेटर लिंडसे ग्रैहम ने दिया है।

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