ईरान की हुकूमत के विरोध में प्रदर्शन अभी भी जारी – कनाडा में भी ईरानी गुट ने किए प्रदर्शन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतेहरान/मॉंट्रियल – ईरान की हुकूमत के विरोध में जनता के मन में असंतोष होने की बात फिर से सामने आयी है| राजधानी तेहरान समेत अन्य शहरों में ईरान की जनता सर्वोच्च धार्मिक नेता आयायुल्ला खामेनी की हुकूमत के विरोध में प्रदर्शन कर रही है और इनमें कामगार और पेन्शनर भी शामिल हुए है| हुकूमत के निंयत्रण में रहनेवाले ईरानी माध्यम इन प्रदर्शनों की खबरें जारी करने से दूर रहा है| पर, सोशल मीडिया के जरिए इन प्रदर्शनों की जानकारी दुनिया के सामने आयी है|

ईरान के सियासी एवं लष्करी यंत्रणा पर नियंत्रण रखनेवाले सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी की हुकूमत का तख्तापलट करने की मांग ईरान में जोर पकड रही है| खामेनी हुकूमत के कडे विरोधक और यूरोपिय देशों से काम कर रहे ‘नैशनल कौंसिल ऑफ रेझिस्टन्स ऑफ ईरान’ (एनसीआरआय) संगठन ने अपने वेबसाईट पर इन प्रदर्शनों की जानकारी साझा की है|

ईरान के दस से भी अधिक शहरों में यह प्रदर्शन हो रहे है, यह दावा ‘एनसीआरआय’ ने किया है| इसके लिए इस संगठन ने अपने वेबसाईट पर तेहरान, अहवाझ, तबरीझ, बेहबहान, ईरानशहर, शाहरौद, शहर ए कोर्द, कराज और लोरेस्तान में हो रहे प्रदर्शनों के फोटो और वीडियो पोस्ट किए है| इन प्रदर्शनों के दौरान ‘जुल्मी राजकीय नेता का सर्वनाश हो’, ‘खामेनी का खातमा हो’, रजावी जिंदाबाद और ‘खामेनी खूनी है’, यह नारे देने की बात इस वीडियों से स्पष्ट हुई है|

मरयम रजावी ‘एनसीआरआय’ इस संगठन की अध्यक्षा है| फ्रान्स की राजधानी पैरीस में रजावी ने पनाह ली है और प्रतिवर्ष उनके नेतृत्व में हजारों ईरानी नागरिक एक होते है| ईरान की खामेनी हुकूमत का तख्ता पलट करके देश में जनतंत्र की सरकार गिठित करने की मांग रजावी करती है| उनकी इस मांग को पश्‍चिमी देशों में पनाह लेकर रहनेवाले ईरानी नागरिक समर्थन दे रहे है| पर, साथ ही ईरान की जनता भी अब खुलेआम रजावी के समर्थन में प्रदर्शन करते दिखाई दे रही है| 

ईरान के बाहर भी ऐसे ही प्रदर्शन हो रहे है| कनाडा के मॉंट्रियल शहर में ईरानी-कनेडियन वंश के नागरिकों ने रविवार के दिन खामेनी हुकूमत के विरोध में नारेबाजी की| ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् (आयआरजीसी) ने युक्रैन के यात्री विमान पर किए हमले का इस दौरान निषेध किया गया| ‘आयआरजीसी’ के अधिकार हटाकर यह लष्करी संगठन बंद करें’, यह मांग भी यह प्रदर्शनकारी कर रहे थे| ‘आयआरजीसी’ की हरकतों की वजह से अपने देश की प्रतिमा बिगड रही  है, यह शिकायत इन प्रदर्शनकारियों ने की|

इसी बीच, पिछले महीने में खामेनी के आदेश पर ही ‘आयआरजीसी’ ने युक्रैन के विमान पर किए राकेट हमले लो लेकर ईरान में भी कडी प्रतिक्रिया उमड रही थी| लगातार हफ्तेभर में ईरान की जनता ने खामेनी हुकूमत के विरोध में प्रदर्शन किए थे| इन प्रदर्शनों में युवावर्ग का काफी बडा समावेश रहा और इस वजह से खामेनी हुकूमत को बडा झटका लगा था| इन प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए ईरान ने सेना का इस्तेमाल करने से भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कडी आलोचना हुई थी|

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