चीन में कोरोना का हो रहा फैलाव बड़ा चिंताजनक – वैश्विक स्वास्थ्य संगठन का इशारा

जिनेवा/बीजिंग – चीन में कोरोना का संक्रमण तेज़ी से होने की रपट सामने आ रही हैं और यह बड़ा चिंताजनक हैं, ऐसी चेतावनी वैश्विक स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रॉस घेब्रयेसूस ने दी है। अस्पतालों में दाखिल हो रहे मरीज और ‘आयसीयू’ की स्थिति की अधिक जानकारी चीन ने साझा करनी होगी, यह इसारा भी ‘डब्ल्यूएचओ’ के प्रमुख ने दी हैं। चीन में बुधवार को तीन हज़ार से भी ज्यादा कोरोना के नए मामले सामने आने की जानकारी ‘नैशनल हेल्थ कमिशन’ ने साझा की। लेकिन, वास्तव में इन संक्रमितों की संख्या कई गुना ज्यादा होने का दावा सोशल मीडिया के विभिन्न पोस्टस्‌‍ में किया गया हैं।

तीन साल पहले, 2019 के नवंबर महीने में चीन के वुहान शहर में कोरोना संक्रमण की शुरूआत हुई ती। इसके बाद एक ही साल में इस संक्रमण को काबू करने के दावे चीन की हुकूमत ने किए थे। लेकिन, यह दावे पुरी तरह से झुठे साबित हुए और साल 2021 से चीन में कोरोना का नया प्रकोप शुरू हुआ। इसके खत्म करने के लिए बड़ी सख्त ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ घोषित करके करोड़ों नागरिकों को घरों में बंद किया गया। लेकिन, इसके बावजूद चीन में कोरोना का प्रकोप खत्म नहीं हुआ हैं। उल्टा कोरोना प्रतिबंधों के विरोध में जनता सड़क पर उतरने के कारण कम्युनिस्ट हुकूमत इस महीने के शुरू में ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ शिथिल करने के लिए मज़बूर हुई।

लेकिन, यह निर्णय करते हुए कम्युनिस्ट हुकूमत और स्थानीय यंत्रणाओं ने पर्याप्त ध्यान ना रखने से चीन में कोरोना का नए से विस्फोट हुआ हैं। पिछले कुछ दिनों में राजधानी बीजिंग एवं शांघाय के साथ देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमितों की संख्या का विस्फोट होता दिख रहा हैं। शहरों के अस्पताल और स्थापित अस्थायी अस्पताल संक्रमितों से भर गए हैं। कई अस्पतालों में कोरोना संक्रमित बेड शेअर करने के लिए मज़बूर हैं। कुछ अस्पतालों में संक्रमित और मृतकों के शव करीब रखे होने के फोटो भी प्रसिद्ध हुए हैं।

बीजिंग के साथ कुछ शहरों के कब्रिस्तान में दफन के लिए  जगह बची नहीं हैं और शवों को बाजू में रखा गया हैं। लेकिन, चीनी यंत्रणा फिर से यह सभी छुपाने की कोशिश कर रही हैं। सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हुए विभिन्न पोस्टस्‌‍ से चीनी यंत्रणाओं का झूठ साबित हो रहा हैं और इसी पृष्ठभूमि पर वैश्विक स्वास्थ्य संगठन ने इशारा देना ध्यान आकर्षित कर रहा हैं। ‘डब्ल्यूएचओ’ के अधिकारियों ने चीन को लेकर चिंता जताते हुए जेष्ठ नागरिकों का टीकाकरण तेज़ करने की गुहार लगायी हैं। यह वर्ग कोरोना की महामारी में सबसे ज्यादा लक्ष्य होने का अहसास भी कराया गया हैं।

इसी बीच, चीन में विदेशी नागरिकों के लिए पहली बार विदेशी टीका आयात होने का वृत्त सामने आया है। जर्मनी की ‘बायोन्टेक’ कंपनी ने तैयार किए 11,500 टीके चीन भेजे गए ह॥ चीन ने इससे पहले विदेशी टीका इस्तेमाल करने से स्पष्ट इन्कार किया था। इस पृष्ठभूमि पर जर्मन टीका चीन पहुँचना ध्यान आकर्षित कर रहा हैं।

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