‘डेल्टा’ से अधिक तेज फैलनेवाले कोरोना के ‘लैम्डा वेरियंट’ से चिंता

नई दिल्ली – कोरोना के ‘लैम्डा’ नामक वेरियंट को लेकर विश्‍वभर में चिंता जताई जा रही है। यह वेरियंट अब तक ३० देशों में फैलने की बात स्पष्ट हुई है, पर यह ‘लैम्डा’ वेरियंट ‘डेल्टा’ से भी अधिक गति से संक्रमित होने की क्षमता रखता है और इस वजह से भारत में भी चिंता जताई जा रही हैं। लेकिन, सौभाग्यवश अभी तक भारत में इस वेरियंट का एक भी संक्रमित नहीं पाया गया है।

भारत में कोरोना के ‘एक्टिव’ संक्रमितों की संख्या में गिरावट आई है, साथ ही प्रति दिन सामने आ रहे नए मामलों की संख्या भी अब ४० हज़ार से कम हुई है। लेकिन, तीसरी लहर का खतरा अभी कायम है। इस मुद्दे पर अलग अलग रपटें लगातार जारी हो रही हैं। ‘इंडियन कौन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च’ (आयसीएमआर) के प्रमुख डॉ.बलराम भार्गव ने बुधवार के दिन कोरोना की तीसरी लहर की चुनौती नहीं। लेकिन, यह लहर टकराएगी तब हम कैसा बर्ताव करते हैं, यह महत्वपूर्ण है। फिलहाल अलग अलग राज्यों ने नियम शिथिल करने के बाद उमड़ रही भीड़ को देखकर भार्गव ने इस संकट की ओर ध्यान आकर्षित किया है। कोरोना के नियमों का पालन नहीं किया गया तो कोरोना फिर से तेज़ी से फैलने का खतरा है और इसे रोकने के लिए निर्धारित नियमों का पालन करें, यह बयान भार्गव ने किया।

इस पृष्ठभूमि पर कोरोना के नए ‘लैम्डा’ वेरियंट ने चिंता बढ़ाई है। भारत में पहले ही ‘डेल्टा प्लस’ वेरियंट ने चिंता का माहौल बनाया है। इसके लिए जिनोम सिक्वेन्सिंग भी बढ़ाया गया है। तभी दूसरी लहर के लिए ज़िम्मेदार ‘डेल्टा वेरियंट’ फिलहाल यूरोपिय देशों में फिर से तेज़ी से संक्रमित होने लगा है। इसमें अब ‘लैम्डा’ के तेज़ संक्रमण का वृत्त सामने आया है। बीते हफ्ते में ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी ‘लैम्डा वेरियंट’ को लेकर चेतावनी जारी की थी।

पेरू में यह वेरियंट काफी मात्रा में फैला है। मई और जून के दौरान पेरू में पाए गए कुल संक्रमितों में से ८२ प्रतिशत मामले ‘लैम्डा’ से संक्रमित होने की बात सामने आयी है। विश्‍व में इसका किसी भी वेरियंट के मुकाबले में सबसे तेज संक्रमण रेट है। इसकी वजह से भारत में ‘लैम्डा’ का प्रवेश ना होने देने के लिए अधिक चौकन्ना रहने की आवश्‍यकता होने की बात विशेषज्ञ कह रहे हैं।

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