ताइवान के सेमीकंडक्टर क्षेत्र पर वर्चस्व स्थापित करने के लिए चीन ने छेड़ दिया आर्थिक युद्ध – ताइवान के मंत्री का आरोप

ताईपे/बीजिंग/वॉशिंग्टन – ताइवान के सेमीकंडक्टर क्षेत्र पर कब्ज़ा करने के लिए चीन आर्थिक युद्ध का इस्तेमाल कर रहा हैं, ऐसा आरोप ताइवान के मंत्री लो पिंग चेंग ने लगाया| इसमें सेमीकंडक्टर तकनीक की चोरी एवं कुशल विशेषज्ञों पर दबाव बनाकर उन्हें भगाने के साथ आर्थिक ताकत का इस्तेमाल करने का समावेश होने का दावा चेंग ने किया| इस मामले में ताइवान की सरकार ने कुछ चीनी कंपनियों के साथ ६० से अधिक चीनी नागरिकों की पुछताछ भी शुरू होने की जानकारी सामने आयी हैं| पिछले महीने यूरोप की एक प्रमुख कंपनी ने चीन के सेमीकंडक्टर क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी हमारें ‘ट्रेड सिक्रेटस्’ और ‘इंटेलेक्च्युअल प्रॉपर्टी’ की चोरी करने की कोशिश में होने का आरोप लगाया था|

पिछले दशक से ‘५ जी’ से ‘आर्टिफिशिअल इंटेलिजन्स’ तक के कई क्षेत्रों में चीनी कंपनियों ने बढ़त बनाई हैं| यह बढ़त अधिक मज़बूत करने के लिए चीन ने ‘सेमीकंडक्टर’ क्षेत्र की ओर अपना रुख किया हैं और साल २०१८ से इस क्षेत्र की गतिविधियॉं अधिक आक्रामक कर दी हैं| चीन की हुकूमत ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र के अनुसंधान एवं विकास के लिए निवेश दोगुना कर दिया हैं| इसके पीछे अमरीका के साथ जारी व्यापारयुद्ध और प्रौद्योगिकी क्षेत्र की महासत्ता होने की महत्वाकांक्षा ज़िम्मेदार होने की बात कही जाती है|

मौजूदा समय पर सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में चीनी कंपनियॉं अमरीका, यूरोप और ताइवान जैसें देशों पर निर्भर हैं| सेमीकंडक्टर क्षेत्र की शीर्ष ‘टीएसएमसी’ कंपनी ताइवान की हैं| इसके अलावा १० अन्य प्रमुख कंपनियों में से ६ अमरिकी, २ कोरियन और १ यूरोपियन कंपनी हैं| चीन और पश्‍चिमी देशों के बीच जारी तनाव के मद्देनज़र सेमीकंडक्टर क्षेत्र की शीर्ष कंपनियों से चीन को सहायता प्राप्त होने की संभावना थोड़ी भी नहीं| इस वजह से शीर्ष स्थान पर ना होनेवाली लेकिन, अन्य सक्रिय अन्य कंपनियों से सहायता प्राप्त करके चीन आगे बढ़ने की कड़ी कोशिश कर रहा हैं|

इसी दौरान दूसरी ओर सेमीकंडक्टर क्षेत्र में शीर्ष स्थान के ताइवान को लक्ष्य किया जा रहा हैं| ताइवानी कंपनियॉं चीन को सेमीकंडक्टर्स की आपूर्ति कर रही हैं और कुछ कंपनियों के चीन में कारखाने भी हैं| लेकिन, चीन ने ताइवान की प्रगत तकनीक एवं कुशल तकनीकी कर्मचारियों को लक्ष्य करना शुरू किया हैं| कुछ चीनी कंपनियॉं ताइवान के नियमों को ठुकराकर ताइवान में सक्रिय होने का आरोप भी ताइवान के कार्यकारी मंत्री पिंग चेंग ने लगाया| चीन की ऐसीं गतिविधियॉं ताइवान विरोधी आर्थिक युद्ध का हिस्सा होने का बयान चेंग ने किया हैं|

इसी बीच, अमरीका ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में ताइवान, जापान और दक्षिण कोरिया को साथ लेकर नया गठबंधन करने की कोशिश शुरू की हैं| दक्षिण कोरिया के एक अखबार ने इससे संबंधित वृत्त प्रदान किया हैं| यह गठबंधन अमरीका द्वारा सेमीकंडक्टर क्षेत्र में चीन की  हरकतें रोकने की कोशिशों का हिस्सा बताया जाया रहा है| ताइवान और जापान इसके लिए तैयार हैं, फिर भी दक्षिण कोरिया इसको लेकर नकारात्मक भूमिका में होने की बात सामने आ रही हैं| इसके पीछे दक्षिण कोरिया की कंपनियों ने चीन में किया निवेश कारण होने की बात कोरियन अखबार ने कही हैं|

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